दोस्त ने अपनी बहन को चुदवाया-1

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नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम आकाश है. मैं अपने दोस्त रवि के साथ दिल्ली में रहकर पढ़ाई करता हूं. मेरा दोस्त पढ़ाई के साथ साथ कुछ बिज़नेस भी करता था. कुछ दिनों बाद उसकी बहन भी पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गयी. उसकी उम्र 20 साल की थी. उसकी छाती के उभार इतने मस्त थे कि उनको देख कर कोई भी पागल हो जाए. उसकी उठी हुई गांड को देख कर बुड्डों का भी लंड खड़ा हो जाए.

एक दिन मेरे दोस्त ने कहा कि यार नेहा को भी साथ लेकर पढ़ाई कर लिया करो, उसकी थोड़ी मदद हो जाएगी.
मैंने हां कर दी और अब मैं और नेहा रोज़ साथ में पढ़ने लगे.

एक दिन रवि नेहा को बहुत डांट रहा था क्योंकि उसकी बहन किसी लड़के के साथ घूम रही थी. रात को जब रवि और मैं शराब पी रहे थे तो वो बोला- यार आकाश दिल्ली में एक से एक हरामी लौंडे हैं.. इधर नेहा भी जवान है. कोई न कोई तो उसको भी चाहिए.

मैं उसकी बात को सुन कर कुछ नहीं कहा.

अचानक से वो बोला- तू उसका बॉयफ्रेंड बन कर उसे शांत कर दिया कर!
मैं उसकी बात समझ गया कि वो उसको चोदने के लिए कह रहा है. मैं बोला- यार वो तो ठीक है लेकिन नेहा क्या मेरे साथ करने को मानेगी.
उसने कहा- चल मैं नेहा से पूछ कर बताऊंगा.

अगले दिन रवि ने नेहा से कहा कि तुम किसी भी आवारा लड़के के साथ मत घूमा करो. आज से तुम आकाश को अपना बॉयफ्रेंड बना लो. तुम और आकाश चाहे जैसे मिला करो.. या चाहो तो उससे सेक्स भी कर लिया करो.
नेहा ने रवि से कुछ नहीं कहा, लेकिन उसकी बात से वो कुछ सहमत सी दिखी.

फिर रवि 2 दिन के लिए दिल्ली से बाहर चला गया. उसके जाते ही मैं उसकी खूबसूरत बहन के कमरे का दरवाजा खटकाने लगा. नेहा के दरवाजा खोलते ही मैं उस पर टूट पड़ा. नेहा ने भी मुझे अपनी बांहों में भर लिया. उसे तो लंड की भूख थी.

मैंने नेहा के कपड़ों को उतार कर उसे पूरी नंगी कर दिया और उसकी चूचियों को आधे घंटे तक रगड़ रगड़ कर एकदम लाल कर दिया. फिर उसे चित लिटा कर उसकी चुत पर अपना लंड रगड़ने लगा.

नेहा की सील खुली हुई थी. इस वजह से वो सब जानती थी कि सेक्स कैसे करते हैं. इधर मेरा लंड भी कुछ ज्यादा ही बड़ा था. रवि की बहन नेहा की चूत ने मेरे लंड जितना लम्बा लंड अभी तक नहीं लिया था, इसलिए मेरे लंड के अन्दर जाते ही वो चिल्लाने लगी. मगर मुझे मालूम था कि ये कुछ ही देर में लंड का मजा लेने लगेगी.

अभी नेहा मेरे हर झटके पर चिल्ला रही थी. कुछ ही देर में वो भी गांड उठा कर लंड के मजे लेने लगी.

मैंने काफी देर तक रवि की बहन को दम से चोदा. उसने भी मुझे बहुत मजा दिया. उसके बड़े मम्मों को चूस चूस कर मैं उसको उस दिन तीन बार चोदा. उस रात मैं उसके कमरे में ही नंगा सो गया.

सुबह जल्दी उठ कर मैं अपने रूम पर आ गया. एक घंटे बाद रवि वापस आ गया. उसने मुझसे पूछा तो मैंने हां कह दिया. वो समझ गया कि उसकी बहन की चूत की खुजली मिटाने वाला लंड उसे मिल गया.
उसने मुझसे पूछा- नेहा खुश हुई?
मैंने हंस कर हां कहा.

मेरी इस बात से रवि बहुत खुश हो गया. और अब वो बेफिक्र रहने लगा. उसकी बहन केवल पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देती थी क्योंकि अब उसके लिए लंड का इंतजाम हो चुका था. अब तो इतना खुला खेल चलने लगा था कि मैं नेहा को रवि के सामने ही चादर के अन्दर चोद देता और रवि को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता था कि मैं नेहा को चोद रहा हूँ. हम तीनों ही सेक्स के मामले पर खुल कर बात करने लगे थे.

एक दिन रवि दारू पीते समय बोला- यार बहुत दिन हो गए.. मैंने कोई रंडी नहीं चोदी.
मैं कुछ नहीं बोला तो रवि ने कहा- यार आकाश, तेरा जुगाड़ तो हो गया.. तू तो मुफ्त में मेरी बहन को चोद लेता है.
मैं कहा- तो तू भी कोई माल तलाश कर ले न!

अगले दिन वो बाजार से एक रंडी को घर ले आया. वो मुझसे बोला- चल आज कॉम्पिटिशन रखते हैं कि कौन ज्यादा देर तक अपने माल को चोद पाता है.
इस बात को नेहा भी सुन रही थी. उसे भी रंडी के साथ चुदाई का कम्पटीशन करने में कोई उज्र नहीं था, बल्कि वो तो खुद ही मेरे लंड की ताकत को परखना चाहती थी.

मैं भी मान गया. मैंने उसकी बहन को नंगी किया और जमीन पर लिटा दिया. उसने उस रंडी को नंगी करके सामने सोफे पर लिटा दिया. हम दोनों ने अपने अपने लंड बाहर निकाल कर उन दोनों की चुत पर सैट कर दिए.

बस नेहा ने ‘गेट सैट गो..’ की आवाज मारी और हम दोनों ने लंड पेल कर धक्कों की गिनती करते हुए चोदना शुरू कर दिया. लगातार लम्बी चुदाई के बाद नेहा चिल्लाने लगी, आकाश की रंडी बहन नेहा ऐसे चुदवा रही थी, जैसे उसने पहला लंड लिया हो.

मैंने कहा- आज तो मैं ही जीतूंगा.
रवि बोला- देखते हैं.
मैं बोला- तेरी बहन की चूत दर्द कर रही है.. आज मैंने आज वियाग्रा की गोली ली है. अभी इसको खूब देर तक चोदूँगा.
यह कह कर मैंने चुदाई के स्पीड बढ़ा दी. नेहा की चूत में जलन होने लगी थी और वो मुझसे कह रही थी- मुझे दर्द हो रहा है … अब रहने दे.

मेरी चुदाई की स्पीड और नेहा का दर्द देख कर रवि डर गया और कुछ देर बाद उसने अपनी वाली रंडी को चोदना बंद कर दिया. वो बोला- बस कर.. तू जीत गया, अब नेहा को छोड़ दे.

लेकिन फिर भी मैं नेहा को 5 मिनट तक चोदता रहा. उस रात के बाद रवि ने कभी चुदाई कम्पटीशन नहीं रखा. उस दिन के बाद से मैं रवि की बहन को उसके सामने ही नंगा करके रोज़ चोद देता.

कुछ दिन तक मैं रवि की बहन को चोद चोद कर थक गया और कुछ नया करने का सोचा. मैंने इस बात की चर्चा नेहा से भी की तो वो भी सेक्स में कुछ नया करने को राजी थी.

मेरे कमरे पर एक दूध वाला दूध देने आता था. उसका बहुत बकाया हो गया था. मुझे उसके पासे चुकाने थे, तो मेरे दिमाग में एक स्कीम आई. मैंने नेहा से पूछा- दूध वाले से चुदना पसंद करोगी?
नेहा बोली- हां … पर उसको कैसे सैट करूँ?
मैंने उसको तरकीब बताई और कहा कि देखते हैं वो क्या करता है.

हम दोनों दूध वाले को सैट करने में लग गए. हमारे बाथरूम में एक छेद था, जो मेनगेट से दिखता था.

मैंने दूसरे दिन जानबूझ कर दूधवाले से कहा कि यार कोई बंदा हो तो बताओ जो इस बाथरूम के छेद को ठीक कर दे.
मेरा मतलब सिर्फ उस छेद के बारे में दूध वाले को जानकारी देना था.
दूध वाला बोला- भैया कोई मिलेगा तो जरूर बताऊंगा.

दूसरे दिन जब दूध वाले ने मुझसे पैसो का तकाजा किया तो मैंने कहा कि यार कुछ दिन रुक जाओ, मैं जल्दी ही पैसे दे दूंगा.
वो बोला- ठीक है.
ये बोल कर जैसे ही वो जाने को हुआ तो मैंने कहा- अभी रुको.. नेहा नहाने के बाद चाय बनाएगी, तुम पीकर जाना.
मैंने नेहा से पूछा- तुमको कितनी देर है?
तो नेहा ने भी बाथरूम से आवाज दे दी- हां बस अभी निकल रही हूँ.
मैंने कहा- ठीक है.

इतना कह कर मैं दूध वाले को उधर ही बिठा कर अन्दर वाले कमरे में चला गया.

मैंने देखा दूध वाला बाथरूम के छेद से नेहा का नंगा बदन देख रहा था. कुछ देर बाद वो बिना कुछ कहे चला गया. नेहा और मेरी स्कीम काम करने लगी थी.

नेहा ने उस दिन दूध वाले को छेद से देखता हुआ जान लिया था, तो वो अपनी सफाचट चूत और बड़े बड़े मम्मों को मसलते हुए दूधवाले की नजरों की हवस जगाने लगी. अब दूधवाले ने रोज ही उस वक्त आना शुरू कर दिया जब नेहा बाथरूम में होती थी. उसने रोज ही छेद से देखना शुरू कर दिया.

कुछ दिन बाद दूध वाला मुझे गुस्से से बोला- आकाश भैया आपका 6000 रूपए का दूध का बिल हो गया है. अब आपको और उधार नहीं मिलेगा.
मैंने सोचा कुछ ही दिन में ये मुझसे ऐसे क्यों बात करने लगा है. मुझे मेरी स्कीम फेल होती दिखने लगी थी.
मैंने कहा- यार पैसे तो 2 महीने बाद ही मिलेंगे.
वो बोला- तो कल से आपका दूध बंद.. पहले मुझे पैसे चाहिए.

मैंने उसकी आग जगाते हुए कहा- यार गुस्सा मत हो.. तुम नेहा को रोज़ नंगा नहाते देखो, तब तक 2 महीने हो जायेंगे. मैं पैसे भी दे दूंगा.
वो मेरी ये बात सुनकर जरा चौंक गया. लेकिन वो भी पूरा घाघ था. वो बोला- अगर इस बात का रवि भैया को पता चला तो मुझे मार देंगे.
मैंने कहा- कुछ नहीं होगा. तुम अभी मज़े लो.. और इसके बाद भी रुक जाना. तुम पर्दे के पीछे जाकर छुप जाना. मैं तुम्हें नेहा की चुदाई दिखाता हूं.

इसके बाद मैंने रवि की बहन को दूध वाले के सामने खूब चोदा.

दूध वाला बोला- भैया, एक बार मुझे भी नेहा मेमसाब को चोदना है.
मैंने कहा- पागल है क्या.. मुझे फंसवाएगा क्या?
उसने कहा- आपका सारा बकाया माफ़… बस एक बार मुझे नेहा मेमसाब के दूध पीना है और उसे चोदना है.
मैंने पैसे माफ़ होने वाली बात सुनी, तो कह दिया कि ठीक है.. कल रात को आ जाना.

वो अगले दिन रात को आया.
मैंने नेहा से कहा कि आज कुछ नया ट्राई करते है.

मैंने उसकी आंख पर पट्टी बाँध दी, फिर इशारा किया तो दूध वाला तुरंत कमरे में आ गया और वो नेहा के दूध रगड़ने लगा. उसने अपना खीरे जैसा मोटे लंड को नेहा की चूत पर रख कर उसे चोदना शुरू कर दिया. नेहा की चीख निकल गयी- अअआअ…
नेहा ने कहा- तुम बहुत ताकत से क्यों चोद रहे हो?
नेहा समझ रही थी कि मैं ही उसको चोद रहा हूँ क्योंकि उसकी आँखों में पट्टी बंधी थी. वो सोच रही थी कि मैं उसे चोद रहा हूँ.

दूध वाला नेहा को काफी तक चोदता रहा. नेहा की चूत के चीथड़े उड़ गए थे. दूध वाले के जाने के बाद मैंने नेहा की आंख खोली.
तो वो बोलने लगी- तुम तो आज ऐसे चोद रहे थे, जैसे तुम मुझे पहली बार चोद रहे हो.
मैं हंस कर रह गया. फिर मैंने उसे बता दिया कि आज दूध वाले ने तुमको चोदा था.
नेहा चौंक गई और बोली- यार इसका लंड तो बड़ा मस्त था. मुझे उससे फिर से चुदना है.
मैंने कहा- ठीक है.

अगले दिन रवि वापस आया. तो दूध वाले ने रवि से पूछा- भैया अब आप शहर से बाहर कब जा रहे हैं?
रवि ने कहा- ये सब जान के तुम क्या करोगे.
दूध वाला कुछ नहीं बोला, लेकिन मैं उन दोनों की बातें सुन कर मन ही मन मुस्कुरा रहा था.

दूध वाले ने रवि के जाने के बाद मुझसे कहा- भैया, नेहा मेमसाब की चूत मुझे फिर से चोदने का मन है. कब दिलाओगे?
मैंने उसको दिलासा दिया कि रवि के जाने बाद तुम आ जाया करो.

दूसरे दिन उसने नेहा को फिर से आँख पर पट्टी बाँध कर चोदना शुरू किया तो बीचे चुदाई में नेहा ने खुद ही पट्टी हटा दी और वो खुल कर दूध वाले से चुदने लगी. अब दूध वाला रोज़ नेहा को चोदता. एक दिन रवि ने हम दोनों को पकड़ लिया और बोला कि आकाश मैंने तुम्हें चोदने की छूट दी और तुमने मेरी बहन को दूध वाले से कैसे चुदने दिया?

रवि गुस्से में अपनी दीदी से बोला- साली, तुझे बहुत लंड लेने का शौक है ना.
नेहा बोली- मुझे नहीं पता कि ये दूध वाला कब आया.. मेरी आँख पर पट्टी बंधी हुई थी.
रवि- नाटक मत कर. तुझे रंडी बनने का शौक है न.. आज देखता हूँ.

रवि उस दिन गुस्से से घऱ से चला गया और एक कोठे पर पहुँच गया. एक रंडी को चोदने के बाद रिक्शा वाले को बुलाया.
रिक्शा वाला बोला कि आप कोई दूसरा रिक्शा कर लो.. मैं कोठे की रंडी चोदने जा रहा हूं.
उसने रिक्शा वाले से कहा- तू मुझे घर छोड़ दे.. तुझे आज मुफ्त में रंडी दूंगा.

इस सत्य घटना को पढ़कर मुझे मेल जरूर कीजिए, अभी इस सिस्टर सेक्स स्टोरी में आगे बहुत सारे सच आपके सामने रखूँगा.
कहानी जारी है.

कहानी का दूसरा भाग: दोस्त ने अपनी बहन को चुदवाया-2