ककोल्ड कपल में भाभी को चोद दिया

BDSM फक पोर्न स्टोरी में मैं चुदाई के लिए चूत की खोज में था. एक कपल से दोस्ती हुई और उन्होंने मुझे होटल ने सेक्स के लिए बुलाया. मैंने उन्हें बी डी एस एम सिखाया.

नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम रिंकू (बदला हुआ नाम) है.
मैं छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूँ और पिछले 7 साल से BDSM सेक्स लाइफस्टाइल का हिस्सा हूँ.

मेरी उम्र 33 साल है. दिखने में मैं सामान्य हूँ, कद 5 फीट 8 इंच, शरीर फिट और आकर्षक है.
मेरा लंड 8 इंच लंबा और 4 इंच मोटा, काला, तगड़ा रॉड जैसा है.
इसे चुदाई का लंबा अनुभव भी है और जबरदस्त स्टैमिना भी है.

मुझे घूमना-फिरना, खाना-पीना, संस्कारी औरतों की जवानी को भड़काना, उनके पति के सामने उनकी चूत को निचोड़-निचोड़ कर रगड़ना और मसाज करके उनकी आग को सुलगाना बहुत पसंद है.

अक्सर मेरी रातें किसी न किसी की बीवी के साथ बिस्तर पर गुजरती हैं, उनकी सिसकारियों और तड़प को सुनते हुए मुझे उन्हें रगड़ने में बेहद मजा आता है.

ये मेरी पहली सेक्स कहानी है, उम्मीद है आपको पसंद आएगी.

BDSM Fuck Porn Story उस वक्त की है जब देश में कोरोना वायरस का कहर फैला हुआ था.
हम सब अपने घरों में एक महीने के लिए कैद थे.

मैं एक छोटे से शहर में रहता हूँ, घर भी छोटा था.
चुदाई की लत की वजह से टाइम पास करने के लिए मैं अलग-अलग एडल्ट साइट्स पर कपल्स की हॉट फोटोज और वीडियो देखता या फिर चुदाई के लिए गर्ल्स और कपल्स की तलाश करता.

एक दिन मुझे एक एडल्ट साइट पर एक कपल की प्रोफाइल मिली.
पहले तो मुझे लगा कि ये फेक होगी.
लेकिन फिर भी सोचा कि चलो देखते हैं … मैंने हाय-हैलो लिखकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी.

दो दिन बाद रिक्वेस्ट एक्सेप्ट हुई और जवाब आया.
उस प्रोफाइल से मुझे उसके पति राज से बात हुई.

शुरू में नॉर्मल बातें हुईं.
लेकिन धीरे-धीरे मैं उसकी प्रोफाइल रोज देखने लगा, उसके पोस्ट्स को लाइक करता, शरारती कमेंट्स करता.
उसे मेरे कमेंट्स पसंद आने लगे और फिर हमारी रोजाना बातें होने लगीं.

वह अपनी प्रोफाइल पर BDSM की नई-नई फोटोज और वीडियो शेयर करता, औरतों को बांधकर, उनकी गांड पर लाल निशान बनाते हुए और उनकी चूत को उत्तेजित करते हुए फ़ोटो डालता.
मेरे मन में कौतूहल जगा कि आखिर ये BDSM होता क्या है?

अब मैंने एडल्ट साइट्स पर वीडियो देखे, कुछ किताबें पढ़ीं, तब समझ आया कि ये एक ऐसा खेल है, जिसमें दर्द और सुख को मिलाकर चुदाई का मजा लिया जाता है.
इसमें रोल-प्ले होता है, टास्क पूरे करने पर इनाम … और न करने पर सजा मिलती है. सजा भी कभी प्यार भरी, कभी दर्द से भरी.

पहले मुझे अजीब लगा, लेकिन मैंने राज से बातें जारी रखीं और उसे ककॉल्ड कपल की हॉट बातें करके उसका दिमाग मोड़ने की कोशिश की.

ऐसे ही बात करते-करते एक महीना बीत गया. अब उसे मुझ पर पूरा भरोसा हो गया था.
एक दिन उसने मेरी Skype ID माँगी और मुझे अपने ग्रुप में जोड़ा.

रोज की तरह हम बातें कर रहे थे कि एक दिन शाम 4 बजे उसका मैसेज आया.
राज बोला- रात को Skype पर वीडियो कॉल जरूर जॉइन करना.

मेरे मन में उथल-पुथल मच गई.
ये ऑनलाइन वाला सेक्स मेरे लिए पहली बार था, मेरी सोच से बाहर की चीज थी.

मैं बेसब्री से रात का इंतजार करने लगा.

रात करीब 1 बजे उसका कॉल आया.
कॉल में सिर्फ आवाजें सुनाई दे रही थीं ‘उफ्फ्फ … उम्म्म … आह्ह्ह … हम्म्म … नहीं राज, दर्द होता है … प्लीज मत करो … उफ्फ्फ्फ … आआआह्ह्ह … अअह्ह्ह … उई माँ … हम्म्म … मेरे दोस्तों से चुदेगी … हम्म्म … आह्ह्ह … उफ्फ्फ …’

कसम से, वे आवाजें किसी पोर्न स्टार से कम नहीं थीं.
जिंदगी में पहली बार मैंने किसी देसी औरत की इतनी मदहोश कर देने वाली सिसकारियां सुनीं.

उस रात मैं सो नहीं पाया.
मेरा लंड उसकी आवाज से बेकाबू हो गया था.
मेरे कानों में रात भर वही ‘आह्ह्ह … उफ्फ्फ …’ गूँजती रही.

मैं सोचता रहा कि अगर आवाज इतनी शानदार है, तो रिहा (उसकी पत्नी) कितनी हसीन और रसीली होगी.

उसकी सिसकारियां सुनने के लिए मैं देर रात तक जागने लगा.
राज ने बताया कि हर शनिवार और बुधवार की रात को वह कॉल करेगा और मुझे जॉइन करना है.

इस तरह वह धीरे-धीरे मेरे अन्दर सेक्स की आग भड़काता गया.
हम इतने अच्छे दोस्त बन गए कि अब एडल्ट साइट की जगह वह दिनभर टेलीग्राम पर मुझसे बात करता.

अगले शनिवार और बुधवार की रात की प्लानिंग करता, पूछता कि क्या करना है!

ये सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा.

फिर एक दिन राज ने मुझे अपने सबसे खास ग्रुप में जोड़ा, जिसमें सिर्फ उसके तीन भरोसेमंद लोग थे.
मैं, एक गुजरात से और एक उत्तर प्रदेश से.

इस बार कॉल पर मैंने पहली बार रिहा को ऑनलाइन देखा.
शायद रिहा के लिए भी ये पहला मौका था, जब वह वीडियो कॉल पर आने को राजी हुई थी.

उसका दूध-सा गोरा बदन ऐसा लग रहा था मानो अभी-अभी वैक्स करवाकर आई हो.
उसकी हाइट करीब 5 फीट 3 इंच, फिगर 32-28-34 का … काले रंग की सेक्सी लॉन्जरी में वह हमारे सामने इठलाती हुई आई.

अपने बदन की हर खूबसूरती को कैमरे के सामने नजदीक से दिखाती हुई वह बैठ गई.
सच कहूँ, उसे देखकर मेरे दिमाग के तोते उड़ गए.

मेरा लंड पूरा उफान पर था.
उसकी जवानी, उसका रंग-रूप और मन को मोह लेने वाला अंदाज देखकर मैं खुद को संभाल नहीं पा रहा था.

राज ने बताया था कि उसके दो बच्चे हैं.
राज 38 का और रिहा 32 की.

फिर भी वह कैमरे पर पहली बार आने में लजा रही थी, जैसा देसी बीवियों के साथ होता है.
लेकिन राज और हमने उसका हौसला बढ़ाया.

राज ने हमारा परिचय करवाया.
उस वक्त दोनों ने चेहरे पर मास्क लगा रखा था.

राज बोला- ये वही रिंकू है, जिसकी बातें मैं तुम्हें बताया करता हूँ. बंटी और सोनू को तुम पहले से जानती हो.

वे दोनों पहले से रिहा के साथ रात में मजे ले चुके थे और मैं नया था.
थोड़ी देर बात करने के बाद हम सब कम्फर्टेबल हो गए.

तभी राज ने मुझे पर्सनल मैसेज किया- रिंकू, आज तुम मास्टर हो. रिहा को ऑर्डर दो, वह सब करेगी जो तुम बोलोगे!
मैं थोड़ा हैरान हुआ, लेकिन सोचा कि चलो, ट्राई करते हैं.

मैंने उसे एक-एक करके ऑर्डर देना शुरू किया.
रिहा हर बात मान रही थी.

मैंने कहा- राज को हमारे सामने जोरदार किस करो.
बंटी ने उसके कपड़े उतरवाए, सोनू ने उसे पोर्न स्टार की तरह खड़ी होने को कहा.
इस तरह हमारा सेशन शुरू हुआ.

इस सेशन में रात के 3-4 बज जाते थे.
पूरे सेशन में कभी डिल्डो से चुदाई, कभी पनिशमेंट, तो कभी थप्पड़ … सब गिनती और इशारों से होता था.

दर्द होने पर वह इशारा करती, तो चूत चटवाई जाती, फिर थप्पड़ लगवाए जाते.
उसकी चूत और गांड लाल होकर सूजने तक चुदाई होती, जब तक वह मना न करे, खेल चलता रहता.

सेशन के बाद हम फीडबैक लेते, फिर उनकी चुदाई चलती.
धीरे-धीरे रिहा को भी मजा आने लगा.
वह खुलकर हमारे ऑर्डर मानने लगी.

एक दिन सेशन के बाद, जब राज टॉयलेट गया था, रिहा ने मुझसे पूछा- रिंकू जी, आपने पहले सेशन में मुझे राज को किस करने क्यों कहा? बाकी लोग तो ब्रा-पैंटी उतारने या कुछ और करने को कहते हैं!
मैंने कहा- मैं तुम दोनों के बीच का प्यार बढ़ाना चाहता था. इससे एक-दूसरे के लिए सम्मान बढ़ता है.

उसने फिर पूछा- मुझे क्या दोगे?
मैंने कहा- तुम्हें सबसे फैंटास्टिक चीज दूंगा, जो तुम्हें बेहद पसंद है.

वह पहले से ही मुझसे इम्प्रेस थी, अब और ज्यादा पसंद करने लगी.
कुछ भी नया करवाना होता तो राज कहता- रिंकू, तुम रिहा को बोलो, वह तुम्हें कभी मना नहीं करेगी!

ये बात मेरी समझ से बाहर थी कि आखिर ऐसा क्यों हुआ?

बातों-बातों में राज ने पहले ही मेरे लंड की फोटो मांग ली थी.
रिहा हम तीनों में मुझे सबसे ज्यादा पसंद करती थी क्योंकि मैं चुदाई में अनुभवी था.
राज ने ये बात बाद में बताई.

जब तक आवागमन पूरी तरह शुरू नहीं हुआ, हम हर बुधवार और शनिवार की रात सेशन का इंतजार करते.

इस बीच राज ने मुझे रिहा से मिलाने का प्लान बना लिया.
हमने टिकट बुक किए, होटल बुक किया, पर 3-4 बार हमारा मिलना कैंसिल हो गया.

आखिरकार हमने ठान लिया कि अब चाहे कुछ भी हो, चुदाई करनी ही है.
हमने उज्जैन में मिलने का प्लान बनाया. सब कुछ प्लान के हिसाब से हुआ.

मैं सुबह उज्जैन पहुँच गया.
राज को मैसेज किया कि मैं लोकेशन पर हूँ.

उसके बताए होटल के रूम नंबर 320 में सामान रखा, नहाया, प्राइवेट पार्ट्स को साफ किया, बगलें साफ कीं.

दोपहर तक मंदिर के दर्शन कर वापस आया, खाना खाया और अच्छी नींद लेकर शाम 7:30 का इंतजार करने लगा.

तभी राज का कॉल आया- रिहा तैयार है, तुम कहां हो?
मैंने कहा- बस मैं भी तैयार हूँ.

राज बोला- बगल वाले रूम 321 में आकर नॉक करो.

मैंने इत्र लगाया और उसके रूम पर पहुँचकर नॉक किया.

दरवाजा धीरे से खुला.
राज सामने था.

वह बोला- जल्दी अन्दर आ जाओ.
मैं घुस गया, उसने झट से पूछा- रूम लॉक कर दिया?
मैंने कहा- हां.

राज ने पहले ही सारी बातें बता रखी थीं कि क्या-क्या करना है, तो मुझे कोई दिक्कत नहीं थी.

हम दोनों कमरे के लाउंज रूम में सोफे पर बैठकर बात कर रहे थे कि राज ने रिहा को बुलाया.

रिहा हाई-हील वाली ब्लैक सैंडल में, स्कूल गर्ल की लाल-सफेद चेक वाली ड्रेस में तैयार होकर सामने आई.
वह बेहद हॉट और खूबसूरत दिख रही थी. उसे देख कर ऐसा लग रहा था जैसे 23-24 साल की जवान लड़की हो.

उसका बदन चमक रहा था, मानो अभी-अभी बॉडी वैक्स करवाकर आई हो.

शर्ट के ऊपर से उसके मम्मे बाहर निकलने को बेताब थे.
गोरी, लंबी टांगें, घुटनों से काफी ऊपर तक की मिनी स्कर्ट पहनी हुई थी.

वह किसी मॉडल की तरह लग रही थी.
उसने शर्माते हुए हल्की सी स्माइल दी.

उसकी स्माइल में कुछ अलग ही बात थी, जैसे किसी चुदक्कड़ औरत की होती है.

उसे देखते ही मुझे अंदाजा हो गया कि ये ठुकाई करवाने के मूड में है.

राज ने कहा- रिहा, ये रिंकू है. जब हमारा सेशन चलता था, मैं इसी के लंड की फोटो तुम्हें दिखाता था.
इसके काले, तगड़े, अनुभवी लंड को देखकर तुम उत्तेजित होती थीं.

वह मादक नजरों से मुझे देखने लगी.

फिर राज बोला- रिहा, स्वागत तो बनता है तुम्हारे फेवरेट बुल का!
इतना कहकर राज ने मुझे इशारा किया कि रिहा को तैयार करो.

मैं रिहा के सामने घुटनों पर बैठ गया और उसके हाथ माँगे, जैसे कोई प्रपोज करता हो.
उसे मेरा ये अंदाज बहुत पसंद आया.

शर्माते हुए उसने अपना नाजुक हाथ मेरी तरफ बढ़ाया. मैंने धीरे-धीरे उसकी कोमल उंगलियों को चूमा और उसे अपनी बांहों में आने को मजबूर कर दिया.

सबसे पहले मैंने उसके चेहरे को अपने हाथों में लिया, उसे सेफ फील कराते हुए उसके माथे पर एक प्यार भरा किस किया, फिर उसके रसीले होंठों को चूमा.

देखते ही देखते हम एक-दूसरे को बेतहाशा चूमने लगे.
कभी मैं उसके होंठों को दबाकर चूसता, तो कभी वह मेरे होंठों को काटने लगती.
लिप-लॉक करते हुए हमारी साँसें तेज हो गईं.

मैंने उसकी गर्दन पर जीभ फेरी, उसके कान को चूमा और उसकी चिकनी गांड पर हाथ फेरता रहा.
उसका बदन ऐसे जल रहा था, मानो बुखार चढ़ गया हो. उसका रोम-रोम उत्तेजना से थरथरा रहा था.

हम दोनों इतने गर्म हो चुके थे कि बस चुदाई होने ही वाली थी, लेकिन मैंने खुद को रोका.
ये उसका पहला मौका था किसी गैर मर्द के साथ, तो मैंने राज की तरफ देखा.

उसने आंखों से इशारा किया — वैरी गुड.

राज बोला- जैसा मैंने चाहा था, स्टार्ट वैसे ही हुआ.
रिहा को नॉर्मल होने में थोड़ा वक्त लगा.

हमारे पास ढेर सारा समय था.

राज ने रिहा की पसंद की वाइन निकाली और हमारे लिए पैग बनाए.
प्लान के मुताबिक, हमने धीरे-धीरे पैग लेते हुए रम्मी खेलना शुरू किया.

नियम था — जो जीतेगा, उसकी बात हारा मानेगा.
खेलते-खेलते हम सब बिना कपड़ों के हो गए.

राज का इशारा मिला — रिहा को आज अपनी कुतिया बनाओ, उसे ऑर्डर दो.

मुझे राज ने पूरी छूट दे रखी थी.
वह पैग लेकर कोने में बैठ गया और हम दोनों का खेल देखने लगा.

रिहा को मैं पसंद था, वह वैसे भी मेरी हर बात मानती थी.

इस बार हमने कुतिया और मालिक का रोल-प्ले करने का सोचा.
मैंने अपनी बेल्ट उतारी और रिहा के गले में डाल दी.

फिर प्लास्टिक की स्टिक हाथ में लेकर मैंने ऑर्डर दिया- सिट!
उसने सिर हिलाया और घुटनों पर आ गई.

वह पूरी तरह तैयार थी और मेरी हर बात मान रही थी जैसे कोई पालतू जानवर हो.
फिर मैंने दुबारा से कहा- सिट वेल!

वह घुटनों पर बैठकर हाथ जोड़, जीभ बाहर निकालकर मुझे कुतिया की तरह देखने लगी.

उसके गले में पट्टा था और दूसरा सिरा मेरे हाथ में था, जैसे मालिक अपनी कुतिया को घुमाने ले जाता हो.

फिर मैंने ऑर्डर दिया- वाक!
वह चारों पैरों पर, घुटनों के बल मटकती हुई चलने लगी.

उसकी गांड का मटकना देखकर राज उत्तेजित हो रहा था.
अपनी बीवी को किसी और की कुतिया बनते देख उसका लंड तन गया.

राज ने एक प्लेट में वाइन डाली.
मैं समझ गया.

दो चक्कर रूम में घुमाने के बाद मैं उसे प्लेट तक ले गया और वाइन पीने का ऑर्डर दिया.

उसने मना करने की कोशिश की, तो मैंने उसकी गोरी गांड पर स्टिक से पनिशमेंट दी.
उसकी गांड पर स्टिक के निशान साफ दिख रहे थे.

वह दर्द से चिल्लाई- आह्ह … मर्सी प्लीज!
फिर कुतिया की तरह चाट-चाटकर वाइन पीने लगी.

इनाम में मैंने उसी पोज में उसकी गांड और चूत के छेद चाटे.
उसकी चूत नाजुक, गुलाबी, ऐसी लग रही थी जैसे कभी ठुकी ही न हो.

कुतिया के पोज में खड़े करके मैंने उसकी गांड चौड़ी की और मुँह लगाकर जीभ से चाटना शुरू किया.
गांड के छेद में जीभ लगते ही वह मचल उठी- अअह्ह्ह … आह्ह … उम्म्म … यस प्लीज … ओह यस … लिक मी … आआह … सो नाइस!

मैंने करीब 15 मिनट उसकी गांड चाटी, फिर बड़ी उंगली डालकर जोर-जोर से चोदने लगा.
वह चिल्लाई- उफ्फ्फ … हम्म्म … आआह … नहीं … गांड में नहीं!

मैंने उसकी बात अनसुनी कर अपना BDSM फक पोर्न जारी रखा.
उसकी चूत से रस टपकने लगा.

वह इतनी उत्तेजित थी कि मैं उसकी चूत जीभ को तक ले गया और उसका रस पीने लगा.

उसका स्वाद मुझे बेहद लाजवाब लगा.

वह जिंदगी में पहली बार इतना आनन्द महसूस कर रही थी.
उसकी योनि से यौवन रस टपकता रहा और मैं उसे चाटता रहा.

राज अपनी बीवी को मदहोश देख अपना लंड बाहर निकालकर तेज-तेज हिलाने लगा.
रिहा मेरे मुँह पर बैठकर अपनी चूत रगड़ने लगी- अअ अह्ह्ह … उम्म्म … ऊऊऊ … यार बहुत मजा आ रहा है.

राज इस सीन को मिस नहीं करना चाहता था, उसने फोटो खींचे.
रिहा ने मुझे पूरी तरह सौंप दिया था.

मैंने मौका नहीं छोड़ा और तुरंत कंडोम चढ़ा कर अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया.

उसकी चूत का रस मेरे लंड को गीला कर रहा था.
मैंने सुपाड़ा उसकी गुलाबी बुर पर रखा और धीरे-धीरे अन्दर-बाहर करके रास्ता बनाया. फिर जोर से धक्का दे मारा.

मेरा पूरा लंड अन्दर जाते ही वह चीखी- उफ्फ … मम्मी … अअ अह्ह्ह … मम्मी.

मैंने अपने दोनों हाथों से रिहा की टांगों को कसकर पकड़ा और उसकी चूत को जमकर घपाघप पेलने लगा.
उसके मुँह से सिसकारियां छूट रही थीं- आआ आह्ह्ह … आ आआ ह्ह्ह … उम्म्म… आह्ह … याह्ह्ह … मम्मी.

उसकी सिसकारियां सुनकर मेरी कामवासना और भड़क रही थी.
मैं धीरे-धीरे अपनी रफ्तार बढ़ाता गया, लगातार झटकों से उसे पागल बनाए रखा.

करीब 5 मिनट बाद वह पूरी तरह झड़ गई.
मैंने उसकी चूत को जीभ से चाट कर साफ किया और फिर से ठुकाई शुरू कर दी.

मेरी चुदाई से पूरा रूम ‘छप-छप … छप-छप …’ की आवाजों से गूँज उठा.
ऊपर से उसकी मोनिंग … आह कसम से, क्या सीन था.

आधा घंटा तक लगातार चुदाई के बाद मैं भी झड़ गया.
हम दोनों एक-दूसरे पर निढाल होकर कुछ देर पड़े रहे. राज हमारे साथ बिस्तर पर आया.

उसने रिहा के हाथों को चूमते हुए पूछा- कैसा महसूस हो रहा है रिहा?
रिहा ने राज को किस करते हुए कहा- शानदार. आज बहुत मजा आया.

मैं उनकी बातें सुन रहा था, साथ ही रिहा के दूध को मसलता हुआ निप्पलों को चूस रहा था.
कुछ देर आराम करने के बाद हमने खाना खाया, फिर से सबने मिलकर पैग लगाए.

इसके बाद हमने BDSM के नए टास्क के साथ फिर से शुरुआत की.
ये सिलसिला सुबह 4:30 तक चला.
अलग-अलग पोज में कई राउंड की चुदाई.

रिहा अब बुरी तरह थक चुकी थी.
राज बोला- अब रेस्ट करते हैं.

मैं अपने कमरे में चला गया और वह अपने कमरे में सो गई.

सुबह करीब 11:30 बजे राज का कॉल आया- रिहा बुला रही है, आ जाओ.
मैं फ्रेश हो चुका था.

उन्हें 12:30 बजे जाना था.

मैं उनके कमरे में पहुँचा.
राज ने रिहा और मुझे कुछ देर अकेले छोड़ा और वह कुछ सामान लाने के बहाने बाहर चला गया.
रिहा लपक कर मेरी गोद में बैठ गई और पागलों की तरह मुझे लिप-लॉक किस करने लगी.

वह बोली- आप वाकयी में शानदार मर्द हो, मजा आ गया. आपका बहुत बड़ा है, आपकी बीवी आपसे बहुत खुश रहेगी!
वह फिर से मुझे चूमने लगी.

उसने कहा- मैं अभी जा रही हूँ, लेकिन वादा करो कि आप मुझसे जरूर मिलोगे, चाहे कुछ भी हो!
मैं मना नहीं कर पाया.

तब तक राज आ चुका था.
फिर वे दोनों अपने घर चले गए और मैं अपने. तब से लेकर आज तक राज, रिहा और मैं आपस में जुड़े हुए हैं.
जब भी वक्त मिलता है, चुदाई और BDSM का खेल चलता है.

आशा करता हूँ कि आपका प्यार और भरोसा मुझे अपने निजी अनुभव शेयर करने के लिए उत्साहित और प्रेरित करेगा.
जल्दी ही पुनः मिलेंगे एक नए अनुभव के साथ!

BDSM फक पोर्न स्टोरी पर आपके सुझाव आमंत्रित हैं.
आपका अपना रिंकू
मेरा ईमेल पता है
[email protected]

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