लॉकडाउन में अकेली आंटी की चुदास

हॉट Xxx आंट स्टोरी में लॉकडाउन में टाइम पास के लिए मैंने एक डेटिंग ऐप पर अपने मसाज सर्विस के लिए मेसेज डाल दिया. 2 दिन बाद ही एक आंटी ने मुझे अपने घर बुलाया.

नमस्ते प्रिय पाठको, मेरा नाम आकाश है, मैं पूना का रहने वाला हूँl
मेरी उम्र 34 साल की है.

मैं कामुकताज डॉट कॉम के पटल का नियमित पाठक हूँ.

आज मैं एक सत्य घटना लिख रहा हूँ और उम्मीद करता हूँ कि आपको पसंद आएगी.
ये Hot Xxx Aunt Story पहला लॉकडाउन ख़त्म होने के बाद की है.

पहले लॉकडाउन में मेरी जॉब चली गई थी.
मैं जॉब की तलाश में था लेकिन तब तक गुजारा करने के लिए कुछ तो साधन हो, इसकी तलाश में था.

उस वक्त मैंने टाइमपास के लिए कुछ ऐप डाउनलोड कर रखे थे.
इनमें डेटिंग ऐप वगैरह ज्यादा थे.

तभी उसी रात को ख्याल आया कि क्यों ना मैं कोई सर्विस प्रदान करूँ और उससे पैसा कमाऊं.

लॉकडाउन के खालीपन से लंड का भी बुरा हाल बना हुआ था.

मैंने कुछ ऐप पर मसाज विद हैप्पी एंडिंग का ऐड बनाकर रात में पोस्ट कर दिया.

दोस्तो, मैं आपको बता दूं कि मुझे लड़कियों, आंटियों की मसाज करना बहुत पसंद है.
मैं इसमें एक्सपर्ट भी हूं.

दो दिनों तक किसी का कोई रिप्लाई नहीं आया.
लेकिन तीसरे दिन मेरी किस्मत चमक उठी.

एक आंटी का मैसेज आया, वे शायद 42 साल की रही होंगी.

‘हाय!’
‘हाय!’

हम दोनों ने चैटिंग शुरू की.
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में अकेली हूँ. घर वाले दुबई घूमने गए थे तो वे सब वहीं फंसे हैं. तुम्हारा ऐड देखा तो सोचा कि एक बार ट्राई करके देख लेती हूँ थकान भी उतर जाएगी और अकेलापन भी दूर हो जाएगा.

मैंने झट से हामी भर दी.

उन्होंने फोन पर पता बताया, मैं वहां पहुँच गया.

इतना सुंदर बंगला आह साला देख कर दिल खुश हो गया कि मस्त जगह मौका मिला है.
बंगला देख कर ही जाहिर हो रहा था कि आंटी हाई-फाई थीं.

उन्होंने दरवाजा खोला.
ओहो … क्या बताऊं आपको, मुझे तो उन्हें देख कर उनकी बात याद आ गई कि वे घर में इस वक्त अकेली हैं.
सच में इतना सुंदर माल लॉकडाउन में अकेला था … ये जानकर मुझे बहुत ही दुख हुआ कि बताओ आंटी को लंड ही नसीब नहीं हो रहा है.

उन्होंने मुझे देखा और मुस्कुरा कर अन्दर आने का इशारा किया.
मैं अन्दर आ गया और सोफ़े पर बैठ गया.

उन्होंने पानी के लिए पूछा, मैंने हां कर दी.

हम दोनों ने कुछ बातें की लेकिन वे सब बातों को लिखने का कोई मतलब नहीं है.

फिर मैंने ज्यादा वक्त जाया करने वाला काम न करते हुए सीधे पूछा- कहां करवानी है आपको … मसाज!

उन्होंने भी इठलाते हुए अंदाज में मुझसे पूछा- तुम कहां कहां करते हो!

हम दोनों एक दूसरे को समझ गए और मुस्कुरा पड़े.
वे मेरा हाथ पकड़ कर मुझे बेडरूम में ले गईं.

मैं तो पूरा पागल हो रहा था.
इतने टंच माल कि मैं आज मसाज करने वाला हूँ.

सॉरी दोस्तो, बातों बातों में मैं आंटी के बारे आपको बताना भूल ही गया.

आंटी करीब 42 साल की रही होंगी. उनका 5 फुट 8 इंच का ऊंचा कद बड़ा ही हॉट था. जिस्म का रंग भले गेहुंआ था, पर एकदम गदराया हुआ माल था.
उनके घने लंबे काले बाल, रसीले होंठ आंखों में अजीब सी कशिश थी.

आंटी के जिस्म का जायजा लेने के नजरिए से मैंने उन्हें ऊपर से नीचे तक देखना शुरू कर दिया था.
होंठों से निगाहें सीधी गर्दन के नीचे उनके मम्मों पर टिक गई थीं.

उनके मम्मों का साइज 36 इंच का था और गांड 38 की. उनकी गांड एकदम कमाल की उभरी हुई थी.
उन्होंने मेरी नजरों को वासना से देखा और शायद मन में ही कुछ तय करते हुए उसने मेरे सामने ही अपने कपड़े उतारना शुरू कर दिए.

मेरी नजरें उसके जिस्म से प्याज के छिलकों की तरह अलग होने वाले कपड़ों से नीचे से निकले हुए मक्खन माल पर ही टिकी थी.
मैं किसी भूखे कुत्ते की तरह गर्म मांस को अपने लिए रेडी होता हुआ देख रहा था.

आह क्या ही बताऊं दोस्तो … साला क्या नजारा था.
आंटी का गेहुंआ कहूँ या खुलता गोरा रंग एकदम कमाल का था.

वे अपने सारे कपड़े उतार कर बिस्तर पर लेट गईं.

मैंने भी मसाज की तैयारी करने के लिए हाथ पर तेल लिया और उनके पैरों से शुरूआत की.

धीरे-धीरे मसल्स के पॉइंट्स दबाते हुए मैं ऊपर की तरफ जा रहा था.
उन्हें भी थोड़ा मजा आने लगा था.

तभी मेरी उंगली ने काम करना चालू कर दिया था.

धीरे-धीरे मैं और ऊपर की तरफ जाने लगा.
अब आंटी की सिसकारियां निकलना चालू हो गई थीं.

लेकिन मैंने वहां हाथ रोक दिया और उनकी पीठ पर तेल लगाना चालू कर दिया.

मेरे इस कदम से उनके मजे में खलल हुआ और वे थोड़ी परेशान सी हुईं, पर जल्दी भी किसको थी.

मैंने पीठ को दबा दबा कर मालिश का मजा दिया.
कंधे को पकड़ कर मसला और हाथों को अच्छे से मसलते हुए मरोड़ा.

उन्हें मेरी मालिश से चैन तो मिल रहा था पर वे शायद चुदाई का मजा जल्दी से जल्दी चाह रही थीं.

अब असली मजा आने वाला था.
मैंने टी-शर्ट निकाल दी और अब माहौल में गर्मी बढ़ गई.

वे भी पलट कर सीधी लेट गईं.
जैसे ही मेरी नजर उनके उभरे हुए, रसीले स्तनों पर पड़ी, मैं तो दीवाना हो गया.

मैंने तेल लिया और उनके नाजुक, गोल-मटोल स्तनों को मसलना शुरू कर दिया.

हम दोनों मदहोश हो रहे थे.
वे खुशी से सिसकार रही थीं और मेरे हाथों का जादू उन्हें रिझा रहा था.

मेरा लंड तो पहले ही सलामी दे चुका था और मसाज करते वक्त आंटी को भी मेरी बेकरारी का अहसास हो गया था.

मैं अब नीचे की ओर बढ़ा, उनके मुलायम पेट को सहलाते हुए मसाज करने लगा.
फिर धीरे-धीरे उनकी जाँघों के बीच की उस नशीली जगह पर आ पहुँचा.

मेरी उंगलियां उनकी चूत के आस पास फिसलने लगीं और उनकी सिसकारियां तेज हो गईं.
उन्हें और ज्यादा मजा आने लगा था.

उन्होंने अपने दोनों पैर खोल दिए, जैसे मुझे बुलावा दे रही हों.

मैंने भी अब इंतजार नहीं किया, उनके दोनों पैरों को अपने कंधों पर उठाया और अपनी जीभ उनकी रसीली चूत पर लगा दी.

जैसे ही मेरी जीभ ने चुत को छुआ, वे उछल पड़ीं.
उन्होंने मेरा सिर पकड़ कर अपनी चूत पर जोर से दबा दिया.

मैं भी पूरे जोश में उनकी चूत को चाटने लगा.

आंटी की चुत का स्वाद, उसकी गर्मी मुझे पागल कर रही थी.
पांच-सात मिनट तक मैंने चुत को जीभ से लाड़ लड़ाया.

फिर उन्होंने मेरे लंड पर हाथ फेरना शुरू कर दिया.
मैंने भी देर न करते हुए अपना लंड खोलकर उनके हाथ में थमा दिया.

वे उसे सहलाने लगीं और कुछ ही पलों में हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.

हम दोनों एक-दूसरे के जिस्म का रसपान करने में डूब गए.
मैं उनकी चूत को चूस रहा था और वे मेरे लंड को मुँह में लेकर चूम व चूस रही थीं.

दोनों को गजब का मजा आ रहा था.

थोड़ी देर तक इस रसपान के बाद हम दोनों झड़ गए.
उनकी सुकून भरी मुस्कान बता रही थी कि वे पूरी तरह तृप्त थीं.

हम दोनों पूरी तरह नंगे पड़े थे.
उनका बदन, उनकी खुशबू … हाय इतनी मादक थी कि मेरा लंड फिर से तन गया.

वे भी शायद इसी पल का इंतजार कर रही थीं.
मैंने उनकी दोनों टांगों को फैलाया और अपनी लंड की नोक को उनकी चूत पर रगड़ने लगा.

अब उन्हें बर्दाश्त नहीं हो रहा था.
वे तड़प रही थीं ‘फक मी डियर … आई कांट वेट!’

मैंने कंडोम चढ़ाया और धीरे से अपना लंड उनकी चूत में सरका दिया.

कई दिनों तक सेक्स न करने की वजह से उनकी चूत टाइट हो चुकी थी.
उन्हें हल्का दर्द हुआ लेकिन ये दर्द भी मजेदार था.

मैंने एक जोरदार झटका मारा और मेरा पूरा लंड आंटी की चुत की गहराई में समा गया.

अब मैं धीरे-धीरे अन्दर-बाहर करने लगा. उन्हें मजा आने लगा था.
उन्होंने कहा- स्पीड बढ़ाओ!

मैंने रफ्तार ऐसे तेज कर दी, जैसे गाड़ी का गियर सीधे चौथे पर चढ़ा दिया हो.

वे जोर-जोर से चिल्लाने लगी- उफ्फ! आह! हाँ … जोर से … कम ऑन … हाँ!

उनकी आवाजें सुनकर मेरा जोश दोगुना हो गया.
करीब दस मिनट तक उन्हें चोदने के बाद हमने पोजीशन बदली.

इस बार मैंने उन्हें घोड़ी बनाया.
उसके लंबे, सिल्की बालों को हाथ में पकड़ा और पीछे से अपना लंड उनकी चूत में घुसा दिया.

फिर उनकी उभरी हुई मोटी गांड पर फटके मारते हुए उन्हें चोदने लगा.

दोस्तो, क्या बताऊं ये हॉट Xxx आंट नजारा इतना मस्त था, जैसे मैं सचमुच किसी जंगली घोड़ी की सवारी कर रहा हूँ.

मेरा जोश और बढ़ गया. हम दोनों पागलों की तरह चिल्ला रहे थे.

उनकी सिसकारियां और मेरी गर्म सांसें कमरे में गूँज रही थीं.

थोड़ी देर बाद हम दोनों फिर से झड़ गए. मैंने अपना सारा पानी उनकी चूत में छोड़ दिया.

ऐसा लगा जैसे कोई ज्वालामुखी फूट पड़ा हो. वे बेहद खुश थीं.

एक-दूसरे की बाहों में लिपटकर हमने एक लंबा, गहरा किस किया.

हम दोनों पसीने से तर-बतर थे. उन्होंने बाथरूम की ओर इशारा किया और मुझे नहाने के लिए कह दिया.

उस पल में हमारी नजदीकी और वह मादक माहौल अभी भी मेरे मानसपटल में ताजा है.

मैं आंटी की चुदाई की कहानी का दूसरा भाग भी लिखना चाहता हूँ.
पर पहले मुझे जरूर बताएं कि आपको हॉट Xxx आंट स्टोरी कैसी लगी.

[email protected]

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