मौसेरे भाई बहन की गांड चुदाई की कहानी- 1

देसी गर्ल की चुत कहानी में पढ़ें कि मेरा मौसेरा भाई मेरे साथ रह रहा था. वो मेरी रोज चुदाई करता है. एक दिन उसने बाहर कहीं पब्लिक सेक्स का कार्यक्रम बनाया.

दोस्तो, नमस्कार मैं मधु(शहद) एक बार फिर अपनी आत्मकथा में आप लोगों का तहेदिल से स्वागत करती हूं और बहुत शुक्रिया अदा करती हूँ.
आप लोगों से मुझे इतना प्यार मिल रहा है, जितना मैंने कभी सोची भी नहीं थी.

इसी के साथ मैं उन लोगों से माफी भी मांगती हूँ, जिनको उनके मेल का रिप्लाई नहीं कर पाई.
प्लीज़ आप लोग उदास ना हों और मेरे नाम की मुठ मार लें … और जहां आपका दिल करे, वहीं अपने लंड का स्पर्म डाल दें.

मैं कुछ दोस्तों से नाराज भी हूँ … क्यों बहुत सारे दोस्तों ने मुझे पैसे देकर चोदने की इच्छा जताई.
एक बार फिर से मैं बता दूं कि मैं सिर्फ अपनी मस्ती के लिए चुदती हूँ … पैसे के लिए नहीं.
ऊपर वाले की मेहर से मेरे पास इतने पैसे तो हैं कि मैं अपनी जिन्दगी राजाओं की तरह जी सकूं.

ये देसी गर्ल की चुत कहानी मैंने स्पेशली आप लोगों के लिए ही लिखी है. क्योंकि आप में से बहुत सारे लोग मेरी और सनी की चुदाई की कहानी और लिखने को बोल रहे थे.

हालांकि मेरी और सनी की चुदाई की कहानी बहुत लम्बी है. वो मेरे साथ ही रहता है तो वो मेरी रोज चुदाई करता है. इसलिए हम दोनों की चुदाई को लेकर सब कुछ बताना तो सम्भव नहीं है,
लेकिन आप लोगों की इतनी मांग आयी इसलिए मैं अपनी और सनी की चुदाई के दौरान एक बहुत ही रोचक वाकये को एक सेक्स कहानी के रूप में लिखने की कोशिश करती हूं.
मैं उम्मीद करती हूं आप लोगों को इसमें हुई चुदाई मस्त लगेगी.

दोस्तो, आपने पिछली कहानी में पढ़ा था कि किस तरह से मैंने और मेरे मौसेरे भाई सनी ने सुहागरात मनाई थी.
सनी ने किस तरह अपने लंड पर कामशक्ति बढ़ाने वाला तेल लगाकर मेरी चुत, गांड और चूचियों की बैंड बजाकर रख दी थी.
उस रात सनी ने देसी गर्ल की चुत चुदाई इतनी कर दी थी कि मैं अगले दिन ठीक से चल भी नहीं पा रही थी.

फिर सनी ने मेरे पूरे शरीर को अच्छे से गर्म पानी लेकर साफ किया और बोला था कि आज शाम हम पब्लिक सेक्स करेंगे.
उसकी ये बात सुनकर मैं कॉफी खुश हो गयी थी.

ये बात सुनते ही मुझे शादी के पहले वाली सीन याद आने लगे. मैंने सनी को एक जोरदार किस कर दी.

लेकिन मैं आज चुदने के लिए तैयार नहीं थी. मैंने सनी को सारी बात बताई.
सनी मान गया और पब्लिक सेक्स का प्रोग्राम हमने अगले दिन के लिए फिक्स कर दिया.

उस पूरे दिन हम दोनों ने खूब सारी मस्ती की. आप लोग सोच सकते हैं कि जब दो जवान जिस्म एक साथ हों तो कैसी मस्ती हुई होगी.
एक कपल में यदि लौंडिया मेरी जैसी गर्म माल हो तो मस्ती किस लेवल पर जा सकती है, इसका अंदाजा ही लगाया जा सकता है.

उस दिन सनी ने मुझे पूरे दिन नंगी ही रखा और सनी भी नंगा ही रहा. उस दिन सनी ने मेरे मुँह में ही 4 बार लंड डालकर मेरी मुँह की ही चुदाई की.
मैं भी बड़े ही प्यार से उसका सारा स्पर्म पी जाती थी.

उसी रात में सनी ने मेरी दोनों आर्मपिट में लंड फंसा कर मेरी बगलों की चुदाई की. मेरे शरीर में कोई भी ऐसी जगह नहीं बची थी, जिस पर सनी ने अपने लंड से प्रहार न किया हो और स्पर्म न छोड़ा हो.
उसने मेरे पूरे शरीर पर अपने स्पर्म की बौछार कर दी थी.

ऐसे ही मस्ती करते करते ना जाने कब हम सो गए.

एक बात और … सनी से आप लोगों से जब भी बात हो, आप उसे अपना साला ही मानना और मन करे तो बोल भी देना क्योंकि मैं तो आप लोगों की मुँह बोली बीवी हूँ ना!

अब आगे की देसी गर्ल की चुत कहानी:

सुबह जब मेरी नींद खुली तो 8 बज रहे थे. आज मैं एक अलग सी ताजगी सी महसूस कर रही थी. बिल्कुल फ्रेश सी हो गयी थी.
ऐसा हो भी क्यों ना … मेरे भाई ने अपने लंड से मेरी अच्छे से मसाज की थी. मैं खुश भी बहुत थी क्योंकि बहुत दिनों बाद आज मैं पब्लिक सेक्स का मजा लेने वाली थी.

हम लोगों ने पूरे दिन बातें की मस्ती. मैं प्लान कर रही थी कि हम दोनों पब्लिक सेक्स कहां करें.

शादी से पहले तो मैं कहीं भी चुद लेती थी. फिर वो चाहे अंधेरी गली हो या पार्क … हम कहीं भी शुरू हो जाते थे.
लेकिन यहां तो ये सब कर नहीं सकते थे.

फिर हम दोनों ने सोचा कि क्यों न आज पब में सेक्स किया जाए.
क्योंकि वहां पब्लिक भी होती है और वहां सेक्स करने में ज्यादा दिक्कत भी नहीं होगी.

हम दोनों ने पब जाने का प्लान बना लिया.
सनी मेरे लिए पब्लिक सेक्स के लिए एक शॉर्ट मिडी लेकर आया था जिसे देखकर मैं काफी खुश हुई.

मैं आप लोगों को बता दूं कि ये मिडी गहरे लाल रंग की थी और बहुत ही छोटी सी थी. इतनी छोटी कि शायद मेरी आधी गांड भी नंगी ही रह जाए. इस ड्रेस में देखकर कितनों की नींद खराब हो जाए, वो ऐसी ड्रेस लाया था.

साले मेरे भाई ने मुझे कभी अपनी बहन माना ही नहीं. उसके लिए मैं उसकी गर्ल फ्रेंड थी या उससे भी बढ़कर.
क्योंकि अभी तक सनी ने अपने गर्लफ्रैंड को शायद 2-3 बार चोदा होगा.
लेकिन मुझे तो वो डेली इतना ज्यादा चोद देता है कि मुझे खुद उससे हार माननी पड़ती है.
कभी कभी तो सनी एक दिन में मेरी 5-6 बार भी चुदाई कर देता है.

मुझे यह बात आजतक समझ नहीं आयी कि सनी इतना चोद कैसे लेता है.
अगर उसको मैं ना रोकूं तो वो रोजाना मेरी 7-8 बार अच्छे से चुदाई कर सकता है. मैं उसे तो कितना रोकूं, तब भी 3 राउंड से कम पर तो रुकता ही नहीं है.

उसका हर राउंड कुछ अलग ही होता है. जिसे देखकर ही मेरे अन्दर दुबारा से गर्मी आ जाती है.

हम दोनों सोफे पर बैठे प्लान कर रहे थे कि पब में कैसे कैसे चुदना है.
अगर मैं बताऊं तो मैंने अभी एक लॉन्ग टॉप पहना था. जिससे मेरी चुत और गांड भी ढकी हुई थी. सनी मुझे नीचे कुछ पहनने ही नहीं दे रहा था. वो भी सिर्फ लोअर पहने हुए ही था.

हम ऐसे ही प्लानिंग करते रहे और 3 बज गए.

तभी मैं बोली- मैं बाथ लेकर आती हूँ. फिर रेडी भी होना है.
सनी बोला- चलो बाथ लेने दोनों एक साथ चलते हैं.

मैं बोली- बिल्कुल नहीं … या तो तुम जाओ या मैं जाऊंगी.
सनी मेरी चूची ऐंठते हुए बोला- ऐसा क्यों बोल रही हो मेरी रानी … साथ में चलते है ना … मज़ा आएगा.

मैं बोली- बिल्कुल नहीं, साथ में बिल्कुल भी नहीं. साथ गयी तो तुम वहां भी चोद दोगे.
सनी हंस कर बोला- अच्छा ये बात … ये तो मेरी रानी गलत बात है.

मैं बोली- तुम्हें जो समझना है, समझो लेकिन साथ नहीं.
मगर वो मानने वाला कहां था. वो बोला- मैं भी साथ चलूंगा.
मैं बोली- बिल्कुल नहीं.

ये कह कर मैं बाथरूम की ओर भागी.
इतने में सनी भी उठा और मेरे पीछे दौड़ पड़ा.

लेकिन मैं उसके हाथ नहीं आई और जल्दी से बाथरूम में घुस कर आधा दरवाजा बंद करके उसको चिढ़ाने लगी.

वो फिर दौड़ा, लेकिन मैंने गेट बंद कर दिया और नंगी हो गई. मैं अपनी चूचियों को मसलती हुई नहाने में मस्त हो गयी.

मैं अपने मम्मे मसलती हुई अपने भाई सनी के बारे में सोचने लगी कि कितना प्यारा है मेरा भाई … कितना प्यार करता है मेरे से.

ये सब सोचते सोचते मैंने अच्छे से शॉवर लिया. अपनी गांड चुत को साफ़ किया और बीस मिनट के बाद बाथरूम से बाहर निकलने लगी.

तभी मेरे मन में एक शरारत सूझी और मैं भाई को ललचाने के लिए नंगी ही बाहर निकल गयी. अब आप लोग समझ सकते हो कोई लड़की जब बाथरूम से निकले, तो उस समय कितनी हॉट दिखती है. इधर मैं तो नंगी ही निकल कर पूरी आग लगाने का आइटम हूँ.

खैर … जैसे ही मेरे भाई की नज़र मेरे पर पड़ी, उसकी आंखें वासना से चौंधिया गईं.

वो दौड़ कर मेरे पास आया और बोला- वाह क्या बात है मेरी रानी. बहन हो तो तेरी जैसी … अपने भाई के खड़े लंड का कितना ख्याल रखती हो.

वो मेरे गले से लगने लगा.

मैं उसे दूर करते हुए बोली- ना ना … अभी बिल्कुल नहीं, अब जो होगा, सब पब में होगा.
ये कह कर मैं इतराते हुए जाने लगी.

उसकी जगह कोई और होता, तो मुझे पटक कर वहीं चोद देता.
लेकिन सनी कभी भी ऐसा नहीं करता है. इसलिए वो मुझे सबसे प्यारा है. वो जाते हुए मेरी गांड को घूर रहा था.

वो आह भरते हुए बोला- ये गलत बात है यार.
फिर मेरे आगे आकर सनी बोला- यार चुत पब में मार लूंगा … अभी तो गांड मार लेने दो.

मैं इठला कर बोली- बिल्कुल नहीं.
वो बोला- ऐसे मत तड़पाओ यार … देखो लंड का कैसा कड़क हो गया है.

उसने अपने लंड को बाहर निकाल दिया. उसका लंड बिल्कुल तन चुका था, जिसको देखकर मेरी चुत भी पनियाने लगी थी.

लेकिन मैं अपने आप पर कंट्रोल करते हुए बोली- बिल्कुल नहीं.
सनी बोला- यार दीदी, सिर्फ गांड मरवा लो.

लेकिन मैंने मना कर दिया और आगे चल दी.

सनी बोला- यार गांड मारने दो … नहीं तो मैं मासी को कॉल कर दूंगा.
मैं हंसते हुए बोली- अच्छा … और फोन करके क्या बोलोगे कि दीदी की गांड मारनी है!
वो चुप रहा और अपना लंड मसलता रहा.

मैं बोली- तुझे जिसको कॉल करना है, कर लो.
मैंने सोची थी कि ये सिर्फ मुझे धमका रहा होगा.

मगर उसने तो मेरी मॉम को कॉल लगा दिया.
मैं ये देखकर ही शॉक हो गयी कि ये मॉम से क्या बोलेगा.

मैं जब तक फोन पकड़ पाती, तब तक मॉम की फोन रिंग बजने लगी.
मॉम ने सनी का फोन उठाते हुए कहा-कैसे हो सनी बेटा … अब याद आयी अपनी मासी की.
सनी ने बोला- मासी, मैं आ रहा हूं.

ये सुनकर मॉम शॉक हो गईं और मैं भी कि अचानक क्या हो गया.
तभी मॉम बोलीं- क्यों क्या हुआ बेटे?
सनी बोला- मासी, आप बोली थीं ना कि जब तक जीजू नहीं आते … अपनी बहन का ख्याल रखना.

मेरी मां बोलीं- बिल्कुल बोली थी.
तो सनी बोला- देखो न मासी, दीदी मेरी एक भी बात नहीं मानती हैं और डांटती भी हैं.
मॉम बोलीं- अच्छा ये बात है. तू जरा मधु को फोन दे.

सनी ने फोन स्पीकर ऑन करके मुझे फोन दिया और मुझे पीछे से जाकर अपनी बांहों में दबोच लिया.

अब मैं कुछ बोल भी नहीं सकती थी कि नहीं करो. यदि बोलती तो मॉम को शक हो जाता.

मॉम की आवाज आई- मधु बेटा अपने भाई को क्यों परेशान करती हो … बेचारा कितना शरीफ है. थोड़ी बहुत बात मान लिया करो.

मैं मन ही मन सोचने लगी कि ये कितना शरीफ है … वो तो सिर्फ मैं ही जानती हूँ.
उस समय भी सनी मेरी दोनों गेंदों को उछाल रहा था. मैं मॉम से बात कर रही थी.

इतने में सनी मेरे सामने आ गया और मेरे सर को पकड़ कर मेरे होंठों को चूसने लगा. मॉम अभी भी कॉल पर ही थीं.

फिर मैं सनी से इशारे से बोली कि ये क्या कर रहे हो
मगर वो बिना कुछ बोले नीचे बैठ गया और अपने जीभ से मेरी जांघ पर से पानी की बूंदें चाटने लगा, जिससे मैं एकदम से सिहर गयी.

मेरे मुँह से अचानक निकल गयी- ये क्या कर रहे हो?
इतने में मॉम बोलीं- क्या हुआ?

सनी बोला- देखो न मासी … मैंने सिर्फ इस टेडीबीयर को उठाया, तो बोल रही है.
मॉम बोलीं- क्या मधु … तुम भी खेलने दो ना बेचारे को टेडीबीयर के साथ.

मैं मन ही मन बोली कि मॉम वो टेडीबीयर आपकी बेटी ही है.

मॉम की आवाज आई- सनी बेटा जैसे मन करे … तुम वैसे खेलो, तेरी दीदी कुछ नहीं बोलेगी … मैं हूँ ना.

मॉम की ये बात सुनकर मेरी हंसी निकल गयी और मैंने सोची कि कितनी भोली हो मॉम.
आप खुद सनी को मेरे साथ खेलने के लिए बोल रही हो.

सनी बोला- मासी, आप कॉल पर ही रहना और सुनना दीदी क्या क्या करती हैं.
मॉम हंसते हुए बोलीं- ठीक है बाबा.

मैं समझ गयी कि आज ये मेरी ऑन कॉल ही चुदाई करेगा.
उसकी इसी बात पर मैं फिदा थी. हमेशा मुझे सरप्राइज देकर मेरी चुदाई करता है. मैं भी उसको बहुत एन्जॉय करती हूँ.

इतने में सनी खड़ा हो गया.

दोस्तो, मैं इस देसी गर्ल की चुत कहानी को अभी यही रोक रही हूँ. कल फिर इसे आगे लिखूंगी. आप मुझे कमेंट करना न भूलें.
आपकी शहद सी मीठी मधु

देसी गर्ल की चुत कहानी का अगला भाग: मौसेरे भाई बहन की गांड चुदाई की कहानी -2