इस कहानी का पिछला भाग: कामिनी का हवश का सफर
हेल्लो दोस्तों, उमीद है आपको ये हिन्दी सेक्स स्टोरी पसंद आ रही है!
अब आगे की कहानी..
सन्दीप दरवाजे पर गया और दरवाजा खोला, सामने बिट्टू खड़ा था।
सन्दीप- क्या है?
बिट्टू- अरे भैया चलो क्रिकेट खेलने।
सन्दीप- (झुँझलाते हुए) अरे आज मैं नहीं आ रहा, तबियत थोड़ी ठीक नहीं है।
बिट्टू- अरे भैया चलो ना।
सन्दीप- अरे नहीं कल चलूँगा प्रॉमिस।
बिट्टू- अच्छा भैया ठीक है।
फिर बिट्टू चला गया, सन्दीप कमरे में आ गया। कामिनी अपना ब्लाउज़ पहन चुकी थी।
कामिनी- कौन था?
सन्दीप- बिट्टू था क्रिकेट खेलने के बुला रहा था।
कामिनी- तूने क्या बोला।
सन्दीप- मैंने बोला कल आऊंगा आज ज़रा तबियत ठीक नहीं है।
कामिनी- तबियत तो मैं तेरी ठीक करती हूँ।
ये बोल के कामिनी आगे बढ़ी और उसने सन्दीप की इलास्टिक वाली निकर नीचे सरक दी। फिर उसने उसका अंडरवियर भी नीचे कर। सन्दीप का लन्ड अभी खड़ा नहीं था। कामिनी अपने हाथ से उसका लन्ड सहलाने लगी और बीच बीच मे चूसती भी। थोड़ी देर में उसका लन्ड टाइट हो गया। सन्दीप ने अपनी टी शर्ट और बनियान भी उतार दी। वो पूरा नंगा हो गया।
कामिनी उसका लन्ड चुसने लगी।
सन्दीप – मामी बहुत मज़ा आ रहा है, मगर मुझे तुम्हे चोदना है।
मामी मुस्कराई, अभी वो घुटनो के बल बैठी हुई थी । उसकी साड़ी का पल्लु नीचे गिरा हुआ था। ऊपर से उसकी चूचियों की गहराई साफ दिख रही थी। वो खड़ी हुई, उसने अपनी साड़ी उतार कर एक तरफ फेंख दी। फिर उसने पेटीकोट का नाडा खोला, पेटिकोट नीचे गिर गया। जिसे उसने एक पाँव से सरका दिया।
अभी कामिनी काम की देवी लग रही थी। उसकी चूत के बाल भीगे हुए थे। सन्दीप आगे बढ़ा औऱ घुटनो पर बैठ गया। वो उसकी चूत को चाटने लगा। कामिनी ने अपना ब्लाउज़ और ब्रा भी उतार दी।
वो खुद ही अपनी चुचिया दबाने लगी। सन्दीप उसकी चूत को जीभ से चोदने लगा। अब जब कामिनी को लगा अब सब्र नहीं होता। उसने सन्दीप को रोका और फिर अपनी टांगें खोल कर बिस्तर में लेट गई।
सन्दीप आगे बढ़ा, उसने मामी की टाँगों के नीचे हाथ डालकर ऊपर उठाया। उसने अपना कसा हुआ लन्ड कामिनी की चूत पर रखा।
सन्दीप- मामी डाल दूँ।
कामिनी- हाँ डाल दे, अब क्या सोच रहा।
आज सन्दीप पहली बार किसी को चोदने जा रहा था। कामिनी ने उसका लन्ड पकड़कर छेद पर रख दिया।
कामिनी- अब घुसा अंदर।
सन्दीप- जी मामी ।
सन्दीप ने जोर से धक्का लगया। औऱ एक ही बार मे पूरा लन्ड अंदर डाल दिया। कामिनी की चीख ही निकल गई।
कामिनी- अरे ये क्या किया एक बार मे ही पूरा डाल दिया। बहुत दर्द हो रहा।
सन्दीप थोड़ा डर गया। और लन्ड अंदर डाल के रुक गया, एक मिनट वो ऐसे ही रहा।
फिर कामिनी बोली- चल अब देख क्या रहा, चोद मुझे।
सन्दीप – जी मामी।
सन्दीप लन्ड अंदर बाहर करने लगा, अब उसे मज़ा आने लगा, और वो जोर जोर से लन्ड अंदर बाहर करने लगा।
कामिनि – आह ज़रा धीरे कर, फाडेगा क्या मेरी चूत को।
सन्दीप- हाँ मामी तू मेरी पहली चुदाई है। तुझे खूब चोदूँगा ।
कामिनी- पर थोड़ा धीरे कर आह उइ माँ।
मग़र सन्दीप से बर्दास्त नहीं हो रहा था, कामिनी जितना आवाज निकाल रही थी वो उतना ही ज़ोर से चोदने लगा।
फिर वही हुआ 2-3 मिनट में सन्दीप के लन्ड ने पिचकारी छोड़ दी, उसके गर्म माल का स्पर्श पाते ही, कामिनी की चूत ने भी पानी छोड़ दिया।
वैसे कामिनी की चूत इतनी जल्दी पानी नहीं छोड़तीं, मगर एक जवां लन्ड उसे छोड़ रहा, और जो सन्दीप ने पहले उसकी चूत चाटी ,उस सबके असर से उसकी चूत ने भी पानी छोड़ दिया।
सन्दीप- मामी क्या मै जल्दी झड़ गया।
कामिनी- कोई बात नहीं होता है ये तेरा पहली बार है, इसलिए। मैं तुझे सब सीखा दूँगी। मुझे बहुत मज़ा आया।
फिर वो थोड़ी देर बिस्तर पर लेटे रहे। फिर कामिनी बोली,
कामिनी- चल मैं खाना बनाती हूँ।
फिर वो कपडे पहनने लगी।
सन्दीप- मामी ऐसे ही नंगे होकर खाना बनाओ ना।
कामिनी- पागल हो गया क्या, कोई आ गया तो।
फिर उसने कपडे पहने, और किचन में चली गई। सन्दीप ने अपने कपडे पहने और वो भी किचन में चला गया।
सन्दीप- ,,मामी, मैंने आपके अंदर माल गिरा दिया। अगर आप गर्भवती हो गई तो।
कामिनी- नहीं होंगी मैंने ओपरेशन करवा रखा है।
सन्दीप – अच्छा।
अब वो किचन में ही था, बीच बीच मे वो कामिनि को किस करता, कभी उसकी चुचिया दबा देता। और कभी उसकी गाँड़ को दबा देता।
सन्दीप का लन्ड फिर खड़ा हो गया। वो कामिनी के पीछे चिपक कर खड़ा हो गया। उसका लन्ड कामिनी की गाँड़ से टकराने लगा। उसने कामिनी की कमर को पकड़ लिया और अपना लन्ड साड़ी के उपर से ही उसकी गाँड़ में रगड़ने लगा।
कामिनी- अरे ये क्या कर रहा है मुझे खाना बनाने दे। एक बार मैं खाना बना लूँ, फिर तेरे लन्ड की सेवा भी कर लूँगी।
सन्दीप- अच्छा मामी ठीक है।
फिर सन्दीप अपने कमरे में आ गया और बिस्तर पर लेट गया।
खाना बनाते वक्त कामिनी सोच रही थी, कि अगर उसने आज सन्दीप को चोदने नहीं दिया होता तो वो फिर रात को उसके कमरे में आ जाता। फिर वो ये सोचकर खुश भी हुई कि अब उसकी चूत की प्यास भी बुझती रहेगी। फिर उसने खाना बनाया। दोपहर के 1 बज चुके थे।
वो थोड़ी देर आराम करने के लिए अपने कमरे में लेट गई। आधे घण्टे बाद उसने सन्दीप को आवाज लगाई एयर खाने के लिए बुलाया।फिर दोनों ने खाना खाया। फिर किचन साफ करके कामिनी सन्दीप के कमरे में आई, वो बिस्तर पर लेटा हुआ था।
कामिनी- अब बोल, तेरा लन्ड बहुत उछल रहा।
सन्दीप- मामी आप हो ही इतनी मस्त ,किसी का भी लन्ड उछल जाएगा।
कामिनी-अच्छा बदमाश।
फिर कामिनी बिस्तर के साइड में बैठी, और निकर के ऊपर से लन्ड पर हाथ फिराने लगी। सन्दीप जो अब तक लेटा हुआ था वो बिस्तर पर बैठ गया और वो कामिनी के होंठों को चुसने लगा। कामिनी भी उसका साथ देने लगी। फिर सन्दीप उसका ब्लाउज़ खोलने लगा। कामिनी ने भी अपनी साड़ी उतार दी। अब वो पेटिकोट और ब्रा में थी।
सन्दीप ने अपने सारे कपड़े उतार दिये। उसका लन्ड पूरा तना हुआ था। उसका पण्ड देखते ही कामिनी के मुँह में पानी आ गया, वो उसका लन्ड चुसने लगी। तभी सन्दीप बोला – मामी रुको ।
कामिनी- क्या हुआ।
एक और तरीका है – सन्दीप बोला।
कामिनी – क्या।
सन्दीप- बोला रुको बताता हूँ।
उसने कामिनी का नाडा खोला और उकसा पेटिकोट उतार दिया। अंदर कामिनी ने पैंटी तो पहनी नही थी।
सन्दीप – मामी अब बिस्तर पर लेट जाओ।
कामिनी बिस्तर पर लेट गई। अब सन्दीप उसके ऊपर आया, मगर उसका मुँह कामिनी की चूत की तरफ था और लन्ड कामिनी के मुँह की तरफ।
सन्दीप- अब चुसो मेरा लन्ड
और सन्दीप कामिनी की चूत चाटने लगा। कामिनी उसका लन्ड चुसने लगी। सन्दीप उसकी चूत को इतनी अच्छे से चाट रहा था कि जैसे ना जाने कब से यही काम कर रहा हो।
कामिनी – तूने ये सब कहाँ से सीखा?
सन्दीप – मैंने ब्लू फ़िल्म में देखा।
कामिनी- तू बहुत मस्त चूत चाट रहा है, तेरे मामा ने तो कभी नहीं चाटी मेरी चूत। बहुत मज़ा आ रहा। चूस और जोर से।
सन्दीप- आप भी मेरा लन्ड चुसो बहुत मज़ा आ रहा। आह मामी।
वो कुछ देर 69 पोजीशन में मज़े लेते रहे।
फिर सन्दीप बोला- मामी अब आपकी चूत में डालना है।
कामिनी – हाँ बेटा डाल, मैं तो खुद डलवाना चाह रही। मेरी चूत बहुत प्यासी है। तेरे मामा मुझे बहुत प्यार करते हैं। मगर चूत की प्यास नहीं बुझा पाते अब।
फिर कामिनी ने अपनी टाँगे खोल दी।
सन्दीप – मामी ऐसे नहीं?
कामिनी- फिर कैसे?
सन्दीप- आप घोड़ी बन जाओ।
कामिनी – अच्छा, तू तो बहुत कुछ सीख रखा।
फिर कामिनी घोड़ी बन गई, सन्दीप ने एक बार उसकी चूत चाटी। फिर उसने अपना लन्ड चूत पर रखा। अब उसने पहले वाली गलती नहीं की। उसने लन्ड धीरे धीरे अंदर डाला। कामिनी की आह निकली, उसे इस पोजीशन में अच्छा लग रहा था। लन्ड अंदर तक छू रहा था। सन्दीप ने मामी की कमर पकड़ ली। और धीरे धीरे धक्के लगाने लगा।
सन्दीप- मामा ने चोदा है कभी ऐसे।
कामिनी – नहीं वो तो हमेशा से ही नीचे लिटा के करते हैं। ऐसे में लन्ड अंदर तक जाता है।
सन्दीप- आपको कैसे पता जब मामा ने आपको कभी ऐसे चोदा नहीं।
कामिनी- अरे वो मेरी एक सहेली ने बताया था, उसका पति उसे ऐसे चोदता है।
कामिनी मन मे सोच रही थी इसे क्या पता सतीश ने मुझे कैसे कैसे चोदा है।
सन्दीप- अच्छा, मामी आपके चूतड़ बहुत मस्त है गोल गोल।
ये बोल के उसने एक चपत लगा दी।
कामिनी- तेरा लन्ड भी बहुत मोटा और बड़ा है। आह तू चोद मुझे।
सन्दीप- हाँ मामी तुझे जन्नत की सैर कराउंगा ।
सन्दीप जोश में आप से तू पर आ गया। कामिनी को ये अच्छा लग रहा था। सन्दीप अब कभी त्तेजि से लन्ड अंदर बाहर करता कभी धीरे धीरे। देर तक टिकने की कला वो सीख रहा था। वैसे भी वो अभी थोड़ी देर पहले झड़ा था।
फिर अचानक उसे क्या सुझा उसने अपनी एक उँगली कामिनी के गाँड़ के छेद में डाल दी। कामिनी की चीख निकली।
कामिनी – ये क्या कर रहा तू?
सन्दीप- आपको दोहरा मज़ा दे रहा हूँ।
अब वो अपना लन्ड अंदर बाहर कर रहा था, और गाँड़ में भी उँगली अंदर बाहर कर रहा था। कामिनी को और मज़ा आने लगा।
कामिनी- तू तो बहुत कमीना है रे कैसे कैसे चोद रहा। पर बहुत मज़ा आ रहा। करता रह बेटा। आह बहुत मज़ा आ रहा।
सन्दीप- हाँ मामी तेरी प्यासी चूत की प्यास मेरा लन्ड बुझायेगा। जब तक मैं यहाँ रहूँगा तेरी प्यास बुझाता रहूँगा। तेरी गाँड़ भी बहुत मस्त है।
आह मामी आह गर्म चूत है तेरी।
कामिनी- तेरा लन्ड भी बहुत मस्त है। बहुत मज़ा आ रहा, आह चोद मुझे ,चोद।
सन्दीप – आह मामी ओह ।
सन्दीप ऐसे ही धक्के लगाता रहा और गाँड़ में उँगली करता रहा।
फिर वो बोला- मामी, अब मैं नीचे लेटता हूँ, तुम मेरे लन्ड की सवारी करो।
फिर सन्दीप नीचे लेट गया, और मामी उसके उपर आ गई। कामिनी उसके लन्ड पर बैठ गई और उछलने लगी । उसके बड़ी बड़ी चुचिया भी उछल रही थी। सन्दीप भी कूल्हे उचकाने लगा।
कामिनी- आह मुझे आज बहुत मज़ा आ रहा। अब बर्दास्त नहीं होता आह, सन्दीप चोद मुझे।
सन्दीप – आह मामी, ओह, तेरी चूत आज फाड़ दूँगा। आह आह मामी।
फिर कमरे में आह आह, और चुदाई की आवाज गूंज रही थी। लगभग दस मिनट बाद कामिनी- मुझे हो रहा है, हो रहा है ,
वो सन्दीप के सीने से चिपक गई और गाँड़ आगे पीछे करने लगी। सन्दीप भी लन्ड अंदर बाहर कर रहा था।
सन्दीप – हाँ मामी मैं भी झड़ने वाला हूं। मामी, आह मामी।
दोनों के बदन काँपने लगे। दोनो ने एक दूसरे को कस के दबोच लिया। शरीर में कुछ झटके लगे औऱ फिर कमरे में तूफान के बाद वाली शांति हो गई। सन्दीप का माल कामिनी की चूत से निकल रहा था। दोनो एक दूसरे से चिपके हुए लेटे रहे।
कहानी कैसी लगी ज़रूर बताइएगा।
सतीश कौन है, कामिनी की चुदाई उसने कैसे की, अगर ये जानना चाहते हैं तो मुझे बताईये।