Xxx टीचर सेक्स कहानी में मैं टीचर हूँ पर तब तक मैंने चूत नहीं मारी थी. एक दिन मैं अपने स्टूडेंट के घर पढ़ाने गया तो उसकी बहन वहां अकेली थी. वह मेरे से कैसे चुदी?
दोस्तो, मेरा नाम आशुतोष है. मैं सोनभद्र उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूं. मैं 23 साल का हूं. मेरे लंड का साइज़ सामान्य ही है वही 14.8 सेमी (6 इंच के आस-पास).
मैं एक होम ट्यूटर हूं और फिलहाल कक्षा 10 तक के छात्रों को पढ़ाता हूं.
मैं अब वर्जिन नहीं रहा … मैंने हाल ही में एक लड़की की चुत की सील तोड़ी है और आज मैं उसी की Xxx Teacher Sex Kahani बता रहा हूं.
ये मेरी पहली सेक्स कहानी है.
पिछले दिनों मैं रोज की तरह अपने एक स्टूडेंट को पढ़ाने के लिए उसके घर गया था.
मैं रोज की तरह उनके घर के पालतू कुत्ते को सहलाते हुए घर के अन्दर जाकर कमरे में आ गया और स्टूडेंट को आवाज लगाते हुए बेडरूम में उसका इंतजार करने लगा.
मैं बस कुर्सी पर बैठा ही था कि शॉवर से पानी गिरने की आवाज सुनकर मैं फिर से खड़ा हो गया.
कमरे से अटैच बाथरूम के अन्दर कोई नहा रहा होगा, यह सोच कर मैं लिविंग रूम में जाकर बैठ गया.
मैं स्टूडेंट का इंतजार कर रहा था कि तभी उसकी बड़ी बहन नहा कर सिर्फ एक तौलिया लपेटी हुई नाचती हुई बाहर आई.
जैसे ही वह अपनी गांड मटकाती हुई किचन की तरफ मुड़ी ही थी कि उसकी तौलिया खुल गई और उसकी गोरी व नंगी गांड मेरे सामने आ गई.
उसने अपनी तौलिया खुल जाने की परवाह नहीं की और उसे वहीं छोड़ कर नंगी ही किचन में पानी पीने लगी.
तभी वह घूमी और उसकी नजर मुझ पर आ पड़ी. वह एकदम से सन्न की स्थिति में हो गई और फ्रिज का दरवाजा खोल कर उसके पीछे छुपने की कोशिश करने लगी थी.
मैं उठा और मुस्कुराते हुए उसका तौलिया उठा कर उसे देने को आगे आया.
उस तौलिया में से उसके बदन की मनमोहक खुशबू आ रही थी.
मैंने उस महक को सूंघते हुए उसे तौलिया थमा दी और फिर से सोफे पर आकर बैठ गया.
मेरे मुड़ते ही उसने तौलिया से अपना बदन ढक लिया और वह भाग कर अपने कमरे में चली गई.
उधर से वह एक टी-शर्ट व नीचे एक ब्लैक शॉर्ट्स पहन कर बाहर आ गई.
वह सपाट से स्वर में बोली- घर पर कोई नहीं है, सभी लोग रुद्राभिषेक में गए हैं. मेरा भाई भी गया है.
मैंने कहा कि मुझे पहले बता दिया होता!
‘हो सकता है, पापा आपको बताना भूल गए हों!’
उसने हामी भरते हुए कहा.
मुझे थोड़ी प्यास लगी थी तो मैंने उससे पानी मांगा.
अब मेरे दिमाग में उसकी नंगी तस्वीर बार-बार आती थी.
उसने जल्दी में कपड़े पहने थे, तो शायद ब्रा पैंटी नहीं पहनी थी.
यह मुझे उसकी चूची की जगह को देख कर साफ पता चल रही थी.
जैसे ही उसने मुझे पानी का गिलास थमाया, पता नहीं मुझे क्या हुआ कि मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया और उसे अपनी बांहों में भर कर स्मूच करने लगा.
वह मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी.
मैंने अभी अपना एक हाथ उसकी शॉर्ट्स में डाला ही था कि उसके जोर से धक्का देने की वजह से उसकी शॉर्ट्स फट गई और वह फिर से मेरे सामने नंगी हो गई.
वह अपने हाथों से अपनी चूत को छुपाते हुए पीछे हटी.
मैंने पहले उसे जकड़ लिया और उसकी टी-शर्ट भी निकाल कर फेंक दी.
वह पूरी नंगी हो गई थी.
मैंने उसकी जवानी को अपनी आंखों से चोदते हुए मैं भी उसे गाली देते हुए उसे स्मूच करने लगा.
मैं भी आज पक्का मन मना चुका था कि आज इस साली को चोद कर ही मानूंगा.
मैं उसे स्मूच करते हुए बेडरूम में ले गया और बेड पर पटक दिया.
उसे नंगी देखते हुए मैं अपने सारे कपड़े निकालने लगा.
मैं जैसा ही नंगा हुआ, तो मेरा लगभग 6 इंच का मोटा लंड देख कर वह और भी ज्यादा डर गई.
मेरा लंड पहले ही तना हुआ था.
मैंने उसे करीब खींचा और स्मूचिंग शुरू कर दी. फिर अपनी एक उंगली उसकी चूत में डालने लगा.
इससे वह कसमसाने लगी लेकिन आश्चर्य की बात यह हुई थी कि उसकी चुत ने रस छोड़ना चालू कर दिया था, जिससे यह साबित हो गया था कि चुदवाने का मूड इसका भी है.
यह विचार आते ही मैंने अपनी एक के साथ एक और उंगली उसकी चुत में पेल दी.
अब उसे हल्का सा दर्द होने लगा … मगर शायद उसे मजा भी आया था इसलिए उसने दम लगाना छोड़ दिया था.
वह कुछ ही पल बाद मेरा पूरा साथ देने लगी.
अब मैंने उसकी क्लीन शेव्ड चूत में अपनी जीभ लगा दी और उसे जीभ से चोदने लगा.
वह पागलों जैसी आह आह की आवाज निकालने लगी.
मैंने देखा कि लोहा गर्म है तो हथौड़ा मार देना चाहिए क्योंकि काफी देर से मैं उसकी चूत को जीभ से चोद रहा था और इस बीच वह एक बार झड़ भी चुकी थी.
मैंने बिना देर किए अपना लंड उसकी चूत पर रख दिया और एक जोर का झटका मारा तो आधा लंड उसकी चूत में घुस गया.
उसकी चीख निकलती उसके पहले मैंने उसका मुँह बंद कर दिया और नीचे गर्म तरल का अहसास हुआ तो देखा कि लाल पानी आना शुरू हो गया था.
उसे दर्द ज्यादा होने लगा था, तो मुझे समझ आया कि दर्द की परवाह किए बिना मुझे इसकी चुत में धक्का देना ही होगा.
मैंने बिना देरी किए एक और झटका मारा तो पूरा लंड उसकी चूत में समा गया.
मेरा भी पहली बार था तो मुझे भी थोड़ा दर्द महसूस हो रहा था लेकिन इतना जोश था कि जोश और काम सुख के आगे वह दर्द कुछ भी नहीं था.
मैं लंड डाल कर कुछ देर तक वैसे ही उसे चोदता रहा.
और जब मेरा दर्द शांत हुआ तो मैं उसे गाली देने लगा- साली कुतिया, लंड के लिए मर रही थी और दर्द का ड्रामा कर रही है!
यह कह कर मैंने भी आव देखा ना ताव … बस उसे चोदना शुरू कर दिया.
वह भी अब जोर जोर से गाली दे रही थी- आ आह कुत्ते साले … मादरचोद आह.
शायद उसे भी मजा आने लगा था.
मैंने अपनी भी स्पीड बढ़ा दी.
कुछ देर बाद वह झड़ गई और पानी निकलने की वजह से मुझे चोदने में आसानी होने लगी तो मैं और भी स्पीड से लंड अन्दर बाहर करके चुत चुदाई का मजा लेने लगा.
वह भी वापस गर्मा गई और मेरे धक्कों का जवाब देने लगी.
मैं ‘घपा घप … घपा घप …’ उसे चोदे जा रहा था.
लगभग दस मिनट बाद मेरा भी काम होने वाला था.
मैंने उसको बिना बोले ही उसकी चूत में अपना माल टपका दिया … और उसके बगल में ढेर हो गया.
हम दोनों को चरम सुख प्राप्त हो गया था.
दो मिनट बाद मैंने उसे स्मूच किया और उसने मुझे सहयोग किया.
उसकी चूत लाल हो गई थी और बेडशीट भी लाल हो गई थी.
हम दोनों नंगे ही बेडशीट को लेकर उठे. उसने चादर वॉशिंग मशीन में डाली और मेरे साथ बाथरूम में जाकर शॉवर के नीचे खड़ी हो गई.
हम दोनों फव्वारे के नीचे खड़े होकर नहाने लगे.
नहाने के साथ ही हम दोनों स्मूचिंग करने लगे.
लंड वापस कड़क होने लगा तो मैंने महसूस किया कि मुझे थोड़ा जलन हो रही थी.
उसने मेरे लौड़े को पकड़ा तो मैंने उसे रोका.
वह समझ गई और मुझसे चिपक कर बोली- फर्स्ट टाइम न!
मैंने कहा- हां.
हम दोनों मुस्कुरा दिए और बाहर आ गए.
फिर हम दोनों नंगे ही बिस्तर पर लेट गए.
कुछ देर बाद मैं फ़िर से उसके ऊपर चढ़ गया और स्मूच करने लगा.
तभी दीवार घड़ी में पेंडुलम की आवाज आई और मैंने देखा तो 4 बज गए थे.
हम दोनों को सेक्स करते हुए एक घंटा पूरा हो गया था.
मैं उठने लगा तो उसने हाथ पकड़ कर अपने ऊपर खींच लिया और कान पर किस करती हुई बोली- सब लोग 7 बजे तक आएंगे.
मैंने कहा कि और भी स्टूडेंट्स को पढ़ाने जाना है.
उसने मेरा मोबाइल लिया और सबको आज न आने का मैसेज कर दिया.
फिर उसने कहा- आज 7 बजे तक तुम सिर्फ मेरे हो.
मैंने भी उसे किस किया और गोदी में उठा कर लिविंग रूम में सोफे पर बैठ गया.
टीवी ऑन करके उसे अपने मोबाइल से कनेक्ट कर दिया.
टीवी स्क्रीन पर मैंने एक पोर्न फिल्म चला दी और वह देखने लगी.
फिर मैं उसे सोफ़े पर बिठा कर किचन से दूध गर्म कर लाया और उसमें हल्दी मिला कर उसे पीने दे दिया. थोड़ा खुद भी पी लिया.
अब तक पोर्न देखते हुए वह भी गर्म हो गई थी और हम दोनों का दर्द भी काफी कम हो गया था.
फिर वह मेरे लौड़े पर अपनी चुत सैट करके बैठ गई और सोफ़े की पुश्त का सहारा लेकर लंड पर चुत पटकने लगी.
Xxx टीचर सेक्स करने के कुछ देर के दर्द के बाद वह सहज हो गई और मुझे अपने चूचे चुसवाती हुई चुदाई करवाने लगी.
सच में वह काफी सेक्स फिल्म देख चुकी थी तो उसे चुदाई के आसनों का काफी ज्ञान था.
कुछ देर बाद मैंने उससे पूछा- सक करोगी!
वह बोली- हां, पर पहले धो कर आओ.
जब मैंने कहा कि 69 करेंगे … तो वह भी मेरे साथ बाथरूम में आ गई.
हम दोनों ने लंड चुत धोए और वापस आकर 69 में एक दूसरे के अंग चूसे और बाद में चुदाई करने लगे.
फिर हमने पोर्न फिल्म को देखते हुए पोजीशन चेंज कर कर के खूब देर तक चुदाई का मजा लिया.
पहले एक एक बार झड़ने के बाद मेरा लंड काफी देर बाद गिर सका था.
लगभग दो घंटे में हमने और 2 बार चुदाई की और वापस से एक दूसरे को बाथरूम में जाकर नहलाया.
फिर फ्रेश होकर हम दोनों ने थोड़ा सा खाना खाया और मैं उसे बाय बोल कर उसके घर से चल दिया.
अब मैं जब भी उसके भाई को पढ़ाने जाता हूं तो वह मुझे छेड़ने के लिए आती है.
मैं भी उसकी गांड पर हाथ मार देता हूं.
कई बार अंकल और आंटी घर पर नहीं होते हैं तो मैं उसके भाई को होम वर्क देकर जल्दी निकल जाता और चुपके से बाहर कहीं खड़ा हो जाता.
वह अपने भाई बाहर खेलने भेज देती और मुझे फोन करके आने का बोल देती.
फिर हम दोनों मस्त होकर चुदाई करते करते.
ये सब कई हफ़्तों से चल रहा है … और ये कब तक जारी रहेगा, मुझे नहीं मालूम.
पर वह मस्त माल है और खूब मजा दे रही है.
दोस्तो, ये Xxx टीचर सेक्स कहानी अभी यहीं समाप्त कर रहा हूँ मगर मैं जल्दी ही लखनऊ शिफ्ट करने वाला हूं तो उधर भी अगर कोई मुझसे मस्त चुदाई करवाती है, तो मैं वापस आपसे मिलूँगा.
[email protected]