सगी बहन की सीलपैक चुदासी चुत चोदने मिली

भाई बहन की चुदाई हिंदी में लिखी है मैंने! अपनी बड़ी बहन की सेक्स की इच्छा को मैंने उसके फोन से जाना और उसे अपने साथ सेक्स करने के फायदे बताये.

कुछ पाठक रिश्तों में सेक्स की कहानी पसंद नहीं करते. उनसे अनुरोध है कि वे किसी अन्य कहानी पर चले जाएँ.

नमस्कार दोस्तो, मैं आज अपनी भाई बहन की चुदाई हिंदी में के साथ आपके सामने हाज़िर हूँ.

आशा करता हूँ कि आप सभी चुदाई का मजा ले रहे होंगे. चुदाई का अपना ही अलग मजा होता है. गर्म चूत में जब लंड घुसता है तो खूब मजा आता है.

मेरा नाम कपिल दिवाकर है, मेरी उम्र 19 साल की है. मैं राजस्थान के एक शहर का रहने वाला हूँ.

आज मैं आपको मेरे जीवन की सबसे मस्त सेक्स कहानी बताने जा रहा हूँ.
यह सेक्स कहानी मेरे और मेरी सगी बड़ी बहन के बीच हुई चुदाई की कहानी है.

मैं हमेशा से अपनी बहन को गंदी नज़रों से देखता आ रहा हूँ, वो है ही इतनी कमसिन कली कि किसी का भी लंड खड़ा कर दे.

मेरी घर में चार लोग रहते हैं. मैं, मेरे पापा-मम्मी और मेरी बड़ी बहन. मेरी बड़ी बहन का नाम संगीता है.
घर में सभी लोग उसे प्यार से संगो कहते हैं.

संगो की उम्र 21 साल की है. वो बहुत खूबसूरत और सेक्सी है.
मेरी बहन का फ़िगर बहुत ही हॉट है. उसकी बड़ी गांड और तने मम्मों को देख कर हमेशा ही मेरा लंड खड़ा हो जाता था.

मैं जब भी अपनी बहन को देखता, तो बस मेरा यही मन करता कि अभी इसको यहीं नंगी करके चोदने लगूँ, पर गांड फट जाती थी कि उसके बाद मेरा क्या हाल होगा.

मैं अपनी सगी बहन संगो को अपने लौड़े के नीचे ला नहीं पा रहा था, तो मैं बाथरूम में उसकी उतारी हुई पैंटी को ही चाट कर उसकी रसीली चुत का स्वाद ले लेता था.
कभी तो मैं चुपके से संगो दीदी को कपड़े बदलते देख कर उसकी बड़ी गांड और मम्मों का दीदार भी कर लेता था.

जब से मेरा लंड जवान हुआ है, तब से ही मैं दीदी की गांड का दीवाना हूँ.
घर में जब संगो दीदी टाइट जींस में गांड मटकाती हुई चलती थी तो मेरा लंड मचल उठता था.

मैंने अब तक कई बार अपनी दीदी के बारे में सोच कर मुठ मारी है.

हमारी चुदाई उस समय शुरू हुई, जब मैं कक्षा ग्यारहवीं कक्षा की पढ़ाई कर रहा था और मेरी बहन संगो कक्षा बारहवीं में थी.

हम लोग हमेशा से साथ में पढ़ाई करते थे और एक ही कमरे में सोते थे.

मैं और मेरी बहन थोड़ी बहुत खुल कर भी बात कर लेते थे.
कभी कभी किसी एडल्ट जोक वगैरह पर साथ हंस लेते थे.

फिर मैंने एक दिन सोच ही लिया कि किसी भी तरह से दीदी को चुदाई के लिए मनाना ही है, चाहे कोई तरकीब लगानी पड़े.

एक दिन जब दीदी नहाने गयी तो मैंने उसका मोबाइल चैक कर लिया.
उसमें उसकी एक फ़्रेंड की वाट्सअप चैट खोल कर देखी, तो मेरी आंखें खुली की खुली रह गईं.
उसमें बहुत सारी पोर्न मूवीज़ थीं जो उन्होंने आपस में भेजी हुई थीं; बहुत सारी चुदाई की बातें भी लिखी हुई थीं.

चैट में उसकी फ़्रेंड मेरी दीदी को अपनी चुदाई की कहानी भी बता रही थी.
उसने दीदी को ये भी लिख कर भेजा था कि वो भी जल्दी से किसी का लंड चख ले.
जिसके उत्तर में मेरी दीदी ने जो लिखा था, वो बड़ा ही चौंकाने वाला था.

दीदी ने लिखा था कि वो भी किसी बड़े लंड से चुदवाना चाहती है, पर डरती है कि किसी को पता ना चल जाए.

इतना पढ़ने के बाद जब मुझे दीदी के बाहर आने की आवाज़ आयी तो मैंने उसका मोबाइल बंद करके रखा और बाहर आ गया.

मुझे एक बात की ख़ुशी हो रही थी कि दीदी को चुदवाने की इच्छा है, बस वो बाहर किसी से चुदवाने में डरती है.

अब मेरे दिमाग़ में एक तरकीब आयी कि मैं बड़ी आसानी से दीदी को मेरे लंड की दीवानी बना सकता हूँ. चूंकि मैं तो घर में ही उसको चोद सकता हूँ, तो वो भी खुश हो जाएगी.

हम दोनों के साथ अच्छी बात ये भी थी कि हम दोनों एक ही कमरे में सोते थे.

उसके दूसरे दिन ही मैंने अपना काम चालू कर दिया.

दूसरे दिन जब सुबह सुबह मैंने देखा कि दीदी नहाने जाने की तैयारी कर रही है.
तभी मैं बाथरूम में चुपचाप घुस गया.

मैंने दरवाज़ा बिना कुंडी लगाए अटका दिया और पूरे शरीर पर पानी गिरा लिया.
आधे शरीर पर साबुन लगा कर ऐसे खड़ा हो गया, जैसे नहा रहा हूँ. मैंने अपने लंड को भी हिला कर खड़ा कर रखा था ताकि दीदी को मेरा लंड फुल साइज़ में बड़ा दिखे.

कुछ ही पलों में मुझे दीदी के आने की आहट हुई तो मैं दरवाज़े की तरफ़ मुँह करके साबुन शरीर पर मसलने लगा.

दीदी ने जैसे ही दरवाज़ा खोला तो उसकी सीधी नज़र मेरे मोटे लम्बे खड़े लंड पर गयी.
वो एकदम से डर कर बाहर चली गयी.

उसके बाद जब रात को हम कमरे में पढ़ने बैठे, तो दीदी बार बार चुपके चुपके से मेरी पैंट में लंड पर नज़र घुमा रही थी.
तभी मैं समझ गया था कि दीदी को लंड देखकर मज़ा आ गया है.

फिर मैंने सोचा कि दीदी को एक बार बता दूँ कि मैंने उसका मोबाइल देख लिया था तो शायद उसकी शर्म मुझसे टूट जाए और वो मेरे लंड से चुदाई के लिए मान जाए.

मैंने दीदी को मोबाइल के बारे में बता दिया, तो वो मेरी तरफ देखने लगी.
दीदी बोली- ये ग़लत बात है, तुझे मेरा मोबाइल नहीं देखना चाहिए था.

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मैंने दीदी को बिना शर्म कर बोल दिया.
मैं बोला- दीदी अगर आपको चुदवाना है, तो कहीं बाहर जाने की ज़रूरत नहीं है. आप मेरे साथ मज़े ले सकती हो.
इस पर दीदी बोली- पागल है क्या, तू भाई है मेरा … मैं ऐसे कैसे तेरे साथ सेक्स कर सकती हूँ.

मैंने महसूस किया कि दीदी ने बिना ग़ुस्सा के ये बात कही है तो मैं समझ गया कि मेरे लंड से चुदवाने का मन तो दीदी का भी है. बस थोड़ा शर्मा रही है.
मैं मनाने की कोशिश करूं तो ये मान भी जाएगी.

मैंने बोला- दीदी यार, कब तक अपने फ़्रेंड्स की स्टोरी सुन कर अपनी कोमल चुत में उंगलियां करोगी. मेरा बहुत बड़ा लंड है, मुझसे ही मजा ले लो. फिर घर की बात घर में ही रह जाएगी, किसी को पता भी नहीं चलेगा.

दीदी मेरी तरफ देखने लगी और कुछ सोच कर बोली- बात तो तेरी सही है. तेरा लंड देख कर मेरा भी एक बार तुझसे चुदवाने का मन तो हुआ था.

मैंने पूछा- आपने मेरा लंड कब देख लिया था.
दीदी हंस दी और बोली- साले लंड दिखाने के लिए ही तूने बाथरूम में ड्रामा किया था और अब मुझसे बन रहा है.

उसके इतना कहते ही मैंने दीदी को अपनी ओर खींच लिया; उसके गुलाबी होंठों को चूमना शुरू कर दिया.

दीदी ने भी मुझे टाइटली पकड़ लिया और मेरे साथ ही चूमना शुरू कर दिया.
मेरा लंड अब एकदम तन कर खड़ा हो गया था.

मैंने अपने दोनों हाथों से दीदी की मोटी गांड दबाना शुरू कर दिया.
दीदी चुदने के लिए इतनी उतावली हो रही थी कि उसने अगले ही पल मेरी टी-शर्ट उतार दी और मुझे पलंग पर गिरा कर मेरे ऊपर चढ़ गयी.

दीदी बोली- साले बहनचोद मुझे तेरे लंड को चूसना है. जल्दी से तू अपने लंड को अपनी इस रंडी बहन के मुँह में घुसा दे.

मैंने अपना लंड दीदी के मुँह के सामने खोल दिया.
दीदी ने पूरा लौड़ा मुँह में ले लिया और मस्ती से लंड चूसने लगी.

सच में पोर्न देखकर मेरी दीदी बड़ी वाली रांड बन चुकी थी. मेरे लंड को बड़ी मस्ती से चूसने लगी थी.

दस मिनट तक मेरे लंड को चूसने के बाद दीदी बोली- आज तो तू पूरा बहनचोद बन जा, आज तुझे अपनी बहन को तुझे जितना चोदना है, चोद ले. आज रात मेरे पूरे जिस्म को निचोड़ दे मेरे भाई. तू मुझे जल्दी से अपनी रंडी बना कर चोद दे. आज अपनी बहन की चुत का भोसड़ा बना दे. आज हम दोनों पूरी रात चुदाई करेंगे.

उसकी बातें बता रही थीं कि मेरी बहन अब पूरी तरह गर्म हो चुकी है.

उसने 69 में आकर झटके से मेरा लौड़ा पकड़ लिया और उसे फिर से चाटने लगी.
वो एक अनुभवी चुदक्कड़ की तरह ये सब कर रही थी.

मैं भी अपनी बहन की चूत चाट रहा था.
अब हम दोनों 69 की पोजीशन बनाए हुए मजा ले रहे थे और एक दूसरे को चाट चूस रहे थे.

करीब दस मिनट एक दूसरे को चाटने के बाद मेरी बहन मेरा लौड़ा चूत में लेने को तैयार थी.

मैंने दीदी को लिटाया और उसकी गांड के नीचे एक तकिया रख दिया.

दीदी की चूत के छेद पर मैंने अपना लंड लगाया और एक हल्का झटका दे दिया.
उसके मुँह से एक हल्की सी आवाज निकली.

इससे मुझे लगा कि दीदी मेरा लंड सहन कर लेगी इसलिए मैंने एक तेज झटका मारा और अपना आधे से ज्यादा लंड उसकी चूत में घुसा दिया.

दीदी के मुँह से कामुक सिसकारियां निकलने लगीं.

वो बोली- आंह बहनचोद, अपनी बहन पर रहम कर मां के लौड़े … उम्म्ह … अहह … हय … याह … इतना मोटा लौड़ा मेरी चूत में घुसा दिया. साले पहले दिन तो रहम करता, अब तो अगले कई साल तक मैं तेरी रंडी हूँ, जब मन करे तब चोद दियो.

मैंने अपने झटके चालू रखे और करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों झड़ कर अलग हो गए.

थोड़ी देर आराम से लेटने के बाद मैंने दीदी के मम्मे फिर से चूसना शुरू कर दिए.
दीदी फिर से गर्म होने लगी थी, उससे रहा नहीं जा रहा था.
वो जल्दी से जल्दी चुत में लंड घुसवाना चाह रही थी.

मैंने दीदी की कोमल गुलाबी चुत को चाटना शुरू कर दिया.
दीदी वासना से भरी हुई सिसकारियां लेने लगी.

दीदी- आह … भाई ओह्ह … जल्दी चाट ले भाई … और जल्दी से लंड इसमें घुसा दे … अब रहा नहीं जाता.

मैंने दीदी को घोड़ी बना दिया और उसकी मोटी गांड को अपने हाथों में ले लिया; अपना लंड धीरे धीरे करके दीदी की चुत में घुसा दिया.

पहले मैंने धीरे धीरे झटके दिए तो दीदी बोली- साले क्या हुआ तेरे लौड़े में दम नहीं बचा क्या … आह ज़ोर ज़ोर से चोद ना अपनी बहन को … तेरी बहन कमज़ोर नहीं है … चोद सेल तेज तेज चोद.

अब मैंने दीदी को बुरी तरह पेलना शुरू कर दिया.

कुछ देर बाद दीदी को नीचे लेकर उसके ऊपर चढ़ गया और ताबड़तोड़ चुदाई शुरू कर दी.

दीदी की दोनों टांगें हवा में उठी हुई थीं और मैं पूरी ताकत से चुत का भोसड़ा बनाने में लगा हुआ था.

कम से कम आधे घंटे की चुदाई के बाद मैंने दीदी की चुत में ही लंड का पानी छोड़ दिया.

हम दोनों एक दूसरे से चिपक कर लेट गए.

कुछ देर बाद दीदी बोली- देख भाई, चुदाई में तो मज़ा आ गया, पर तूने जो अन्दर पानी छोड़ा है … इससे मैं प्रेगनेंट भी हो सकती हूँ.
मैं बोला- तो फिर दीदी अब क्या करें?

दीदी बोली- कोई बात नहीं, इस बार मैं देख लूंगी कुछ, मगर अगली बार से ध्यान रखना.
उसके बाद मैं और दीदी रोज़ रात को खुल कर चुदाई करने लगे थे और कम से कम दो बार चुदाई के बाद ही सोते हैं.

हम लोगों ने 3 साल तक बहुत जमकर चुदाई की.
मैंने दीदी को पूरी रंडी बना दिया था.
कई बार मैं दीदी को अपने लंड का पानी भी पिला चुका हूँ.
उनकी प्यास भी अब मेरे लंड के पानी से ही बुझती है.

घर में मैं कभी भी मौका पाते ही दीदी के मम्मे दबा देता हूँ और कभी भी गांड पर हाथ भी घुमा देता हूँ.
दीदी भी चलते चलते मेरे लंड पर हाथ मार देती है.

कभी कभी तो रसोई घर में ही दीदी को लंड चुसवा देता हूँ. मैंने कई बार दीदी को मेरे लंड का पानी ब्रेड पर लगा कर भी खिलाया है.

एक बार तो हमने रात को कमरे में एक दूसरे से शादी भी कर ली थी.
मैंने दीदी की मांग भी भरी थी और सुहागरात तो हम रोज़ ही मना लेते हैं.

फिर एक दिन दीदी की शादी हो गयी और दीदी अपना फटा भोसड़ा लेकर किसी और से चुदवाने चली गयी.
लेकिन अब भी जब घर आती है, तो हम दोनों जमकर चुदाई करते हैं.

जिन लोगों को भी भाई-बहन की चुदाई पसंद है, वो अपनी दीदी की चूत का मजा जरूर लें, जिस तरह से मैं ले रहा हूं.
अपनी बहन की चुत से ज़्यादा मज़ा किसी की चुत में नहीं होता.

मैंने अपनी दीदी की चूत को चोद कर उसको अपनी पत्नी ही बना लिया है और मुझे अपने किए पर कोई पछतावा भी नहीं है.
मैं अपनी बहन के बिना नहीं रह सकता था और मेरी बहन भी मेरे बिना नहीं रह सकती थी.
इसलिए हम दोनों आज भी चुदाई करते हैं.

आप भी कोशिश करें और अपनी ही बहन को चोदे, दूसरों की नहीं.

मैं अन्य लड़कों को जो अपनी बहन को चोदने की दृष्टि से देखते हैं, उनको भी बहनचोद ही बनने की सलाह देना चाहूँगा.
इससे दो तरह के फायदे हो जाते हैं. एक तो घर में ही चूत मिल जाती है और आप पूरी जिंदगी अपनी बहन की चूत का मजा ले सकते हैं.

इसके बाद मैं एक और धमाकेदार असली सेक्स कहानी लेकर आऊंगा जिसमें मैंने और दीदी ने हमारी मम्मी को किसी पराए मर्द से चुदवाते देखा था.

फिर कैसे हम दोनों भाई बहन ने मम्मी को भी हमारी चुदाई में शामिल किया, वो लिखूँगा.
मेरी मम्मी भी बहुत ही जवान और खूबसूरत हैं, साथ ही उनका बहुत ही कातिल फिगर है.

अगली चुदाई की कहानी इससे भी ज्यादा मज़ेदार होने वाली है. वो बहुत ही मज़ेदार गर्म कहानी है, इसलिए कामुकताज डॉट कॉम से जुड़े रहें.

सभी को मेरा प्रणाम … इससे आगे भी आपका प्रिय कपिल, भाई बहन की चुदाई की और भी सेक्स कहानियां पेश करेगा.

आपको ये भाई बहन की चुदाई हिंदी में कहानी कैसी लगी, इसके बारे में कमेंट करके ज़रूर बताएं.
धन्यवाद.

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