सेक्सी लड़की चुदाई कहानी में मैंने अपनी Ex GF की कजिन बहन की कुंवारी बुर की चुदाई की. उसने खुद से मेरे से बात करनी शुरू की तो उसकी चूत मारने की सोचने लगा.
दोस्तो, मैं एक बार फिर से आपके लिए एक और नई सेक्स कहानी लेकर हाजिर हूँ.
मैं अपने नए दोस्तों को अपने बारे में बता देता हूँ.
मेरा नाम इमरान है और मैं 32 साल का हूँ. मैं महाराष्ट्र राज्य के नागपुर शहर से हूँ.
Sexy Ladki Chudai Kahani में आगे:
मेरी एक गर्ल फ्रेंड थी. उससे मेरा कुछ दिन अफेयर चला, फिर किसी वजह से ब्रेकअप हो गया था.
कुछ दिन तो मैं ऐसे ही नई चूत की तलाश में घूमता रहा, फिर अचानक एक दिन मेरी गर्ल फ्रेंड की कजिन बहन आशना का व्हाट्सअप पर मैसेज आया.
आशना से कुछ बातें हुईं, उसके बाद हमारी रोज सामान्य बातें होना शुरू हो गईं.
हम दोनों रोज रात में चैटिंग करते और कॉल पर भी बातें करते.
उसकी आवाज़ इतनी सेक्सी थी कि मैं जब भी उससे कॉल पर बातें करता, मेरा हाथ अपने आप मेरी अंडरवियर में चला जाता और मैं अपना लंड मसलने लगता.
ऐसे ही कुछ दिन चला.
जब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने एक दिन उससे मिलने का बोल दिया.
पहले तो उसने मना कर दिया लेकिन मेरे जोर देने पर वो मान गयी.
फिर एक दिन जब वो मिलने आयी तो उस दिन उसने पिंक कलर का एकदम टाइट सूट पहना था जिसमें से उसके 34 साइज के बूब्स एकदम मस्त लग रहे थे.
मुझे ऐसा लग रहा था कि इसको बस अभी पकड़ कर मसल दूं और उसके मम्मों को मुँह में लेकर चूस लूँ.
वो आयी, हम एक गार्डन में जाकर बैठ गए.
वहां हमने कुछ नॉर्मली बातें की.
बात करते करते मैंने उसका हाथ पकड़ लिया.
उसने एकदम कामुक नजरों से मेरी तरफ देखा और हल्की सी मुस्कुराहट देती हुई बातें करने लगी.
मैंने उससे कहा- मेरे साथ कैसा लग रहा है?
वो बोली- बहुत अच्छा.
मैं मुस्कुरा दिया और पूछा- क्यों?
वो हंस कर बोली- पता नहीं.
मैंने उसके हाथ को दबाया तो वो बोली- और तुम्हें कैसा लग रहा है?
मैंने कहा- सच बता दूँ?
वो बोली- हां … बताओ ना!
उसके बदन की खुशबू मुझे इतनी मस्त लग रही थी कि बस यही गार्डन में पटक के चोद देने का मन हो रहा था.
मैंने कहा- बस ऐसा लग रहा है कि तुम्हें बांहों में भर कर चूम लूँ.
वो धत्त बोल कर शर्मा गई.
इसी तरह की बातों के साथ साथ हम दोनों एक दूसरे से कुछ कुछ करते रहे.
उसकी आंखें नशीली हो गई थीं.
फिर शाम होने लगी तो हम दोनों घर चले गए.
उसके बाद से हमारी कॉल पर सेक्सी बातें होना शुरू हो गईं.
घर जाते ही रात में उसका कॉल आ गया.
वो कहने लगी कि तुमसे अलग होना अच्छा नहीं लग रहा था.
मैंने कहा- हां, मुझे भी बड़ी दिक्कत हो रही थी कि तुम्हें छोड़ कर जा रहा हूँ.
वो बोली- ऐसा क्यों लग रहा था?
मैंने कहा- शायद इसी को प्यार कहते हैं.
वो कुछ नहीं बोली.
मैंने कहा- एक बात कहूँ?
वो बोली- हां कहो ना!
मैंने कहा- ऐसा नहीं लग रहा था कि हम दोनों को अकेले में मिलना चाहिए था?
वो धीमें से बोली- हां. सच में अकेलापन होता तो और ज्यादा अच्छा लगता.
अब मैंने उससे अपने कमरे पर आने के लिए कहना शुरू कर दिया. कुछ समय लगा, पर वो मान गई.
एक दिन मैंने उसे घर पर बुलाया.
जैसा कि मेरे पुराने पाठक जानते हैं कि मैं शहर में जॉब की वजह से अकेला रहता हूं. मेरी फैमिली यहां से 200 किलोमीटर दूर रहती है.
जब वो घर आई तो मैंने उसे सोफे पर बैठाया और उसके बाजू में बैठ गया.
दस मिनट बातें करने के बाद मैंने उसका हाथ अपने हाथ में लिया और सहलाने लगा.
वो भी चुपचाप मजे लेने लगी.
फिर मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने कसके उसे अपनी बांहों में ले लिया और पागलों की तरह उसकी गर्दन पर, गले पर किस करने लगा.
वो भी गर्म होने लगी.
उसने मुझे भी कसके पकड़ लिया और चूमने लगी.
कुछ देर बाद मैं उसे बेडरूम में ले गया और बेड पर लिटा दिया.
अब मैं उसके ऊपर आ गया और उसको किस करने लगा. उसके गुलाबी पतले पतले होंठों को चूसने लगा.
वो भी अपने दोनों हाथ मेरी टी-शर्ट के अन्दर से डाल कर मेरी पीठ सहलाने लगी.
मैंने भी अपनी टी-शर्ट को उतार दिया और उसकी कुर्ती को ऊपर सरका कर उसके चिकने पेट पर किस करने लगा.
मैं उसके पूरे पेट को चाटने लगा.
अब मैंने उसकी कुर्ती उतार दी.
आह यार … उसके बूब्स इतने कसे हुए और गोरे गोरे थे कि क्या बताऊं … मैंने तो ब्रा के ऊपर से ही मसलना शुरू कर दिया.
फिर उसने मुझे ब्रा का हुक खोलने का इशारा किया तो मैंने फट से हुक खोलकर ब्रा को हटा दिया.
दोस्तो, ब्रा के हटते ही उसने दोनों हाथों से मेरा सर पकड़ कर अपने मम्मों पर रख दिया और रगड़ने लगी.
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वो बड़ी कामुक आवाज़ में बोली- बाबू, आज पी लो सारा दूध आह!
मैं भी भूखे भेड़िये की तरह टूट पड़ा और जोर जोर से चूसने लगा.
दूध चूसने के साथ ही मैं एक हाथ उसकी सलवार के ऊपर से उसकी चूत पर रख कर सहलाने लगा.
मुझे सलवार के ऊपर से ही महसूस हो रहा था कि उसकी चूत से पानी निकलने लगा है. वो सेक्सी लड़की चुदाई के लिए तैयार थी.
मैंने और देर नहीं की, उसकी सलवार खोल कर उतार दिया.
सलवार हटी तो मैंने उसकी गीली पैंटी को मदमस्त नजरों से देखा.
वो लजा रही थी.
मैं उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत मसलने लगा.
वो इतनी गर्म हो चुकी थी कि उसने कब मेरे लोवर के अन्दर हाथ डाल कर मेरा लंड पकड़ लिया, मुझे पता ही नहीं चला.
मैंने भी फट से उसकी पैंटी को उतारा और अपने पैर उसके सर की तरफ करके बाजू में लेट गया.
क्योंकि मेरा लंड उसके नाजुक हाथों में था. अब मैंने उसके पैरों को खोला और उसकी चूत चाटने लगा.
जैसे ही मैंने उसकी चूत पर अपने होंठों को रखा, उसने खुद ब खुद अपने पूरे पैर खोल दिए और गांड उठा कर चूत मेरे मुँह में देने लगी.
वो अपने एक हाथ से मेरा लंड जोर जोर से मसलने लगी और दूसरे हाथ से मेरा सर पकड़ कर अपनी चूत पर दबाने लगी.
मैं भी उसकी चिकनी चूत को मस्ती से चाटने लगा. अपनी जीभ उसकी चूत में घुसाने लगा.
क्या मस्त नमकीन चूत लग रही थी उसकी … आह मजा आ गया था.
कुछ मिनट तक मैं चूत चाटता रहा.
फिर उसने मुझे उसी पोजीशन में ऊपर आने का इशारा किया.
मैं उसके ऊपर आ गया.
अब हम दोनों 69 की पोजीशन में थे.
मैं उसकी चूत चाट रहा था. उसने भी मेरा लंड सहलाया और फट से अपने मुँह में ले लिया.
आह क्या मस्त फील हो रहा था … उस टाइम ऐसा लग रहा था कि बस उसके मुँह में ही पानी निकल जाएगा.
ऐसे ही हम दोनों 10 मिनट तक लंड चूत चाटते रहे. फिर वो मेरे ऊपर आ गयी और मुझे नीचे कर दिया.
इस पोजीशन में मेरा पूरा लंड उसके मुँह में घुसने लगा.
मैं भी पहले से ज्यादा उसकी चूत को अन्दर तक चाटने लगा और उसकी गोरी गोरी गांड का होल भी अपनी जुबान से चाटने लगा.
जब हम ऐसे ही चाटने के बाद थक गए तो अलग हो गए.
वो अब मेरी साइड में आकर लेट गयी और मुझे अपनी तरफ करवट करके अपनी बांहों में ले कर चूमने लगी.
अब हम एक दूसरे के नंगे बदन को सहला रहे थे और लिप किस कर रहे थे.
कभी मैं उसकी जुबान चूस रहा था, कभी वो मेरी!
अब एक जोरदार चुदाई की बारी आ गई थी.
मैं उसके ऊपर आ गया और उसके दोनों पैरों को फैला कर अपना लंड उसकी चिकनी चूत पर रगड़ने लगा.
वो भी कामुक सिसकारियां लेती हुई अपनी कमर हिलाने लगी.
मैंने एक उंगली उसकी चूत के अन्दर डालने की कोशिश की.
जैसे ही मैंने झटके से उसकी चूत में उंगली को डाला, वो एकदम से सिहर उठी.
एक उंगली ने जैसे तैसे चूत में जगह बना ली.
फिर मैं धीरे धीरे करके दूसरी उंगली भी डालने लगा.
उसकी चूत एकदम सील पैक थी.
अगर मैं सीधे लंड घुसा देता, तो वो मुझे कभी घुसाने नहीं देती.
फिर मैंने दूसरी उंगली को भी उसकी चूत में झटके से घुसा दिया.
उसने फट से मेरा हाथ पकड़ लिया और उंगलियां बाहर निकालने को बोलने लगी.
उसको बहुत दर्द हो रहा था, पर मैंने नहीं निकालीं, अपनी उंगलियों को ऐसे ही पेले रखा.
फिर धीरे धीरे उंगलियां चलाने लगा.
धीरे धीरे उसे भी मज़ा आने लगा.
मैंने मौका देखा और अपने लंड पर थूक लगा कर उसकी चूत पर सैट कर दिया.
वो मस्ती में थी.
मैं अन्दर डालने लगा. अभी से आगे का हिस्सा ही अन्दर गया था कि वो उन्ह उन्ह करके मुझे ऊपर से हटाने लगी और अपने पैर चिपकाने लगी.
मैंने तेल की बोतल को उठाया अपने लंड पर खूब सारा तेल लगा लिया, उसकी चूत पर भी अच्छे से तेल चुपड़ दिया.
अब मैं फिर से उसके पैर खोल कर ऊपर आ गया.
वो मना करने लगी.
मैंने कहा कि बस ऊपर ही रगड़ रहा हूँ.
वो मान गयी.
मैं ऐसे ही उसकी चूत के छेद पर लंड को रगड़ता रहा.
मैंने एक हाथ उसकी गर्दन के नीचे से लेकर बांहों में ले लिया और दूसरे हाथ से उसका एक पैर ऊपर उठ लिया.
लंड रगड़ते हुए ही जैसे ही मेरा लंड उसकी चूत के मुँह पर आया, मैंने जोर से झटका दे मारा.
तेल के कारण पूरा लंड उसकी चूत में घुसता चला गया.
वो जोर जोर से मुझे काटने लगी, ऊपर से हटाने लगी.
पर मैंने लंड डालने के पहले ही उसको इस तरह कसके पकड़ लिया था कि वो चाह कर भी खुद को छुड़ा नहीं सकती थी.
फिर मैं ऐसे ही लंड घुसा कर उसके ऊपर लेटा रहा.
जब वो थोड़ा नार्मल हुई तो मैं लंड को धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा.
ऐसे ही एक मिनट तक करने के बाद मैं जोर जोर से झटके मारने लगा.
वो भी अपनी गोरी गांड हिलाने लगी.
जैसे ही झटके के साथ मेरा लंड अन्दर जाता, उसकी गांड और ऊपर उठ रही थी.
कुछ देर के बाद मैंने उसको कुतिया बना लिया और पीछे से उसकी चूत में लंड डाल कर चोदने लगा.
अब वो भी फुल मज़े लेकर चुद रही थी.
उसके बाद वो मेरे ऊपर आ गयी और मेरा लंड अपनी चूत में अन्दर लेकर मेरे लंड पर कूदने लगी.
काफी देर तक हम दोनों ऐसे ही चुदाई करते रहे, फिर दोनों एक साथ झड़ गए.
मैंने सारा पानी उसकी चूत में ही छोड़ दिया.
उसके बाद हमारा मिलना हर हफ्ते शुरू हो गया और हर हफ्ते में उसकी जम कर चुदाई करता.
दोस्तो, यह थी मेरी सेक्सी लड़की चुदाई कहानी … आपको कैसी लगी, प्लीज़ मेल करके जरूर बताना.
बहुत जल्द मैं अपनी तीसरी सेक्स कहानी मेरे आफिस की नेहा की चुदाई भी आपके साथ शेयर करूँगा.
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