गर्लफ्रेंड के साथ फोन सेक्स मस्ती

Xxx GF हिंदी सेक्स चैट का मजा मैंने अपनी पुरानी दोस्त के साथ लिया. वह एकदम मासूम थी, उसे सेक्स के बारे बहुत कम पता था. पहली बार सेक्स की बात करने पर ही वह बहुत गर्म हो गयी.

दोस्तो, मेरा नाम विशाल (बदला हुआ नाम) है और मैं मध्य प्रदेश जिले का रहने वाला हूँ.
मैं अभी पुणे में जॉब कर रहा हूँ और मैं अभी 30 साल का युवा हूँ.
मेरी हाईट 6 फुट है, मस्त बॉडी, 7 इंच लम्बा लंड है.
जैसा मेरे लंड की लंबाई है, वही मैं बता रहा हूं.

यह Xxx GF Hindi Sex Chat Story मेरी और मेरी पहली गर्लफ्रेंड मोनी की है.
बात करीब आज से करीब आठ से नौ साल पहले की है.

मेरी गर्लफ्रेंड का नाम मोनी (बदला हुआ नाम) है. वह मेरी उम्र की ही है.
हमारी उस समय नयी नयी रिलेशनशिप हुई और हम इसको लेकर काफ़ी सीरियस भी थे.

उसका फिगर साईज 36-28-38 है, गोरा रंग, हाईट 5 फुट 8 इंच!
वह दिखने में बहुत सेक्सी लुक और कामुक है.

यह फिगर साईज मैंने उससे बातों बातों में पूछा था जिसे उसने थोड़ा ना नुकुर करते हुए बताया था.
मैं यह दावा कर सकता हूँ कि जो भी मेरी गर्लफ्रेंड को एक बार देख ले तो वह बिना अपना लंड हिलाए नहीं रह सकता.

कोई बूढ़ा भी अगर मेरी गर्लफ्रेंड की तनी हुई चूचियाँ और उठी हुई गांड को देख लेगा तो उसके मुर्दा लंड में भी जान आ जाएगी. ऐसी मस्त माल है मेरी गर्लफ्रेंड … जिसकी कामुकता का कोई सोच भी नहीं सकता.

यूं तो हम एक दूसरे को बचपन से स्कूल टाइम से जानते थे लेकिन हमारा मिलना कॉलेज में हुआ.
या यों कहें कि स्कूल लाइफ के बाद वह अब स्नातक की पढ़ाई कर रही थी.

उसे मैंने फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जिसे उसने स्वीकार भी कर लिया।
फिर हमारा एक दूसरे को स्क्रैप (मैसेज) भेजने का सिलसिला शुरू हुआ जो धीरे धीरे ऑनलाइन चैट तक आ पहुंचा।

ऐसा ही अब हमारा रोज का रूटीन हो गया.
एक दूसरे से फ़ोन मेसेज से बात करना आदत बन गयी.

फिर एक दिन मैंने बातों बातों में उससे उसका फोन नम्बर माँगा.
तो उसने मुझसे कहा- आप आपका फ़ोन नंबर मुझे दो.

मैंने जैसे ही उसे अपना फ़ोन नंबर दिया, अगले ही पल उसका फ़ोन भी आ गया.
मुझे तो यकीन नहीं हो रहा था.

जब मैंने फ़ोन उठाया तो वह बोली- मैं मोनी बोल रही हूँ जिसे आपने अभी अभी फ़ोन नंबर दिया था!

वैसे मेरे लिए यह तब बहुत बड़ी बात थी क्योंकि मैं पहली बार एक लड़की से फोन पर बात कर रहा था।
इससे पहले मैंने किसी लड़की से फ़ोन पर ऐसे बात नहीं की थी.

लेकिन मैं उसकी आवाज़ सुनकर और उससे बात करके बहुत खुश हो गया था।

फिर हमारी रोज फोन पर बातें और मैसेज होने लगे थे।
वह बहुत ही समझदार लड़की थी।
हम दोनों लगभग रोज़ाना लंबी लंबी बातें करते थे और दोनों एक दूसरे को अपनी सभी बातें शेयर करने लगे थे चाहे छोटी हो या बड़ी!

मुझे उससे बात करना बहुत अच्छा लगता था।

एक दिन उसने मुझे और मैंने उसे प्रपोज करा, जिसे उसने और मैंने बिना किसी ना नुकुर के दोनों ने एक दूसरे को स्वीकार कर लिया.

फिर एक दिन बातों ही बातों मैं मैंने उससे पीरियड्स के बारे में पूछा.
क्योंकि मुझे इससे पहले यही पता था कि लड़की को पीरियड्स होते हैं लेकिन इसमें क्या होता है, यह नहीं पता था.

तो उसने कहा- यह हर महीने की लड़की को होने वाली प्रॉब्लम है. जो सभी लड़कियों को 10-12 साल की आयु के बाद होती है.
और ज्यादा ज़ोर देने पर उसने बताया कि पीरियड्स कैसे होते हैं, इसमें क्या होता है.
यह भी मुझे बताया कि इन दिनों लड़की को बड़ी तकलीफ होती है और नीचे पेशाब की जगह 3 से 4 दिन ब्लीडिंग होती है.

फिर कुछ दिनों बाद मैंने उससे सेक्स के बारे में पूछा- सेक्स के बारे में क्या पता है? और क्या आप हाथ से मैथुन करती हो या किया है कभी?

तब उसने उल्टा मुझसे पूछा- हाथ से मैथुन का क्या मतलब?
तो मैंने उसे बताया कि लड़के कैसे हाथ से अपने लंड को हिलाते हैं, उसकी कैसे मुठ मारते हैं और कैसे उसका पानी गिरता है। और यही लड़की चूत में हाथ की उंगली से अपनी योनि मैं डालकर अपनी उंगली को अंदर बाहर करती है.

उसने पूछा- सेक्स पार्ट्स को क्या कहते हैं?
मैंने उसे बताया चूत, लण्ड, मोम्मे, गाण्ड और झांटें वगैरह सारे शब्द और उनका मतलब।

वही ये सब पहली बार सुन रही थी तो उसे कुछ अजीब सा लग रहा था.
और उसे कुछ होने लगा ये सब बातें सुनकर!

लेकिन अब वह इन सब के बारे में और ज्यादा जानना चाहती थी और लगातार बोल रही थी कि अभी सेक्स चैट या फोन सेक्स जो भी ठीक हो, करके बताओ कैसे करते हैं और क्या होता है।

मैं तब थोड़ा व्यस्त था.
लेकिन मैं उसे नाराज़ नहीं करना चाहता था इसलिए तैयार हो गया.

मैंने उसको उसके कमरे में जाने को कहा।

वह अपने कमरे में चली गई और मेरे कहे अनुसार दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया।
अब मुझे उसे बताना था सेक्स के बारे में और फोन सेक्स के बारे में!

मैं चाहता था कि आज वह जो भी करे … वो उसे अच्छा लगे।
आज वह पहली बार ये सब करने वाली थी।
उसकी चूत अब तक बिलकुल कुँवारी थी जिसमें अभी तक एक उंगली भी नहीं गई थी, लण्ड तो बहुत दूर की बात है।

मुझे तो ऐसा अहसास हो रहा था कि मैं सचमुच उसे चोदने वाला हूँ।

वह अपने कमरे में बैठी मेरे फोन का इंतज़ार कर रही थी।

मैंने उसको ब्लूटूथ हेडफोन को साथ रखने का बोला था जिससे फोन सेक्स के समय फोन पकड़ने में हाथ व्यस्त न रहे।
मैं उसे कॉल करने ही वाला था लेकिन उसका फोन आ गया, शायद वो मुझसे ज़्यादा बेचैन मोनी हो रही थी।

मोनी- हैल्लो विशाल … क्या हुआ यार कहाँ पर हो तुम?
मैं- हाय मोनी, यहीं हूँ! आप अब तैयार हो न करने के लिए?

मोनी- क्या यार … मैं तो कब से तुम्हारे फोन का इंतज़ार कर रही हूँ।
मैं- सॉरी मोनी, चलो यार अब शुरू करते हैं।
मोनी- ओके विशाल, आई एम रेडी। विशाल यू आर रेडी?

मैं- मोनी अब मैं जो बोलूंगा, वो तुम्हें इमेजिन करना है और खुद वैसे ही करना है।
मोनी- ओके बाबा … अब शुरू भी करो विशाल. अब और इंतजार नहीं होता!

Xxx GF हिंदी सेक्स चैट अब शुरू होने को थी.

मैं- ठीक है, अब यह फील करो कि मैं तुम्हारे कमरे में आ रहा हूँ और आकर दरवाज़ा बंद कर दिया है। महसूस करो कि मैं तुम्हारे बिस्तर पर हूँ तुम्हारे साथ, तुम्हारे पास … मैं तुम्हें किस कर रहा हूँ तुम्हारे गालों पर, तुम्हारी पलकों पर, तुम्हारे कान के नीचे, तुम्हारे पेट पर और गर्दन के पीछे! मैं तुम्हें पूरी बॉडी पर किस कर रहा हूं, यह महसूस करो।

मोनी- आअह ह्हह विशाल … मुजे कुछ हो रहा है! मैं बहुत अच्छा फील कर रही हूँ. ये सब तुम मेरे साथ कर रहे विशाल! मैंने अपनी आँखें बंद की हुई हैं, तुम्हारा चेहरा मेरे आंखों के सामने है. मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। ऐसा मुझे कभी महसूस नहीं हुआ जैसा आज हो रहा है.

मैं– गुड मोनी … अभी और भी अच्छा लगेगा तुम्हें! मोनी, अब मैं तुम्हारा टॉप धीरे धीरे उतार रहा हूँ। तुम गुलाबी ब्रा में बहुत ही खूबसूरत लग रही हो।
मोनी- विशाल, तुम्हें कैसे पता कि मेरी गुलाबी ब्रा है?
मैं- मोनी, मुझसे कभी कोई बात थोड़ी छिपी है आपकी … ओके मैं अब तुम्हारी गुलाबी ब्रा को उतार रहा हूं इसको फील करो बेबी!

अब मोनी की सांसें तेजी से गर्म होने लगी थी उसकी बातों से मुझे फील होने लगा.

मैं- क्या मैं तुम्हारे माथे पर किस कर सकता हूँ बेबी?
मोनी-हाँ!

मैं- पहले आँखों पर, फिर तुम्हारे गालों पर फिर होंठों पर?
मोनी- अह अहां ह्हह्ह हाँ करो किस तुम्हें जहाँ भी करनी हो!

मोनी- ठीक है … लेकिन विशाल तुम भी अपने सारे कपड़े उतारो ना जान!
तब मैंने कहा- हाँ … मैं उतार रहा हूँ. तुम भी अपने बाकी के सारे कपड़े उतारो!
मोनी- ना हाँ … मैं अपने आप नंगी नहीं होऊंगी! तुम करो!

“मैं तुम्हारे बेली बटन को चाट रहा हूँ और अब तुम्हारी जीन्स खोल रहा हूँ।”
“ये लो … तुम्हारी जीन्स भी गई।”
“बला की खूबसूरत लग रही हो तुम मोनी इस गुलाबी ब्रा और पैंटी में।”
“उफ्फ तुम्हारी चूत … पैंटी के अंदर से झाँक रही है, बिलकुल गुलाबी जैसी!”

“अब तुम्हारी पैंटी भी उतार कर फेंक साइड मैं फेंक दी है।”
“आअह्ह क्या बदन है मोनी तुम्हारा!”
“आज लगता है मुझे और तुम्हे बहुत मजा आएगा!”

मोनी- क्यों, ऐसा क्या हो गया जान?
मैं- अरे बेबी यार, तुम्हारे दो बड़े बड़े संतरे और एक गुलाबी गोरी चूत देख कर मन ललचा रहा है इसके बाद और कुछ नहीं चाहिए बेबी!

“अब तुम अपने बूब्स मसलो और एक उंगली अपनी चूत में डालो!”
मोनी- मुझे शर्म आ रही है!

मैं- अब तुम्हारी गर्दन पर और अब उसके नीचे बूब्स पर… अब तुम्हारे हाथ कहाँ हैं?
मोनी- अह्ह आआह हाँ … मेरे पेट पर!

मैं- अब अपने हाथ अपने बूब्स पर रखो और सोचो कि मैं उन्हें दबा रहा हूँ।
मोनी- अह अह्ह … मुझे दर्द होता है।

मैं- प्लीज करो न … और हाँ, मैं तुम्हें होंठों पे किस कर रहा हूँ, कैसा लग रहा है?
मोनी- अच्छा लग रहा है … आःह अह्ह अह आह्ह … और करो न मेरे बूब्स दबाओ कस के!

उसकी सांसें और तेजी से गर्म होने लगी थी।

मोनी- विशाल, तुम मुझे देख रहे हो न? मुझे यह करने में शर्म आ रही है!
मैं- अभी से शर्म कैसे मेरी जान? अभी तो यह सब शुरू हुआ है, आगे आगे और भी अच्छा लगेगा।

मोनी- क्या कर रहे हो विशाल? ऐसा भी कोई करता है क्या? मेरी चूत में सनसनाहट सी हो रही है।
उसके मुँह से चूत शब्द सुनते ही मेरा लण्ड तड़प उठा, लग रहा था जैसे आज फ़ट ही जायेगा।

मैं- फील करो और मज़ा लो। मैं तुम्हारे बूब्स दबा रहा हूँ और चूत के दाने को मसल रहा हूँ, तुम्हारी चूत अब गीली हो रही है। मजा लो बेबी इसका!

मोनी- सही बोल रहे हो विशाल यार, चूत में बहुत गीलापन लग रहा है।
मैं- क्या कर रही हो अभी तुम?
मोनी- तुम जो बोल रहे हो … व अच्छे से फील कर रही हूँ उसे … बस और कुछ नहीं।

मैं- अब शीशे के सामने जाओ और अपना पूरा नंगा बदन शीशे में देखो, अपने दोनों बड़े बड़े बूब्स, वो गुलाबी निप्पल, चिकनी और फूली हुई गुलाब जैसी क्रीमी चूत। एक एक अंग को ध्यान से देखो और सोचो कि शीशे में मैं तुम्हें देख रहा हूँ।
मोनी- ओके, इस्श्स … नहीं विशाल, ऐसे तो मैं मर जाऊँगी।

मैं- तुम्हें मरना नहीं है मेरी जान … अभी तो मरवानी है अपनी चूत मेरे लण्ड से! अपनी चूत के दोनों होठों को खोलो, देखो कैसी लग रही है।
मोनी- विशाल तुम अपना लण्ड दिखाओ अभी। मेरी चूत को अभी चाहिए … दिखाओ अभी प्लीज़!

मैं- लंड तो वैसे भी मोनी आपके चूचों को देखकर पूरा खड़ा हो चुका था.

तब मैंने तुरंत लंड की दो-तीन फोटो खींचे … और उस बड़े लण्ड की फोटो मोनी को भेज दी।

मीठी सी आवाज में मोनी ने कहा- वाह क्या लंड है ऊऊ ऊओह विशाल कितना बड़ा है यार … कितना चिकना और मासूम सा! विशाल ये लण्ड मेरी चूत को मिल सकता है? मुझसे अब कंट्रोल नहीं हो रहा है मुझे बस अब यही चाहिए.

मैं- मिल जायेगा मेरी जान … लेकिन अभी चूत सहला कर उसका काम तो ख़त्म करो।
मोनी- मैं तो कर ही रही हूँ … तुम्हारे सामने नंगी खड़ी हूँ और अपनी चूत सहला रही हूँ।

मैं- मैं अपने लण्ड को तुम्हारी चूत के मुँह पर रगड़ रहा हूँ. तुम्हारे बूब्स दबा रहा हूँ, निप्पल रगड़ रहा हूँ।

“अब तुम सहलाना बंद करो और अपनी दाएं हाथ की बड़ी उंगली को मुँह में डाल कर गीली करो। दूसरे हाथ से चूत के दोनों होठों को खोलकर गीली उंगली चूत में डालो।”
मोनी- आअ ह्ह विशाल फ़ट जाएगी मेरी चूत … बस इसे यह तुम्हारा लण्ड ही चाहिए।

मैं- मोनी, धीरे धीरे उंगली चूत में डालो और महसूस करो कि वो उंगली मेरा लण्ड है।

मोनी- आआह्ह … थोड़ा दर्द हो रहा है बेबी, अंदर नहीं जा रही है! ये नहीं होगा यार!
मैं- हो जायेगा, धीरे धीरे करो आराम से जितनी आराम से अंदर जाती है जाने दो।

मोनी- ओके मैं डाल रही हूँ, अच्छा लग रहा है। लेकिन लण्ड तो बहुत मोटा है उंगली से कैसे फील होगा?
मैं- उंगली तो जाने दो मेरी जान … लण्ड भी चला जायेगा।

उसके बाद थोड़ी देर तक चूत लण्ड का खेल ऐसे ही चलता रहा.
वह उधर चूत अपनी उंगली से चोद रही थी और इधर ये लण्ड अपने हाथ को चोद रहा था।

उधर से ‘आआह ह्ह्ह विशाल’ और इधर से ‘आआ आह्ह ह्ह मोनी’ की सिसकारियों की मादक आवाजें निकल रही थी।

फिर अंत समय आ गया और उधर से उसकी सिसकारियों की आवाज़ और भी तेज़ होते होते धीमी और धीमी होती गई।

मेरा लण्ड भी अब तक अपना लावा उगल चुका था।
चूत और लण्ड लगभग साथ साथ शांत हो गए।

मैं- क्या हुआ मेरी जान, शांत हो गई आप?
मैं– मोनी हो गया आपका?
मोनी- अभी कुछ नहीं हुआ … बेबी होगा तो तुम्हें डैडी बोलेगा ना?

अब वह भी रुक गयी और बोली- आज इतना ही बहुत है विशाल बेबी!
मैंने कहा- आपका तो पता नहीं लेकिन मुझे तो बड़ा मजा आया मोनी.
वह बोली- हां यहां मेरी भी फूट पड़ी है. चलो अब फोन काटती हूँ.

उसके बाद हमारा फोन सेक्स का सिलसिला शुरू हो गया जो करीब तीन साल तक जारी रहा.
जब तक मोनी की किसी और से शादी नहीं हुई.

लेकिन वह आज भी मुझे उतना ही प्यार करती है जितना पहले दिन करती थी।

साथियो … ये थी मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड मोनी की ऑनलाइन फोन सेक्स कहानी!
यह सेक्स कहानी आपको कैसी लगी?

दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी थी, इसलिए मैं आप सबके कमेंट्स का वेट करूँगा.
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पाकिस्तानी कालगर्ल होटल में क्लाइंट का लंड चूसती हुई