प्यारी सी लड़की की कुंवारी चूत चुदाई

Xxx हॉट बुर कहानी मेरे पड़ोस में रहने वाली क्यूट सी लड़की के साथ पहले सेक्स की है. हमारा एक दूसरे के घर आना जाना था. मैं बहाने से उसके बदन को छेड़ता रहता था.

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम गगन है और मैं पंजाब से हूं.

मेरी ये सेक्स कहानी मेरे और मेरी पड़ोसन मनप्रीत के बीच की है.

इस Xxx Hot Bur Kahani को शुरू करने से पहले बता दूँ कि मेरी उम्र 19 साल है और मनप्रीत की उम्र 20 साल है.
मनप्रीत बहुत ही प्यारी लड़की है और रंग से बिल्कुल गोरी है.

मेरी मॉम मनप्रीत की मॉम की सहेली हैं.

मैं मनप्रीत के घर में पिछले दो तीन साल से जा रहा हूँ.
जब भी मैं मनप्रीत के घर जाता था तो उसे चोदने के इरादे से जाता था, पर हर बार नाकाम हो जाता.

तब भी मैं मनप्रीत की छोटी छोटी चूचियों को ऊपर से हाथ लगा देता था और कभी उसकी फूली सी गांड पर हाथ फेर देता था.

फिर मैं घर पर आकर मनप्रीत के नाम की मुठ मार लेता था.
मनप्रीत की मोटी गांड मुझे बहुत आकर्षित करती थी.

एक बार मनप्रीत की फैमिली और मेरी मॉम व मैं उनके साथ गाड़ी में कहीं जा रहे थे.
वो गाड़ी फॉर्च्यूनर थी.

हम तीन जन गाड़ी में थे.
मनप्रीत मैं और मनप्रीत की मॉम पीछे बैठे थे.
मेरी मॉम फ्रंट सीट पर बैठी थीं.
मैं मनप्रीत और उसकी मॉम के बीच में बैठा था.

मनप्रीत की मॉम अपने मोबाइल में लगी हुई थीं. मनप्रीत भी मोबाइल चला रही थी और मैं उनके बीच में बैठा था.
मैंने अपना हाथ मनप्रीत की जांघ पर रख दिया, उसने कुछ नहीं बोला.

फिर कुछ देर जायजा लेने के बाद मैं जांघ के ऊपर रखे हुए अपने हाथ से उसकी पट को सहलाने लगा.
उसने फिर भी कुछ नहीं बोला.

अब मैंने अपना हाथ उसकी जांघ के बीच में डाल दिया और सहलाने लगा.
उसने मेरी तरफ देख कर मुझे घूरा.

फिर मैंने हाथ हटा लिया और कुछ पल बाद अपना हाथ उसकी गांड के नीचे घुसाने की कोशिश की.

मेरी उम्मीद से इतर वो अपने आप अपनी गांड उठा कर खड़ी सी हो गई और उसने मेरा हाथ अपनी गांड के नीचे दबा लिया.
मैं एकदम से ऐसे खुश हो गया मानो मुझे कारूँ का खजाना मिल गया हो.

अभी मैं कुछ करने की सोचता कि तभी मनप्रीत ने अपनी गांड को मेरे हाथ पर ऐसे हिलाई मानो वो कुछ इशारा कर रही हो.
मैंने उसकी तरफ देखा, तो वो अपने मोबाइल में मुझे कुछ दिखाने लगी.

मैंने उसके मोबाइल में देखा, तो वो मैसेज लिख रही थी कि अबे चूतिये अब गांड के नीचे हाथ डाले ही पड़ा रहेगा या कुछ करेगा भी?
मैं पहले तो समझ नहीं पाया.
फिर उसने मेरी तरफ देख कर हल्की सी आंख दबा दी.
मेरी समझ में आ गया कि मनप्रीत मुझसे गांड में हरकत करने की कह रही है.

अब मैं लग गया और उसकी गांड को अपने हाथ से दबाने लगा.
चूंकि गांड दबवाने में उसे मजा आ रहा था तो मैंने उसकी चूचियों को दबाने का सोचा.

मगर उसकी मॉम मेरी दूसरी तरफ बैठी थीं तो मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी.
वो समझ गई कि मैं क्या चाहता हूँ.

उसने तुरंत मोबाइल पर लिखा कि मैं तुम्हारे ऊपर सोने का ड्रामा कर रही हूँ. तुम मेरे बूब्ज दबा सकते हो.
ये पढ़ते ही मेरी बांछें खिल गईं.

वो मेरे ऊपर टिक कर सो सी गई और मैं उसके मम्मों को अपने हाथ की कोहनी से दबाने लगा.

मैं बार बार मनप्रीत की मॉम की तरफ देखता और बार बार मनप्रीत की चूचियों को सहलाने के अहसास का मजा लेने लगता.

इस तरह मैंने पूरे रास्ता भर मतलब लगभग एक घंटा तक अपना हाथ उसकी गांड के नीचे डाले रखा, दूसरे हाथ से मैं उसकी चूचियां दबाता और उसकी कमर को सहलाता रहा.
वो मेरे हाथ की हरकतों का लुत्फ़ ले रही थी और मंद मंद मुस्कुरा रही थी.

मैंने उसकी मुस्कान देखी, तो बीच रास्ते में उसकी बगल में मुँह डाल कर चाटने लगा.
उससे वो पहले तो एकदम से सिहर सी गई थी.

फिर बाद में उसने खुद ही अपने एक हाथ को मेरे ऊपर सीट की पुश्त पर रखते हुए सैट कर लिया था जिससे मुझे उसकी बगल चाटने का सुअवसर मिल गया था.

उस वक्त मैंने मनप्रीत की मॉम को देखा तो वो भी खिड़की की तरफ अपना सर टिका कर सो गई थीं.
मुझे मनप्रीत की बगल चाटने में बहुत मजा आया.

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तभी उसने मुझे हल्का सा धक्का दिया.
तब मैंने पलट कर उसकी मम्मी की तरफ देखा कि कहीं कोई खतरा तो नहीं है. मगर उसकी मॉम सोई हुई थीं.

अब मैंने अपना लौड़ा निकाल कर उसके सामने मुठ मारना शुरू कर दिया.
वो लंड देखने लगी.
मैंने उसका हाथ अपने लंड पर रखना चाहा मगर उसने हटा लिया.

तभी मेरा सारा वीर्य मनप्रीत के कपड़ों पर गिर गया.
वो मेरी तरफ गुस्से से देखने लगी.

मैंने अपने रूमाल से उसके कपड़े पर लगा माल साफ़ कर दिया और कान पकड़ कर उससे सॉरी बोलने का इशारा किया.
इससे वो हंस दी और उसने मुझे फ़्लाइंग किस दे दी.

उसके बाद मैंने उसके सामने एक बार और मुठ मारी.

अब हम दोनों घर आ गए.

पर कुछ ऐसे हालात बने कि उसी शाम को मनप्रीत को अपनी आगे की पढ़ाई के लिए बाहर जाना पड़ गया.
वह फैशन डिज़ाइनिंग का कोर्स करने गई थी.
वो भी बाहर चली गई थी. हमारे बीच बस फोन से बात होती रहती थी.

हालांकि वह एक महीने बाद वापस आ गई थी मगर तब भी हम दोनों किसी न किसी वजह से अपने कामों में उलझने के कारण मिल न सके.

मैं कुछ दिन बाद मनप्रीत के घर गया.
मेरी इतनी अच्छी किस्मत थी कि मनप्रीत के घर पर कोई नहीं था, सिर्फ वो ही घर में अकेली थी.

उस दिन उसने ब्लू लोअर और व्हाइट टी-शर्ट पहनी हुई थी.

उसने मुझे बड़े प्यार से बैठाया और पानी लाकर दिया.

फिर वो मुझे रूम में ले गयी, वहां टीवी चल रहा था.

मैंने कुछ देर उसे देखा.
उसकी आंखों में कुछ प्यास सी दिख रही थी और सदा की तरह शोख निगाहें थीं.

कमरे में एसी की ठंडक कुछ ज्यादा ही थी.
मनप्रीत टीवी देख रही थी और वो एक कम्बल लेकर बैठी थी.

उसके साथ मैंने वही हरकत करना शुरू कर दी जो उस दिन गाड़ी में की थीं.

मैंने उसके कंबल उठाया और उसमें अपना मुँह घुसा दिया और मनप्रीत की बड़ी गांड में अपना सर रगड़ने लगा.
वो कसमसाने लगी.

मैं उसकी गांड पर हाथ सहलाने लगा.
उसे मजा आने लगा.

वो बोली- क्या कर रहा है … छोड़ ना!
मैंने कहा- आज तुझे छोडूंगा नहीं.

वो हंस कर बोली- चल पहले पकड़ तो सही से … आह धीरे कर ना!
मैंने उसे अपने नीचे लेकर चूमा और उसकी लोअर निकाल कर अलग कर दी.

वो मस्ती में आ गई.

मैंने उसकी गांड चाटना शुरू कर दी.
वो आंह आंह करके गांड हिलाती रही.

मैं उसकी गांड की बीच वाली लाइन को चाट रहा था.
उसके गोल गोल चूतड़ों पर मैंने अपना लंड रगड़ना शुरू कर दिया.

मुझे चूतड़ों पर लौड़ा रगड़ने में बहुत मजा आ रहा था, ऐसा लग रहा था कि जन्नत नसीब हो गई हो.

फिर मैंने जल्दी से उसके कपड़े उतार दिए, वो भी पूरा साथ दे रही थी.

वो मेरी शर्ट खींचने लगी तो मैंने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए.
अब हम दोनों पूरे नंगे हो गए थे.

रूम में लाल रंग की मंद रोशनी थी. इतना सेक्सी माहौल बन गया था कि क्या बताऊं.

मैंने मनप्रीत को अपनी बांहों में भर कर किस किया और उसके स्तन को बच्चों की तरह चुसकने लगा.
मुझे ऐसा लग रहा था कि आज जन्नत नसीब हो गई है.

फिर मैंने मनप्रीत की Xxx हॉट बुर चाटनी शुरू कर दी.
उसकी चूत बिल्कुल साफ थी, बस उसकी चूत पर थोड़े थोड़े से सुनहले से बाल थे.

मुझे उसकी चूत चाटने में बहुत मजा आ रहा था.
मैं मस्ती से उसकी चूत चाटता रहा.
वो तड़पने लगी थी.

मेरा लौड़ा खड़ा होकर एकदम कठोर हो गया था.

फिर मैंने उसे तड़पाते हुए उससे कहा- साली, मुझे तड़पते हुए 2 महीने हो गए हैं. आज तो खूब तड़फाऊंगा तुझे!

काफी देर तक उसके जिस्म से खेलने के बाद मैं मनप्रीत की हॉट बुर में लंड लगाने लगा.
वो बोली- कुछ चिकना लगा ले. तेरा बड़ा मोटा है.
मैंने कहा- क्यों किसी का लिया नहीं अब तक?

वो मेरी आंखों में देख कर बोली- ये छेद तेरे नाम कर दिया था मेरी जान, तो किसी और को कैसे एंट्री करने देती?
मैंने उसे बड़ी प्यार वाली नजरों से देखा और चूम कर उससे कहा- जान, सच में मैं भी तुझे बहुत प्यार करता हूँ.

वो बोली- तो प्यार से करने के लिए ही तो कह रही हूँ बेबी. कुछ चिकना लगा लो ना प्लीज़!

मैंने अपने लंड पर वैसलीन लगाई और उसके बाद उसकी तरफ अपनी उंगली बढ़ाई.
वो बोली- अपने उसी से मेरे अन्दर वैसलीन लगा दो बेबी … फिंगर से कुछ मत करो.

मैंने ओके कहा और अपने लंड को उसकी चूत पर सैट करके एक धक्का मारा.
मेरा लौड़ा चूत में घुसता चला गया.

वो दर्द से रोने लगी और उसकी चूत से खून बहने लगा.
मैंने किसी तरह से उसे चुप करवाया और दुबारा से उसे पेलने लगा.
दूसरे शॉट में मैंने उसकी चूत में पूरा लौड़ा घुसा दिया.

अब मैं मनप्रीत की चूत चोदने लगा.
धीरे धीरे उसे मजा आने लगा.

करीब 15 मिनट बाद हम लोग झड़ गए.
मैं मनप्रीत के ऊपर ही लेटा रहा.

फिर मैंने मनप्रीत की गांड में अपनी उंगली डाल दी.

वो कसमसा कर बोली- साले कुत्ते … इतने से मन नहीं भरा … जो अब गांड भी मारने की सोच रहा है?
मैंने बोला- साली अभी क्या हुआ … अभी तो मैं तेरी चूत का भोसड़ा बनाऊंगा. फिर तेरी गांड का होल भी बड़ा करूंगा.

इसी तरह की बातें चलती रहीं.

फिर हमारे बीच दूसरा दौर शुरू होने लगा.
इस बार मैंने मनप्रीत को 69 पोजीशन में ले लिया और मनप्रीत मेरा लौड़ा चूसने लगी.
मुझे बहुत मजा आ रहा था और मैं बिना रूके उसकी गांड और चाट रहा था.

वो मूड में आ गई और गांड मरवाने के लिए राजी हो गई.
मैं उसकी गांड में वैसलीन भरने लगा.
वो हंसने लगी.

उसकी गांड बड़ी तंग थी.
मैंने लौड़ा घुसा दिया तो वो चिल्लाने लगी.
मगर लंड घुस गया था.

उसे बड़ा दर्द हो रहा था मगर वो बड़ी हिम्मत वाली लड़की थी.
आम तौर पर गांड में पहली बार लंड लेने में गांड को रेडी करना होता है. मगर ये मुझे बाद में मालूम हुआ था कि उसने अपनी वासना को शांत करवाने के लिए अपनी गांड में कुछ कुछ डाल कर उसे लंड लेने लायक कर लिया था.

जब उसकी गांड में मेरा पूरा लंड चला गया तब मैंने धक्के देना चालू कर दिए.

करीब 20 मिनट बाद मैं झड़ गया और बाद में हम लोग दोनों साथ में नहाने लगे.
उधर भी एक बार सेक्स हुआ और हम दोनों नंगे ही सो गए.

दोस्तो, आपको मेरी Xxx हॉट बुर कहानी कैसी लगी. प्लीज़ बताएं.
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