क्लासमेट की डर्टी सेक्स की तमन्ना पूरी की- 2

हॉट स्टूडेंट पोर्न स्टोरी में पढ़ें कि मेरी क्लासमेट मुझे अपने घर ले गयी. वहां उसने अपनी नंगी चूचियां दिखाकर मुझे गर्म किया और चुदाई का माहौल बनाया.

दोस्तो, मैं आपका साथी प्रकाश एक बार फिर से अपनी सहपाठिन जस्सी की चूत चुदाई की कहानी में स्वागत करता हूँ.
पोर्न स्टोरी के पहले भाग
क्लासमेट की अतृप्त वासना
में अब तक आपने पढ़ा था कि जस्सी मेरे साथ डर्टी सेक्स करना चाहती थी. हम दोनों राजी हो गए थे और हल्दी वाला दूध सामने रखा था.

अब आगे Hot Student Porn Story:

हम दोनों ने हल्दी वाला दूध पीना शुरू कर दिया.
वो एक घूंट दूध अपने मुँह में लेती और मेरे मुँह में डालती.

इस तरह से हमने दूध खत्म किया और करीबन 15 मिनट तक एक दूसरे को किस करते रहे.

मैंने जस्सी से कहा- अब एक काम कर … थोड़ा शहद, चॉकलेट सॉस चाहिए.
वो मुस्कुरा कर बोली- रुको, मैं लेकर आती हूँ.

कुछ देर बाद हम दोनों उसके बेडरूम में आ गए.
मैंने उससे एक चादर मांगी और नीचे डाल दी. नहीं तो बेड गंदा हो जाता.

मैंने उससे कहा- मैं तुम्हारे हाथ बांध देता हूँ, चलेगा न तुझे!
वो बोली- तू जैसे बोलेगा, वैसे मैं करूंगी.

मैंने उसके दोनों हाथ बांध दिए.
वैसे भी जस्सी नंगी ही थी.

मैंने उसको चादर पर लिटाया, उसके चुचों पर थोड़ा शहद डाला और धीरे धीरे जीभ से चुचे के आजू बाजू चाटने लगा.

बीच बीच में ही मैं निप्पल को एक पल के लिए चूसता और खींच कर काट देता.
उसके मुँह से निकल जाता- आह … आह … जोर से आंह और जोर से काटो इसे … साले बहुत सताते हैं.

फिर मैंने थोड़ा सा शहद नाभि पर डाला, तो वो सिहर गयी.
उसको अंदाजा नहीं था कि मैं क्या करने वाला हूँ.

मैंने उसकी नाभि चाटी, फिर उसके दोनों अंडरआर्म्स पर शहद डाला क्योंकि उसके हाथ मैंने ऊपर की ओर बांध दिए थे, तो उसके अंडरआर्म्स खुले हुए थे.

जस्सी जोर से चिल्लाई- ये क्या कर रहे हो प्रकाश … ये मैं पहली बार देख रही हूँ.

जस्सी को सहन नहीं हो रहा था और मैं मान नहीं रहा था.
मैं उसकी बगलों को चाटने लगा.
जस्सी जोर जोर से चिल्लाती हुई झड़ गयी.

मैंने उससे कहा- जस्सी क्या यार … तुम अभी से झड़ गईं. मैं तो अभी तक नीचे तक भी नहीं आ पाया और तुम झड़ गईं.
वो नशीली आवाज में बोली- यार, मैंने आज तक इतनी ब्लू-फिल्म देखी हैं, लेकिन मैंने ये सीन कहीं भी नहीं देखा.

मैं- तुम देखती जाओ जस्सी, तुम आज पूरी तरह से सेक्स एंजाय करोगी.
वो मस्त हो गई.

अब मैंने शहद उसकी चूत पर डाला और जीभ से चूत के आजूबाजू को चाटने लगा.
जस्सी एकदम से कलप उठी और उसने झट से मेरा सर पकड़ कर अपनी चूत के ऊपर लगा दिया.

वो व्याकुल भाव से बोली- आंह प्लीज खा जाओ मेरी चूत को!
मैं उसकी चूत को चूसने लगा.

जस्सी के मुँह से ‘आह … आह .. और अन्दर तक करो … आंह आ…ह …’ निकलने लगा.
कुछ ही पलों में वो दूसरी बार झड़ गयी.

मैंने उसका चूत का पानी पी लिया.
जस्सी एकदम ऐसे शांत हो गयी थी, जैसे उसमें जान ही ना बची हो.

मैं भी उसके बंध खोल कर उसके बाजू में लेट गया.

थोड़ी देर बाद जस्सी उठी और मुझे किस करने लगी.
मेरे मुँह पर उसकी चूत का पानी लगा था, उसने वो पूरा चाट लिया.

फिर मेरी छाती को चाटते चाटते नीचे लंड की तरफ आ गयी. उसने लंड पर शहद डाला और वो मेरे लंड को चूसने लगी.

उसने मेरी कमर के नीचे तकिया रखा और लंड और गोटियों को चाटने लगी.

ऐसे करते करते वो जीभ से गांड के छेद को चाटने लगी.
उसने जैसे ही मेरी गांड को जीभ से छुआ, मुझे कंरट सा लगा.

अभी तक किसी ने मेरी गांड चाटी नहीं थी. ये मेरे लिए भी नया अनुभव था.

वो बोली- क्या हुआ?
मैंने जवाब दिया- क्या कर रही हो यार … बड़ी गुदगुदी हो रही है.

वो बोली- तुझे अच्छा नहीं लगा?
मैंने जवाब दिया- यार, ये मेरे लिए नया अनुभव था.
वो बोली- ये तो शुरुआत है.

उसने गांड के अन्दर उंगली डाली और अन्दर तक चाटने लगी.
मैंने जस्सी को बोला- आह … ये क्या कर रही है … मेरे लंड से पानी निकल जाएगा.

ये सुनकर जस्सी ने लंड को मुँह में ले लिया और जोर जोर से चूसने लगी.

उसने मेरा पूरा लंड मुँह के अन्दर ले लिया था. मुझे लग रहा था उसने अपने गले तक लंड डाल खा लिया था.
मुझसे सहन नहीं हुआ और मेरी पिचकारी लंड से निकल गई.
ये सीधी उसके पेट में गयी क्योंकि उसने मेरा लंड मुँह से बाहर निकाला ही नहीं था.

वो बराबर लंड चूसती रही और जब तक मेरे झटके खत्म नहीं हो गए, वो मेरे लंड को भैंस के थन जैसी चूसती रही.

मैं निढाल हो गया था. मेरे लंड में जान ही नहीं रही थी.

फिर उसने लंड मुँह से बाहर निकाला और बोली- कैसा लगा प्रकाश?
मैंने जस्सी से पूछा- यार, ये सब कहां से सीखा?

वो बोली- मुझे बहुत दिनों से तेरे साथ सेक्स करने की इच्छा थी, तो मैं पोर्न साईट देखती थी. उसमें ही ये देखा था. आज तेरे साथ उस तरह से चुसाई करने का मन था, सो किया. तुझे मजा आया ना! मुझे तो बहुत अच्छा लगा.
मैंने कहा- हां मुझे भी बड़ा मजा आया.

फिर मैंने घड़ी की तरफ देखा, तो चार बजे थे.

जस्सी बोली- मैं कुछ खाने के लिए लाती हूँ.
हम दोनों ने नंगे रह कर ही नाश्ता किया. वो मेरी गोद में बैठी रही.

फिर वो बोली- चलो, अब मुझे चोदो जल्दी से!

हम लोग बेड पर आ गए और 69 में हो गए. उसने मेरे लंड को चूस कर फिर से खड़ा कर दिया.

वो बोली- अब देर ना करो.
मैंने उससे पूछा- तेरे घर में बर्फ है क्या!

वो बर्फ लेकर आयी.
मैंने उसको लिटा दिया, बर्फ के क्यूब को उसकी चूत में डाला और लंड चूत में डालकर उसकी चूत चोदने लगा.

उसे मालूम ही नहीं हुआ कि एकदम से ये क्या हो गया.

आग की तपिश में बर्फ का महसूस होना उसके लिए एकदम नया प्रयोग था.
जस्सी चिल्लाने लगी.

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मैं उसके मुँह पर हाथ रखकर जोर जोर से उसकी चूत पेलने लगा.

जैसे ही मुझे लगा कि शायद जस्सी आ सकती है, तो मैं रुक गया.
ऐसे मैंने तीन बार किया.

जस्सी मुझे गाली देने लगी- साले ऐसे क्यों कर रहा है. ऐसे तो मैं मर जाऊंगी.

मैं बिना कुछ कहे जोर जोर से चूत चोदने लगा.
तभी जस्सी जोर से चिल्लाई और उसकी चूत से पानी का फव्वारा निकल गया.

वो निढाल हो गयी.
लेकिन मेरा तो अभी बाकी था, मैं उसकी चूत में लंड पेलता रहा.

तभी जस्सी बोली- अरे रुक जा ना कमीने … ऐसे तो तुम मुझे मार ही डालोगे.
मैंने बोला- मेरी बेबी को मैं कैसे मार सकता हूँ.

मैं वापस जोर जोर से चूत चोदने लगा.

अब मेरा भी होने वाला था, मैंने उससे पूछा- रस कहां निकालूं?
वो बोली- मेरी चूत में ही निकाल दे, मैं तुम्हारे पानी को अपनी चूत में महसूस करना चाहती हूँ. तुम चिंता मत करो, मैं गोली ले लूंगी. जल्दी जल्दी पेल, मेरा भी काम होने वाला है.

बस कुछ ही पलों में हम दोनों का एक साथ ही हो गया.

मैंने बिना चूत से लंड निकाले नीचे लेट कर उसे अपने शरीर पर ले लिया.
फिर देखा तो नीचे बिछाई चादर गीली हो गयी थी.

मेरा लंड निकलने बाद वो कुछ मिनट तक वो पेशाब करती रही.

एकदम से उसकी आंखें बंद होने लगी थीं.
मैं डर गया कि साला ये क्या हुआ. मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था.

मैंने वही पेशाब का पानी उसके मुँह पर मारा और उसे उठाया.
वो उठ गयी और हंसने लगी.

फिर वो बोली- प्रकाश मजा आ गया यार तूने तो सेक्स करते करते पहली बार मेरा पेशाब निकाल दिया … और साले तूने मेरे मुँह पर मेरा ही पेशाब फेंका. बहुत गंदे हो तुम, लेकिन पेशाब का टेस्ट अच्छा था. लाओ तुझे भी टेस्ट करा देती हूँ.

वो मुझे किस करने लगी, तो मुझे उसकी पेशाब का टेस्ट भी मिल गया.

‘हां यार सच्ची में अच्छा स्वाद है.’

वो मेरा लंड फिर से चूसने लगी.

मैंने उससे कहा- अब छोड़ दे, मुझे पेशाब लगी है. मुझे बाथरूम जाना है.
वो बोली- यहीं कर मेरे शरीर पर!

मैं बोला- अरे यहां सब गंदा हो जाएगा.
वो बोली- हो जाने दे गंदा, मैं साफ कर दूंगी.

मैं पेशाब करने लगा तो उसने सर से लेकर पांव तक अपने शरीर पर मेरी पेशाब का पानी लिया और बाकी का पेशाब पी लिया.

फिर वो चादर पर लेट गयी और मुझे अपने ऊपर लिटा दिया.
हम दोनों बात करने लगे.

वो बोली- तुम्हें मजा आया कि नहीं प्रकाश … मैं तो बहुत एन्जॉय कर रही हूँ.
मैं बोला- हां यार जस्सी, मुझे भी ऐसा करने की इच्छा थी, जो तूने पूरी कर दी.

कुछ देर हम दोनों बात करते रहे.

कुछ देर बाद मैंने उससे कहा- चल नहा लेते हैं.
हम दोनों बाथरूम में गए.

वो बोली- मुझे टॉयलेट जाना है.
मैंने कहा- चलो एक काम करते हैं. तुम पॉटी करो, मैं तेरी चूत मारता हूँ.

वो बोली- ये कैसे संभव है?
मैंने उसे कमोड पर बिठाया और चूत थोड़ा आगे करके मैं उसकी चूत में लंड पेलने लगा.

ये करतब मेरे लिए भी नया था.

कुछ मिनट बाद हम दोनों का काम हो गया. उसके बाद जस्सी ने मुझे नीचे लिटाया और मेरे पूरे शरीर पर पेशाब की, जो मुझे भी अच्छा लगा.
मैंने उसकी थोड़ी पेशाब पी भी ली.

मैंने जस्सी से पूछा- यार, मुझे और एक इच्छा है … क्या तुम पूरी करोगी?
वो बोली- क्या इच्छा है … बोल ना!

मैंने बोला- तेरी गोल मटोल गांड मारने की इच्छा हो रही है.
वो बोली- यार ये भी कोई पूछने की बात है. तेरी इच्छा … और मैं पूरी ना करूं. चल आ जा.

जस्सी ने मेरे लंड पर बहुत सारा साबुन लगाया और बोली- अब देख कैसे सट से अन्दर जाता है.

मैंने उसकी गांड पर थोड़ा तेल डाला और धीर धीरे लंड अन्दर डालने लगा.

जस्सी को बहुत दर्द हो रहा था. उसके चेहरे से साफ़ दिख रहा था लेकिन वो कुछ भी बोल नहीं रही थी.

मैंने कहा- जाने दे जस्सी, मैं लंड निकाल लेता हूँ, तुझे बहुत दर्द हो रहा है.
वो बोली- बिल्कुल नहीं … तू करता रह. निकालेगा तो मार खाएगा.

मैं लगा रहा.
धीरे धीरे मेरा पूरा लंड अन्दर घुस गया.

वो बोली- चल मेरे घोड़े, अब अपनी घोड़ी की गांड मार.

मैंने अन्दर बाहर करना शुरू किया.
वो जोर जोर से चिल्लाने लगी.

मैंने उसके मुँह पर अपना हाथ लगाया, नहीं तो दिक्कत हो जाती.

‘आह … आह …’ करती हुई वो लंड लेने लगी.

कुछ देर बाद गांड रवां हो गई तो वो बोली- आंह यार, बहुत मजा आ रहा है … आह जोर जोर से मार ना … आह … मैं आ रही हूँ.
मैंने बोला- मुझे अभी टाईम लगेगा.

ऐसे करते करते बीस मिनट निकल गए. मैंने पूछा- रस कहां निकालूं जस्सी?

वो बोली- मेरे मुँह में डाल दे अपना वीर्य.
मैंने लंड गांड से बाहर निकाला तो उसने झट से पानी से लंड धोया और मुँह में लेकर चूसने लगी.

उसने मेरा रस पीकर लंड साफ कर दिया.
चुदाई के बाद हम लोग नहाकर बाहर निकल आए.

शाम के सात बज रहे थे.
हम दोनों नंगे बैठे थे.

जस्सी- प्रकाश तुझे मालूम नहीं, तूने मुझे कितना आनन्द दिया है. मेरी वर्षों की इच्छा पूरी की है तूने.

मैंने जस्सी से कहा- अगर मुझसे कुछ गलती हो गयी तो मुझे माफ कर देना!
वो बोली- तू पागल है. आज मैं बहुत खुश हूँ. चाहे तो एक बार वापिस चूत मार ना मेरी.

हमने फिर से सेक्स किया.

फिर मैं वहां से घर के निकल आया.

बाद में उसकी दूसरी शादी हो गयी.
मगर जस्सी से मेरी दोस्ती आज भी कायम है. हालांकि हमने दुबारा सेक्स कभी नहीं किया.

आपको मेरी हॉट स्टूडेंट पोर्न स्टोरी कैसी लगी, प्लीज़ मेल करें.
आपका प्रकाश
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