सुहागरात चुदाई दुल्हन सेक्स का मजा पहले तो मेरे शौहर ने मुझे चोद कर दिया. फिर मेरे पति का चाचा मेरी चूत का मजा लेने आ गया. मैं उससे भी चुद गयी. उसके बाद …
मेरा नाम रेशमा है दोस्तो.
मैं पढ़ी लिखी खूबसूरत, गोरी चिट्टी और सेक्सी लड़की हूँ।
21 साल की मैं 5′ 4″ के कद वाली, बड़े बड़े मम्मो वाली एक बोल्ड लड़की हूँ।
लेखिका की पिछली कहानी थी: अम्मियों ने एक बेड पर एक दूसरी के बेटे से चुदवाया
Suhagrat Chudai Dulhan Sex Kahani में आगे:
मैं अपने कॉलेज में दो चीजों के लिए बहुत मशहूर हूँ; एक तो पढ़ाई के लिए और दूसरे सेक्स की बातें करने के लिए।
मैं खुल्ला खुल्ला लंड, बुर, चूत, भोसड़ा सब बोलती हूँ। मादरचोद, बहनचोद तो मेरे जबान पर ही रखा रहता है।
कॉलेज में ऐसा केवल मैं ही नहीं बोलती, मेरे ग्रुप की सभी लड़कियां ऐसा ही बोलती हैं।
सब की सब भोसड़ी वाली बिल्कुल मेरी ही तरह हैं।
खूब मस्ती से खुल कर गन्दी गन्दी बातें करतीं हैं।
हम सब लड़कों को ‘लौड़ा’ कह कर बुलाती हैं।
हर रोज़ हम सब कॉलेज में अपने अपने घर की बातें सुनाती हैं और एन्जॉय करती हैं।
एक दिन की बात रिया बताने लगी:
रिया के शब्दों में:
मैं- यार, कल मेरी खाला का बेटा मेरे सामने आया और कहने लगा कि रिया मेरा लंड पकड़ लो!
मैं बोली- कैसी बेहूदी बातें कर रहे हो? तुम्हें शर्म नहीं आती?
वह बोला- लंड पकड़ लोगी तो मैं तुम्हे एक चीज दूंगा?
मैं भी मूड में थी तो कहा- अच्छा तो लाओ मैं पकड़ लेती हूँ तेरा लंड!
मैंने पकड़ लिया लंड!
तब वह बोला- अच्छा अपनी आँखें बंद करो।
मैंने आंखें बंद कर ली।
फिर वह बोला- अब आँखें खोल दो।
मैंने जैसे ही आँखें खोली तो मेरे सामने एक और लंड टनटनाते हुए खड़ा हो गया।
मेरे मुंह से निकला- बाप रे बाप … ये तो लंड है यार!
वह बोला- यही तो चीज है जो मैं तुम्हें देना चाहता था।
मैंने कहा- चल हट … तू भोसड़ी का बहुत बड़ा हरामजादा है।
लेकिन फिर मैंने दोनों लंड का मज़ा लिया।
तब मैंने (रेशमा) पूछा- तो क्या तूने लंड अपनी चूत में पेला?
वह बोली- नहीं, चूत में नहीं पेला, मुठ मार कर दोनों लंड पिया।
सना बोली- यार, कल मैंने अपनी अम्मी को यह कहते हुए सुना ‘मुझे तो दोनों साले बाप बेटे चोदते हैं। कभी बाप पेल जाता है लंड तो कभी बेटा पेल जाता है लंड!’ अब मैं पता लाऊंगी की ये बाप बेटा हैं कौन?
मोनिका ने कहा- यार, कल मैंने अपने जीजू के लंड का मज़ा लिया। मैं घर में अकेली थी. उसने मुझे दो बार चोदा।
तो मेरे दोस्तो, हम सहेलियों में इसी तरह की बातें होती रहती हैं।
मैं घर में अम्मी जान से भी ऐसे ही बोलती हूँ।
वे बुरा नहीं मानती, बल्कि कहती हैं- मेरी बेटी अब जवान हो गई है तो ऐसा बोलेगी ही। किसी की गांड में दर्द होता है तो मैं क्या करूं?
अम्मी भी मुझे कभी बुरचोदी रेशमा कहती हैं तो कभी भोसड़ी वाली रेशमा!
मुझे बड़ा अच्छा लगता है।
मेरी अम्मी जान 44 साल की एकदम मस्त जवान खूबसूरत पटाका जैसी औरत हैं।
कुनबे के सारे मर्द मेरी अम्मी की गांड के पीछे लगे रहते हैं।
रात को अक्सर दो दो पराये मर्दों से घपाघप चुदवाती है मेरी अम्मी जान!
लंड पहले खलास कर देती हैं, खुद बाद में खलास होती हैं।
मैंने उसे चुदवाते हुए कई बार देखा है।
एक दिन मेरी अम्मी जान ने मुझे बुलाया और कहा- सुन माँ की लौड़ी रेशमा, अब तू मस्त जवान हो गयी है। तेरी चूत मेरी चूत में बराबर हो गयी है। तेरी चूत को लंड खाने का हक़ हो गया है, जैसे मेरी चूत को लंड खाने का हक़ है। आज मैं तेरी चूत को लंड खिलाऊंगी।
अम्मी बात ने मेरे दिलो दिमाग में रस घोल दिया।
मैं अंदर से गनगना उठी।
मेरे बदन में बिजली दौड़ गयी।
अम्मी मेरा हाथ पकड़ कर अपने कमरे में ले गयी.
यहाँ एक आदमी नंगे बदन एक पजामा पहले हुए सोफा पर बैठा था।
अम्मी ने बताया- यह बासित है मेरी सहेली का शौहर।
तभी अम्मी ने उसके पजामे का नाड़ा खोला और उसका लण्ड बाहर निकाल कर मुझे पकड़ा दिया, बोली- ले भोसड़ी की रेशमा, तू इसका मज़ा ले, मैं अभी आती हूँ।
वे चली गयी और मैं उसका लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी और चूमने लगी।
अंकल भी मेरी चुम्मियाँ लेने लगा।
कुछ देर में अम्मी जान आ गईं।
वे एकदम नंगी थी।
वैसे मैं अम्मी को पहले भी नंगी देख चुकी थी पर आज आमने सामने देख रही थी तो ज्यादा मज़ा आ रहा था।
उन्होंने मेरे कपड़े उतार दिये तो मैं भी मादरचोद नंगी हो गयी।
फिर अम्मी ने अंकल को नंगा बेड पर लिटा दिया।
उसके बाद हम दोनों माँ बेटी अंकल का लंड नंगी नंगी चाटने लगीं।
इस कारनामे से मैं अम्मी से एकदम खुल गयी और बेशर्म हो गयी।
अम्मी बड़े प्यार से बोली- मज़ा आ रहा है न बुर चोदी रेशमा, लंड चूसने में?
मैंने कहा- हां बड़ा मज़ा आ रहा है, अम्मी जान! लंड बड़ा प्यारा है अंकल का!
वे बोली- तेरी माँ का भोसड़ा बेटी रेशमा, अब आएगा तुम्हें जवानी का असली मज़ा!
तब मुझे मालूम हो गया कि अम्मी मेरे मुंह से गाली सुनना चाहती हैं, मुझे बेशर्म बनाना चाहती हैं।
मैं भी बोली- तेरी बिटिया की बुर अम्मी जान! तेरी बहन की बुर!
फिर हम दोनों ने मिलकर अंकल के लंड का मज़ा लिया।
मैंने लंड अम्मी के भोसड़ा में पेला तो उसने लंड बड़े आहिस्ते से मेरी बुर में घुसा दिया।
मुझे दर्द तो हुआ पर फिर मज़ा आने लगा।
मैं ज़िन्दगी में पहली बार चुदी, वह भी अम्मीजान के सामने!
जब मैं 23 साल की हुई तो मेरी शादी एक रफीक नाम के लड़के से हो गई।
शादी चूँकि मेरे नजदीकी रिश्ते में हुई थी तो मैं अपनी सास और ननद को अच्छी तरह जानती थी।
दोनों ही मेरी तरह मस्त मस्त सेक्स का मज़ा लूटने वालीं थीं।
शादी के पहले दोनों मेरे घर आईं थीं.
तब दोनों ने मुझसे अलग अलग बात की थी।
सास मुझे अलग कमरे में ले गयी और पूछा- रेशमा, मुझे सच्ची सच्ची बताओ कि तुम चुदी हुई हो या नहीं?
मैंने आँखों से इशारा करके कहा- हां चुदी हुई हूँ।
वह बहुत खुश हो गयी और मुझे गले लगा लिया, बोली- मुझे एक चुदी हुई खूबसूरत बहू चाहिए थी तो तुम मिल गई. अब तू आज से ही मेरी बहू हो गई।
फिर ननद मुझे अलग कमरे में ले गयी, बोली- रेशमा भाभीजान, तुमने कभी अपनी माँ चुदवाई?
मैंने बिंदास जबाब दिया- हां, मैंने अपनी माँ कई बार चुदवाई। मैंने खुद लंड पेला है अपनी माँ की चूत में और उसने भी लंड पेला है मेरी चूत में!
वह बोली- तब ठीक है यार! अब तुमको लंड अपनी सास ननद दोनों की चूत में पेलना होगा क्योंकि हम दोनों भोसड़ी वाली बड़ी चुड़क्कड़ हैं।
यह सुनकर मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा।
फिर मेरा निकाह हो गया और मैं ससुराल चली गयी.
मेरी सास का नाम है अदीबा बेगम और मेरी ननद का नाम है अहाना।
मेरे ससुराल वाले बहुत रईस खानदान के हैं; उनके पास रुपया पैसा बहुत है, धन दौलत बहुत है इसलिए पूरी की पूरी फॅमिली बड़ी अय्याश है।
मेरी सास और ननद के बारे में तो आप जान ही चुके हैं, मेरा ससुर भी भोसड़ी वाला बहुत बड़ा अय्याश है।
उसे दूसरों की बहू बेटियां चोदने में बड़ा मज़ा आता है; दूसरों की बीवियां भी खूब मस्ती से चोदता है।
यह बात मुझे मेरी ननद ने ही बताई है।
सुहागरात के समय मैं सजी धजी दुल्हन बनी हुई अपनी सेज पर बैठी थी और अपने शौहर का इंतज़ार कर रही थी।
सच पूछो तो मैं उसके लंड का, दुल्हन सेक्स सुहागरात चुदाई का इंतज़ार कर रही थी.
मेरे मन में यही था कि मेरे शौहर का लंड कैसा होगा? मेरे मन मुताबिक होगा या नहीं? मोटा होगा या नहीं क्योंकि मुझे मोटे लण्ड पसंद हैं।
इतने में वह आ गया।
मेरी धड़कनें तेज हो गईं।
उसने मुझे बड़े प्यार से घूँघट उठा कर देखा, मेरी खूबसूरती की तारीफ की, मेरे गाल थपथपाये, मेरी चुम्मी ली।
मेरे मम्मो को बड़े गौर से देखा।
फिर उन पर आहिस्ते से हाथ फेरा।
उसके बाद उसने मुझे अपने बदन से चिपका लिया।
फिर वह एक एक करके मेरे कपड़े उतारने लगा।
मैं भी बड़े प्यार से उसके बदन पर हाथ फिराने लगी।
जल्दी से जल्दी मैं उसके लंड तक पहुंचना चाहती थी।
पहले उसने मेरे मम्मे खोल डाले, फिर मेरा पेटीकोट खोल कर फेंका तो मैं सर से पाँव तक नंगी हो गई।
मुझे भी ताव आया तो मैंने भी दो मिनट में उसे बिल्कुल नंगा कर दिया।
उसका लंड देखकर तो मुझे मज़ा आ गया।
फिर मैंने पकड़ लिया लंड और ल्ला का शुक्रिया अदा किया क्योंकि लंड मेरे मन का था।
बड़ा हैंडसम और मोटा तगड़ा था लंड … झांटें एकदम साफ़ थीं।
लंड भी चिकना और पेल्हड़ भी चिकने!
मेरी तो चूत बुरचोदी बहुत ज्यादा ही खुश हो गई।
फिर मैं बड़ी बेशर्मी से उसका लंड चाटने लगी तो वह घूम कर मेरी बुर चाटने लगा।
मैं समझ गई कि उसे बुर चाटने का तज़ुर्बा है.
मेरे मन में आया कि अगर मेरी चूत चुदी हुई है तो इसका लंड भी चुदा हुआ है।
इसने कई बुर चोदी होंगी अब तक!
इसलिए मैं और मस्ती से लंड चाटने लगी.
इतने में वह बोला- रेशमा, तेरी बुर बड़ी स्वादिष्ट है यार! बड़ी टाइट भी है और बड़ी मसालेदार भी। ऐसी बुर तो मेरे किसी भी दोस्त की बीवी की नहीं है।
मैंने कहा- क्या तुम अपने दोस्तों की बीवियों की चूत चोदते हो?
वह बोला- देखो रेशमा, मैं सिंगापुर में रहता हूँ। वहां हमारे कई दोस्त हैं। वे सब एक दूसरे की बीवी चोदते हैं। कभी कभी मुझे भी मौक़ा मिल जाता है। अब जब तुम चलोगी तो वहां मेरे दोस्त तेरी चूत चाटेंगे और तुम उनके लंड चाटोगी। तब कितना मज़ा आएगा ज़रा सोचो?
मेरा तो मन खिल गया.
पर मैंने थोड़ा नखरा किया और बोली- तो तुम अपनी बीवी गैर मर्दों से चुदवाओगे क्या?
वह बोला- हां बिल्कुल चुदवाऊंगा। इसमें हर्ज़ ही क्या है? वहां सब अपने ही हैं। गैर कोई नहीं! जैसा मेरा लंड वैसे उनके लंड! जैसी तेरी बुर, वैसी उनकी बीवियों की बुर!
फिर मैंने कहा- जैसी आपकी इच्छा … मैं वही करुँगी जो तुम कहोगे।
इन सब बातों से मैं बड़ी उत्तेजित हो गयी।
मैंने मन में कहा- भोसड़ी के रफीक मियां, एक बार तू मुझे अपने सामने गैर मर्द से चुदवा ले, फिर देखना तेरी बीवी बुर चोदी कितने लोगों के लंड रोज़ पेलवाती है अपनी चूत में! तू मुझे अभी नहीं जानता। मैं मादर चोद अव्वल दर्जे की चुदक्कड़ औरत हूँ। रोज़ ही ग़ैर मर्दों के लंड का मज़ा लूंगी।
इतने में उसने लंड मेरी चूत में पेल दिया और चोदने लगा।
मैं भी मजे से चुदवाने लगी।
मुझे उसकी चोदने की स्टाइल पसंद आ गयी।
मैं सिसकारियां लेने लगी तो तो उसका जोश और बढ़ने लगा। मैं आँखें बंद करके ख्यालों में खो गयी और सोचने लगी कि मैं शौहर से नहीं, उसके दोस्तों से चुदवा रही हूँ। दो दो लंड मेरी बुर चोद रहे हैं। मेरा शौहर मुझे अपने दोस्तों से चुदवा रहा है। दोनों लंड बहुत मोटे मोटे हैं। लंड के टोपा बड़ा मज़ा दे रहे हैं मुझे!
ऐसा सोंचने से मुझे चुदाई में ज्यादा मज़ा आने लगा।
वह भी बोला- रेशमा, मुझे लग रहा है कि मैं अपने दोस्तों के सामने अपनी बीवी चोद रहा हूँ।
मैंने कहा- अरे भोसड़ी के रफीक, तो फिर अपने दोस्त का लंड पेल दो न मेरी चूत में!
उसे यह सुनकर मज़ा आया।
वह जान गया कि मैं उसके दोस्तों से चुदवाने के लिए बेताब हो रही हूँ।
इस तरह हम दोनों को चुदाई में खूब मज़ा आया।
फिर मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया और उसका लंड भी झड़ गया।
वह मुझे चोद कर चला गया।
कुछ देर बाद मेरी सास आ गई, बोली- मज़ा आया बहू रानी चुदवाने में?
मैंने कहा- हां सासू जी, खूब मज़ा आया।
वह बोली- लेकिन मन तो नहीं भरा होगा अभी? अभी तो और चुदाने का मन होगा तेरा?
मैंने कहा- हां है तो … पर चोदने वाला गया कहाँ?
वह बोली- अब तेरा शौहर नहीं आएगा। तेरी सुहागरात हो गई। अब तो तुझे कोई और ही चोदेगा!
मैंने कहा- ऐसा कैसे होगा सासू जी? आज मेरी पहली रात है, मुझे और कोई कैसे चोद सकता है?
वह बोली- अरे मेरी बहू रानी, सुहागरात में दुल्हन को जी भर के चुदवाना होता है। चोदने वाला चाहे एक हो या उससे ज्यादा … दुल्हन को चुदाई का पूरा मज़ा आना चाहिए। मैं जानती हूँ कि तू अभी चुदासी है। अब मैं लंड पेलूँगी तेरी चूत में रेशमा बहू!
इतने में एक आदमी लुंगी पहने नंगे बदन मेरे सामने आ गया।
सासू ने उसकी लुंगी खींच ली तो वह नंगा हो गया।
उसका लंड देख कर मेरी गांड फट गयी।
सासू ने उसका लंड मुझे पकड़ा दिया और कहा- यह मेरा देवर है. अब तू इसके लंड का पूरा मज़ा ले!
फिर वह चली गयी.
लंड तो मुझे एक ही नज़र में भा गया।
मैं गर्म थी ही, मैंने लंड सीधे मुंह में ले लिया और चूसने लगी।
वह भी मेरे नंगे बदन पर हाथ फिराने लगा, फिर बोला- रेशमा, तुम तो अपनी ननद से भी ज्यादा अच्छी तरह से लंड चूस रही हो।
मैं समझ गयी कि ये भोसड़ी वाला मेरी सास और ननद दोनों की चूत पेलता है।
तब मैं बहुत उत्तेजित हो चुकी थी।
उसका लौड़ा भी खूब टन्नाया हुआ था.
उसने गच्च से घुसा दिया लण्ड मेरी चूत में!
मैं बहनचोद रंडी की तरह कमर हिला हिला कर चुदवाने लगी।
तब मैं मस्ती में बोली- हायल्ला … फाड़ डालो मेरी चूत! तेरा लण्ड बड़ा कड़क है यार! मुझे अपनी बीवी की तरह चोदो। आज मेरी सुहागरात है. वैसे भी तू मेरा शौहर बना हुआ है। फिर तो तू बड़ी बेफिक्री से चोद ले मेरी चूत।
उसने चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दी और कहा- रेशमा, तेरी चूत बड़ा मज़ा दे रही है। तेरी सुहागरात में तेरी बुर चोदना मेरे लिए बड़े फख्र की बात है।
मैं बोली- तू मादरचोद बड़ा हरामी है। अपनी बहू की चूत का बाजा बजा रहा है।
मुझे अपने शौहर के बाद इस आदमी से चुदवाने में बड़ा मज़ा आ रहा था।
उसने मुझे पीछे से चोदा और अपने लंड पर बैठा कर भी चोदा।
वह बड़ी मस्ती से बोला- मैं दूसरों की बीवियां बहू बेटियां सबको अपने लंड पर बैठा कर चोदता हूँ तो मुझे ज़न्नत का मज़ा आता है।
मैंने पूछा- मेरी सास भी तेरे लंड पर बैठती है क्या?
वह बोला- तेरी सास, ननद दोनों मेरे लंड पर बैठ कर बड़ी मस्ती से चुदवातीं हैं।
यह सुनकर मेरी चूत की आग और भड़क गयी।
मैं धकापेल चुदवाने लगी, धक्के पे धक्का मार मार कर चुदवाने लगी।
मेरी चुदाई की आवाज़ पूरे घर में गूंजने लगी।
मैंने उससे उसी तरह चुदवाया जैसे मैंने अपने शौहर से चुदवाया था।
वह जब मुझे चोद कर गया तो मैंने राहत की सांस ली।
मुझे वाकयी यह दुल्हन सेक्स बड़ा अच्छा लगा।
मेरी चूत भी मस्त हो गयी बुरचोदी!
रात के 3 बज चुके थे.
अचानक मेरी ननद एकदम नंगी नंगी अपने हाथ में किसी का लंड पकड़े हुए मेरे सामने आ गयी और बोली- ये क्या भाभी जान? यहाँ तुम अपनी सुहागरात मना रही हो और उधर बाहर मेरी माँ चुदी जा रही है. मैं चुद रही हूँ. तीन तीन लोग अपना अपना लंड उतार चुके हैं मेरी चूत में! अब ये मेरा ननदोई मेरे सामने नंगा आ गया बोला ‘भाभीजान, मुझे अपनी नयी नवेली दुल्हन की बुर दिला दो प्लीज! मैंने अपनी दुल्हन के अलावा सुहागरात सेक्स में किसी और की दुल्हन कभी नहीं चोदी। आज चोदना चाहता हूँ। मुझे नई दुल्हन की बुर चोदने का मौक़ा दे दो प्लीज!’ मुझे उस पर तरस आ गया तो मैं इसे नंगा करके तेरे पास ले आई हूँ भाभीजान।
ऐसा बोल कर उसने लंड मुझे पकड़ा दिया और कहा- लो संभालो मेरे ननदोई का लंड!
मैंने जैसे ही लंड पकड़ा तो मेरी चूत की आग फिर से भड़क गयी।
लंड बहनचोद बड़ा मोटा था; लोहे की तरह सख़्त था। लंड का टोपा एकदम चिकना बड़ा खूबसूरत था।
मेरा भी दिल उस पर आ गया।
मैंने बड़े प्यार से लंड मुंह में लिया और खूब तबीयत से चूसा।
उसने मेरी बुर बड़े तबीयत से चाटी।
फिर उसने गच्च से पेल दिया लंड मेरी मस्तानी चूत में और चोदने लगा मेरी चूत!
वह बोला- रेशमा भाभी, तेरी बुर सबसे अच्छी है।
मैंने कहा- अच्छा ये बताओ तुमने किस किस को चोदा अभी?
वह बोला- मैंने तेरी सास का भोसड़ा चोदा। तेरी ननद की बुर ली है अभी एक घंटा पहले! फिर मेरा मन तेरी बुर चोदने का हो गया तो तेरे पास चला आया। अब मैं तुम्हे खूब मस्ती से चोदूंगा।
मैंने कहा- यार, तेरा लंड वाकई बड़ा हक्कानी है। बड़ा जबरदस्त है तेरा भोसड़ी का लंड! मुझे तो सबसे बढ़िया तेरा ही लंड लगा। अब तुम मुझे रात भर चोदो; सवेरे तक चोदो। अभी ननद बुरचोदी फिर आएगी। मुझे उसके सामने भी चोदो। अब मैं खुल्लम खुल्ला सबके सामने चुदवाऊंगी।
इस तरह मैंने सुहागरात चुदाई दुल्हन सेक्स का मजा तीन तीन लंड से भरपूर लिया।
[email protected]
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