ब्यूटी पार्लर में मसाज और चुदाई-2

यह ब्यूटी पार्लर सेक्स कहानी वहां की मालकिन के साथ सेक्स की है. वो पहले ही कामुकताज डॉट कॉम की सेक्स कहनियाँ पढ़ कर गर्म हुई पड़ी थी. मैं वहां पहुंचा तो …

दोस्तो, मैं आपको मसाज पार्लर में लेडी की चुदाई की कहानी बता रहा था.
जिसके पहले भाग
सेक्स की शौकीन लेडी से मुलाक़ात
में आपने देखा कि मैं अपना काम करके पार्लर से जाने लगा तो देविका ने मुझे रोक लिया।

कामुकताज डॉट कॉम की स्टोरी पढ़ने के कारण वो पहले से ही गर्म हो चुकी थी। इसलिए उसने मसाज रूम दिखाकर खुद की मसाज करने के लिए भी कहा।
मैं भी झट से मान गया।

अब आगे की ब्यूटी पार्लर सेक्स कहानी:

देविका मसाज रूम में बने चेंजिंग रूम में चली गई और जब वह वापस आई तो अपने शरीर पर सफेद टॉवल लपेट कर आई जो कि उसकी चूचियों के ऊपर से लपेटा हुआ था और घुटनों से थोड़ा ऊपर तक था।

मैं स्तब्ध रह गया; बस उसे देखता रहा।
उसका शरीर ऐसा लग रहा था जैसे बॉलीवुड की हुमा कुरैशी अपने बदन पर सफेद टॉवल लपेटकर मेरे सामने खड़ी हुई है।

उसकी हाइट 5 फीट 4 इंच की होगी। काले खुले हुए बाल, एकदम सफेद उसका बदन, केले के तने के समान चिकनी उसकी जांघें, भूरी आंखें, हाथों की लंबी-लंबी उंगलियां … आप कह सकते हैं कि उसका बदन एकदम बॉलीवुड की अदाकारा हुमा कुरैशी की तरह था।

उसके हाथ में एक व्हाइट कलर की लैगी थी जो उसने मुझे देते हुए कहा कि तुम अपने कपड़े चेंज करके इसे पहन कर आओ।
मैंने उससे पूछा- यह किसका है?

देविका- यह नया निकाला हुआ है, मगर यह जब हम हमारे यहां किसी क्लाइंट को मसाज देते हैं तो नीचे यही पहनते हैं।
मैं उसके हाथ से लेगी लेते हुए मुस्कराता हुआ चेंजिंग रूम में चला गया और अपने सभी कपड़े उतार कर सिर्फ लेगी पहन कर वापस आ गया।

उस समय वह मेरे लैगी में छुपे हुए लिंग को देख रही थी जो आधा सोया हुआ था।
वह उसे देख कर हंसने लगी और वह मेरी आंखों में देखते हुए बिना कुछ बोले मुस्कराते हुए पेट के बल मसाज टेबल पर लेट गई।

मैं उसका इशारा समझ गया और बाजू में रखी हुई मसाज की ऑयल की शीशी अपने हाथों में ले ली।

मैंने जो लैगी पहन रखी थी मेरे घुटनों के ऊपर थी और वह महिलाओं के पहनने की लैगी थी।
उस लैगी को पहनने से मुझे अजीब सी फीलिंग आ रही थी और मैंने कमर के ऊपर कुछ भी नहीं पहना था।

मैं अपने हाथ में तेल लेकर उसके पैरों की तरफ आया और उसके तलवे में तेल लगा कर घुटनों तक लगाया।

फिर मैं धीरे-धीरे उसके तलवे में मसाज करने लगा।

मैं अपने दोनों अंगूठे उसके तलवे के बीच में लेकर बारी-बारी से ऊपर नीचे करता रहा।
वो मजे से लेटी हुई थी।

फिर मैंने अपनी पांचों उंगलियां उसके पैर के पंजे की पांचों उंगलियों में फंसाकर धीरे-धीरे ऊपर नीचे करना शुरू की।

इसी तरीके से मैंने दूसरे पैर में मसाज दी। फिर मैं थोड़ा ऊपर तक और टॉवल के अंदर हाथ डाल कर उसकी जांघों तक मसाज देने लगा।
मैंने उससे टॉवल निकालने के लिए पूछा तो उसने कह दिया- जैसे मर्जी कर लो।

मैंने धीरे से उसके जिस्म से उसका टॉवल निकाल दिया।

वह पेट के बल लेटी हुई एकदम नंगी ऐसी लग रही थी जैसे मेरे सामने हुमा कुरैशी नंगी लेटी हुई है जिसकी मैं मसाज कर रहा हूं।

फिर मैंने थोड़ा सा मसाज ऑयल अपने हाथ में लेकर उसकी जांघ पर मसाज किया।
मसाज करते करते मेरा लंड खड़ा हो गया था। मैं उसके दोनों पैरों पर थोड़े-थोड़े करके मसाज देने लगा।

मसाज करते करते मेरी नज़र उसकी चूत पर पड़ी।
ध्यान से देखने पर पता चला कि चूत ने पानी निकालना शुरू कर दिया है।

फिर मैं उसकी जांघों की मसाज छोड़कर उसके सिर के पास आ गया।

हाथों में तेल लेकर उसके दोनों कंधों पर और पीठ पर तेल लगाकर उसकी पीठ पर मसाज देने लगा।
मेरे हाथ उसकी पीठ पर फिरते ही उसे करंट सा लगा और वह कंपकंपाती हुई आवाज में मुझसे बोली- ऐसे ही करो … आह्ह … बहुत अच्छा लग रहा है।

फिर उसने अपना एक हाथ आगे करके मेरी पहनी हुई लैगी के ऊपर से ही मेरे लंड को दबाया और मुझे देख कर मुस्करा दी।

देविका- सचिन, आज जब मैं कहानी पढ़ रही थी तो मेरा मन कर रहा था कोई आकर मुझे चोद दे। मगर उम्मीद नहीं थी कि मैं आज ऐसे चुदूंगी। और यह क्या बात हुई सचिन? तुमने मुझे नंगी कर दिया है और तुम कपड़े पहने हुए हो?

उसने यह कहते हुए अपने दोनों हाथ मेरे लैगी के अंदर इलास्टिक में फंसा कर नीचे कर दिए और मेरा लंड हिलता हुआ उसकी आंखों के सामने झूलने लगा।

मैंने भी पहनी हुई लैगी पूरी तरीके से उतार दी।
अब उस मसाज रूम में दोनों पूरे तरीके से नंगे थे।

ब्यूटी पार्लर सेक्स की शुरुआत हो चुकी थी. मैं धीरे-धीरे मसाज करने लगा। उसकी पीठ पर मसाज करते करते मेरा लंड उसके होंठों से टच हो रहा था तो उसने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ कर अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी।

कुछ देर पीठ पर मसाज देने के बाद मैं उसके साइड में आया और कुछ तेल लेकर उसके कूल्हों पर तेल लगाया।
फिर अपने हाथों को गोल गोल घुमा कर उसके कूल्हों पर मसाज देने लगा.

मैं- देविका तुम्हारा साइज क्या है?
देविका- खुद ही पता कर लो?
मैं- अगर मैं पता कर पाता तो तुमसे पूछता क्यों?

देविका- 36-34-36 … क्यों पूछ रहे हो?
मैं- तुम्हारे कूल्हे बहुत मुलायम और गोरे हैं तो मन में आया कि तुम्हारा साइज पूछ लूं।

मैं धीरे-धीरे उसकी चूत को भी टच करने लगा। थोड़ा सा तेल लेकर मैंने उसकी गांड के छेद में डाला और एक उंगली उसकी गांड में डाल दी और उसकी आह निकल गई।

उसने अपने पैर टाइट कर लिए।

मैं धीरे धीरे उंगली अंदर बाहर करने लगा और अंदर बाहर करते हुए मैंने देविका से पूछा- इसमें भी लेती हो क्या?

देविका- क्या लेती हूं इसमें … खुल कर बोलो, शरमाओ मत डार्लिंग!
मैं- क्या तुमने अपनी इस गांड में भी लंड लिया है क्या?

देविका- एक से डेढ़ साल पहले अपनी गांड में लंड लिया था। मुझे बहुत दर्द हुआ था उसके बाद मैंने कभी नहीं लिया। मुझे तुम्हारे मन के इरादे कुछ अच्छे नहीं लग रहे हैं।

मैं- मन तो कर रहा है कि तुम्हारे हर छेद में लंड दे दूं।
देविका- अपने मन की सारी कर लेना, मगर अभी जो उंगली कर रहे हो वो करते रहना, बहुत अच्छा लग रहा है।

कुछ देर तक उसकी गांड में उंगली चलाने के बाद मैंने अपनी उंगली निकाल थोड़ा सा तेल उसकी चूत पर डाला और धीरे-धीरे अपनी उंगली उसकी चूत पर घिसने लगा।

फिर उसकी चूत में डालकर धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगा।
उसकी सिसकारियां तेज होती चली गईं।

फिर दो उंगली चूत में डाल कर जल्दी-जल्दी अंदर बाहर करके उसे मसाज देने लगा।

उसके बाद मैंने उसे सीधा किया और उसके पैरों पर मसाज देने लगा।
फिर हाथों में कुछ तेल लेकर मैंने उसकी जांघों पर लगाया और धीरे-धीरे उसकी जांघों पर मसाज देने लगा।

फिर मैं ऊपर आया और उसके दोनों दूधों पर तेल डाला और धीरे-धीरे उन्हें मसलने लगा।
ऊपर नीचे ऐसे ही करते हुए मैं उसके दूधों की मसाज देने लगा।

उसके मुंह से सिसकारियां मादक होकर निकलने लगीं और वो मेरी आंखों में देखने लगी।

अब मैं उसके पेट पर आया और वहां पर तेल डालकर पूरे पेट पर मसाज देने लगा और फिर धीरे-धीरे उसकी नाभि के चारों ओर गोल गोल घुमाने लगा।
वह पैरों को ऊपर नीचे दाएं बाएं पटकने लगी।

फिर मैंने एक उंगली उसकी नाभि में अंदर डाल दी और गोल गोल घुमाने लगा।

वह मेरा हाथ पकड़ ही रही थी रोकने के लिए कि मैंने अपने हाथों से उसके हाथों को छुड़ाया और फिर उसको पेट पर मसाज करने लगा।

मेरे मसाज करने के कारण उसका पेट तेजी से ऊपर नीचे हो रहा था और वह बहुत जोर जोर से सांस ले रही थी।

फिर मैं उसकी चूत पर फेरने लगा और उसकी चूत को अपनी मुट्ठी में भर लिया।
मैंने चूत भींच दी तो उसकी चीख निकल गई।

फिर मैं उसकी चूत पर उंगली ऊपर नीचे फिराने लगा और फिर दो उंगलियां एकदम से उसकी चूत में डाल कर जल्दी-जल्दी अंदर-बाहर करने लगा।
10 मिनट तक मैं कभी उसकी गांड में तो कभी चूत में उंगली करता रहा और आखिरी में उसने अपनी कमर उठाते हुए पानी छोड़ दिया।

देविका कुछ देर बाद मुझसे बोली- सचिन, तुम बॉडी मसाज काफी अच्छी तरीके से कर लेते हो। मुझे बहुत अच्छा लगा। मैं अपने शब्दों में बयां नहीं कर सकती। अब तुम लेट जाओ … अब मैं तुम्हारी मसाज करूंगी और देखो मेरी मसाज में क्या होता है।

मैं- देविका … एक बार सेक्स कर लेते हैं उसके बाद तुम मेरी मसाज कर देना।
देविका- नहीं, मसाज के बाद ही सेक्स करेंगे।

उससे मैंने कहा- मेरा लंड खड़ा हो गया है और जब तक यह सोएगा नहीं जब तक मुझे चैन नहीं आएगा।
देविका- तो मैं किस मर्ज की दवा हूं … जी … इसे अभी अपने मुंह में लेकर इसकी मसाज देती हूं। तुम टेबल पर बैठ जाओ।

मैं टेबल पर पैर लटका कर बैठ गया और वह मेरे लंड को मुंह में लेकर मुख मैथुन करने लगी।
उसके मुख मैथुन करने से मैं एक अलग ही दुनिया में पहुंच गया।

अपनी दोनों आंख बंद किए हुए आह … आह … ओह … हो करते हुए गहरी सांसें ले रहा था।
वह मुख मैथुन करने की एक्सपर्ट लग रही थी और होगी भी क्यों ना … जिसकी उम्र 40 साल हो, वो तो हर चीज में ही होगी।

फिर मैंने उसके बाल पकड़े और इकट्ठे करके अपने हाथ से लंड को उसके मुंह में डालने लगा और उसके मुंह को चोदने लगा।
10 मिनट तक उसके मुंह को चोदने के बाद मुझे लगा कि मैं डिस्चार्ज होने वाला हूं।

मैं- देविका डिस्चार्ज होने वाला हूं … कहां लोगी? अंदर या बाहर?
उसने मेरी बात पर कोई गौर नहीं किया और अपना काम करती रही।

कुछ देर बाद मैंने उसके मुंह में अपना पूरा पानी छोड़ दिया और वह धीरे-धीरे करके मेरा पूरा पानी पी गई।
आखिर में लंड को मुंह से चूस कर साफ किया और बोली- अब तुम्हारा लंड सो जाएगा।

वो बोली- अब मैं तुम्हारी मसाज करती हूं। कौन सी मसाज लेना पसंद करेंगे सर?
मैं- देविका डार्लिंग, मुझे बॉडी टू बॉडी मसाज पसंद है। मुझे बॉडी टू बॉडी दो।

देविका ने मेरी पूरी बॉडी पर मसाज ऑयल लगाया।
उसकी बॉडी में पहले से ही तेल लगा हुआ था तो वह जब मेरे जिस्म से अपना जिस्म जिस तरह से रगड़ रही थी तो एक अलग ही फीलिंग आ रही थी।

कुछ देर तक मुझे बॉडी टू बॉडी मसाज देने के बाद वह मेरे बाजू में बैठ गई और बोली- सचिन क्या तुम मेरी चूत चाटना पसंद करोगे?
मैं- देविका डार्लिंग … यह भी कोई पूछने वाली बात है? बिल्कुल चाटूंगा तुम्हारी चूत को … जिस तरीके से तुमने मेरा पानी पीया मैं भी तुम्हारी चूत का पानी पी लूंगा और जीभ से चोद दूंगा।

फिर वह अपने दोनों पैर चौड़े करके लेट गई और मैं उसके पैरों के बीच में आकर उसकी चूत को चूसने लगा; जीभ से चोदने लगा।
उसे काफी मजा आने लगा।

10 मिनट तक उसकी चूत को मैंने चाटा।
साथ में अपनी दो उंगली भी उसकी चूत में डालकर चोदता रहा।
जब वो झड़ने को हुई तो उसने पूरी कमर उठा दी और झड़ गई।

फिर कुछ देर तक बस शांत रही।

जब वह नॉर्मल हो गई तो मुझसे बोली- सचिन … अब हमें बहुत देर हो गई है, अब तुम जल्दी से मेरी चूत में अपना लंड डालकर मुझे चोदो।
मैं- देविका, मैं नीचे लेट जाता हूं और तुम मेरे लंड पर बैठकर सवारी करो।

देविका- लगता है जनाब को इस पोजीशन में सेक्स करने में बहुत मजा आता है।
मैं- मुझे सबसे ज्यादा पसंद ये ही पोजीशन है।
वो बोली- ठीक है, मैं तुम्हें इसी पोजीशन में चोदती हूं।

वह मेरे ऊपर दाएं बाएं पैर रखकर अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत में सेट करने लगी।
तो मैंने अपना लंड अपने हाथ से पकड़ कर उसकी चूत से हटा दिया।

वह सवालिया निगाहों से मुझे देखने लगी जैसे कह रही हो कि तुमने लंड क्यों हटा लिया?
मैं- देविका तुमने कहानी में पढ़ा होगा कि कई बार लड़के लड़की की चूत में लंड एक झटके में डाल देते हैं। उसी तरह मैं चाहता हूं कि तुम भी मेरे लंड पर एक झटके से बैठो और एक ही बार में पूरा लंड तुम्हारी चूत में चला जाए।

देविका- ऐसे में तो बहुत दर्द होगा सचिन मुझे!
मैं- डार्लिंग, एक बार मेरे लिए करके देखो, मान जाओ ना?

वह कुछ ना बोली और अपने बाजू में रखी हुई मसाज ऑयल की शीशी लेकर आई।
उसने मेरे लंड पर काफी सारा तेल लगा दिया।
कुछ ऑयल उसने अपनी चूत के छेद में लगाया और उस मसाज ऑयल की शीशी को पीछे फेंक दिया।

फिर एक हाथ से मेरा लंड पकड़ कर उसने अपनी चूत के छेद में सेट किया और आंखें बंद करके एकदम से मेरे लंड पर बैठ गई।
उसके इस तरह बैठने से मेरा लंड एक ही बार में उसकी चूत में समा गया।

उसके मुंह से बहुत तेज चीख निकली और मुझे भी दर्द हुआ।
मगर मैंने अपना दर्द मुंह बंद करके दबा लिया लेकिन उसने नहीं।
वह जितनी जोर से चीख सकती थी वह चीखी- उईई … मर गई … फट गई … आहाहा आईई।

कुछ देर के लिए तो मैं डर गया।
वह बिना हिले डुले किसी तरह बैठी रही और बर्दाश्त करती रही।

मैं- देविका, इतनी जोर से क्यों चिल्ला रही हो … मरवायेगी क्या? किसी ने सुन लिया तो अभी लेने के देने पड़ जाएंगे।
वह बोली- टेंशन लेने की बात नहीं है डार्लिंग। जिस कमरे में हम चुदाई कर रहे हैं इसकी खासियत यह है कि यह पूरी तरीके से साउंडप्रूफ है। इसके अंदर कोई कितनी भी जोर से चीखे … आवाज बाहर नहीं जाती है।

मैं- मगर मुझे एक बात बिल्कुल भी समझ में नहीं आई?
देविका- कौन सी? यही कि मैंने यह साउंडप्रूफ मसाज वाला केबिन क्यों बनवाया है?
मैं- हां, यही पूछने वाला था।

देविका- अरे मेरे बुद्धू बालम, तुमको सोचना चाहिए कि यह एक ब्यूटी पार्लर है जहां पर अमीर घर की लेडीज़ अपनी वैक्सिंग करवाने आती है। उनके बालों को वैक्सिंग के द्वारा निकाला जाता है और उनकी चूत के बालों को भी वैक्सिंग से साफ किया जाता है। जब हम वैक्सिंग करते हैं तो कुछ कुछ औरतें दर्द बर्दाश्त नहीं कर पाती और चिल्लाती हैं। उस आवाज को रोकने के लिए ऐसा बनवाया है।

मैं- तो फिर हम अपने दर्द की आवाजों को रोकेंगे नहीं, जितना दर्द होगा उतनी आवाज हम करेंगे।
देविका- सच कहूं तो जब से यह केबिन बना है मैंने कई बार सोचा एक बार मेरी चुदाई इसी केबिन हो ताकि मैं भी अपनी अपनी चुदाई जोर-जोर से चिल्लाते हुए जुदाई करवाऊं।

तो मैंने कहा- देविका डार्लिंग, मैंने भी कई बार सोचा कि काश मैं भी ऐसी ही चुदाई करूं जिसमें चुदने वाली औरत काफी जोर जोर से चिल्ला सके। आज मेरी और तुम्हारी इच्छाएं पूरी हो रही हैं।

देविका- तो फिर चोदो मुझे जोर से … मैं तुम्हारे ऊपर से उतरती हूं और मैं घोड़ी बनती हूं। तुम पीछे से घोड़ा बनकर मेरी चूत को चोदो। मुझे इस पोजीशन में चूत की खुदाई करवाना अच्छा लगता है और इस पोजीशन में मुझे दर्द भी मिलता है। जब दर्द मिलेगा तो मैं अपने दर्द को बर्दाश्त नहीं करूंगी बल्कि चीख चीख कर बाहर निकाल लूंगी।

वो घोड़ी बन गई और चुदने की पोजीशन ले ली।

मैं गेट खोलकर बाहर जाने लगा तो बोली- कहां जा रहे हो?
मैंने कहा- मैं देखना चाहता हूं कि क्या सच में आवाज नहीं आती है? तुम जोर से चीखना।

फिर मैं बाहर गया और अंदर से वो चीखी तो पता चला सच में आवाज नहीं आ रही थी।

मैंने आकर कहा- आज तो तुम्हें रंडी बनाकर चोदूंगा। जितना मर्जी चीख लेना।
देविका- हां मेरे भड़वे यार, आज तुम मेरी दिल खोल करो चुदाई कर और ऐसी चुदाई करो कि मेरा अंग-अंग दर्द से दुखने लगे, मेरे ऊपर बिल्कुल भी रहम मत करना चाहे मैं कितना भी चिल्ला लूं।

एक गाना मैंने उसके लिए गुनगुनाया- बन जा तू मेरी घोड़ी … तुझे चोद के रंडी बना दूंगा … मेरी रंडी रंडी … तू मेरी रंडी रंडी!

देविका ने भी मेरे गाने का रिप्लाई दिया- बन गई मैं तेरी घोड़ी … मुझे चोद के रंडी बना ले तू … मैं तेरी घोड़ी घोड़ी … मैं तेरी रंडी रंडी!
हा हा हा!

मैं उसके पीछे गया और बाजू में रखे हुए नैपकिन से तेल में भीगे हुए मेरे लंड को पौंछकर साफ किया और फिर उसकी चूत को भी मैंने साफ किया।

देविका- तुमने अपने लंड और मेरी चूत से तेल क्यों पौंछ लिया?
मैं- तू बोल रही थी कि मुझे दर्द भरी चुदाई चाहिए तो मैंने लंड और तुम्हारी चूत को इसलिए साफ किया कि जब सूखा हुआ लंड सूखी हुई चूत में घुसेगा तो तुम्हें दर्द होगा और तुम पूरी ताकत से चीखें निकाल सकोगी।

देविका- लगता है मेरी चूत का कचूमर बना दोगे।
मैं- रंडी चुपचाप घोड़ी बन जा, ज्यादा चिंता मत कर … अब तेरी चुदाई होगी।

वह घोड़ी बन गई और मैंने पीछे से उसकी चूत में अपना लंड सेट किया और एक झटके में लंड उसकी चूत में डाल दिया।
उसकी चूत में मेरा लंड जाने से मुझे दर्द हुआ तो मेरी आह निकल गई।

वो भी जोर से चिल्लाई- आहहह आईईई आआआ … मादरचोद … फट गई चूत मेरी।
मैं- चुप कर कमीनी कुतिया … यह ले … ले ले … और ले।

इस तरह हम दोनों एक दूसरे को गाली दे देकर चुदाई कर रहे थे।
हमें किसी और का डर नहीं था कि कोई हमारी बात सुन ले। हमें इस बात का भी डर नहीं था कि कोई पार्लर में आ जाए।

10 मिनट इसी पोजीशन चोदने के बाद वह बोली- सचिन इस पोजीशन में मेरी चूत में जलन होने लगी है। अब मैं सीधी होकर लेट जाती हूं और तुम मेरी चूत मारो।

फिर वह सीधी लेट गई।
मैं उसकी दोनों टांगों के बीच में आया, फिर अपने दोनों पैर उसने मेरे कंधों पर रख दिए और अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत में सेट किया।

मैंने तुरंत धक्का मारा पूरी ताकत से और एक ही शॉट में मेरा लंड उसकी चूत में समा गया और वह फिर से चिल्लाई।

मैं शॉट मारते हुए चोद ही रहा था कि देविका के फोन की घंटी बजी।

यदि आपको इस ब्यूटी पार्लर सेक्स कहानी को पढ़कर मजा आया हो तो जरूर अपनी राय दें।
मेरा ईमेल आईडी है [email protected]

ब्यूटी पार्लर सेक्स कहानी अगले भाग में जारी रहेगी।