देसी Xxx गर्ल सेक्स कहानी में मेरे गांड की एक लड़की मेरे ही हॉस्टल में रह कर पढ़ रही थी. लॉकडाउन में हम दोनों हॉस्टल में फंस गए. तो हमारे बीच पहली बार चुदाई कैसे हुई?
दोस्तो, मेरा नाम हर्षित है और मेरी उम्र 20 साल है.
मेरे लिंग का साइज 7 इंच है जो किसी भी आंटी या भाभी को खुश कर सकता है.
मैं एक मेडिकल स्टूडेंट हूं अभी मैं सेकंड ईयर में हूँ और मैं अपने गांव से दूर शहर में रहकर पढ़ाई कर रहा हूं.
यह मेरी पहली सेक्स कहानी है.
मेरे गांव की एक लड़की रीति मेरे साथ स्कूल में पढ़ती थी, वह भी मेरे साथ ही मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी.
उसकी उम्र भी 20 साल थी और इस उम्र में ही उसके बूब्स का साइज बहुत बड़ा दिखने लगा था.
उसके फिगर का साइज 34-28-36 के आस-पास का रहा होगा.
इस उम्र में ही वह किसी पोर्नस्टार से कम नहीं लगती थी.
अब तो आप सब जान ही गए होंगे कि रीति कितनी हॉट एंड सेक्सी थी.
यह बात उन दिनों की है जब पहला लॉकडाउन लगा था.
रीति मेरे सामने वाले रूम में ही रहती थी.
जब लॉकडाउन लगा, उस समय उस घर में हम दोनों ही बचे थे. हमारे साथ के सभी लोग लॉकडाउन के पहले होली की छुट्टियों में अपने अपने घर चले गए थे.
हम लोग भी होली के लिए जाने वाले थे, लेकिन जरूरी पढ़ाई के चलते हम लोग रुक गए और बाद में जाने का मौका ही नहीं मिला क्योंकि लॉकडाउन लग गया था।
लॉकडाउन की वजह से हम दोनों वहां अकेले फंस गए थे.
रीति इस बात से परेशान थी. लेकिन मैं अन्दर ही अन्दर बहुत खुश था क्योंकि जिस लड़की को मैं चोदना चाहता था, अब वह मेरे साथ अकेली थी.
यह Desi Xxx Girl Sex Kahani इसी रीति की है.
लॉक डाउन के समय हम दोनों का राशन थोड़ा थोड़ा ही बचा था तो मैंने अपना सारा सामान रीति को दे दिया कि अब तुम ही हम दोनों का खाना बनाओ.
एक दिन में अपने रूम में नहा रहा था.
मैंने डोर लॉक नहीं किया था मुझे ध्यान नहीं रहा था कि रीति कभी भी आ सकती थी.
जब मुझे ध्यान आया तो मैंने फिर सोचा कि आज रीति को भी अपने छोटू के दर्शन करा दूँ.
मैं अपना लंड हाथ से मसल रहा था.
तभी मुझे आहट सुनाई पड़ी.
तो मैं समझ गया कि रीति आ रही होगी.
लेकिन मैं लगा रहा.
रीति बाहर से मुझे देख रही थी.
मेरा लंड देखकर वो अपने बूब्स मसलने लगी, यह मैंने देख लिया.
फिर वह वहां से चली गई.
मैं नहाकर आया तो वह अपने रूम में ही थी. मैं समझ गया था कि अब काम बन सकता है.
मैं उसके कमरे की तरफ गया, तो उस समय उसने एक टी-शर्ट और लोअर पहन रखा था और वो अपने चूचे मसल रही थी.
यह देख कर मेरा लंड तनकर खड़ा हो गया था.
अपने कमरे में आकर उस सीन को याद करके मैंने मुट्ठ मारी और खाना खाकर सो गया.
मेरी नींद शाम को खुली.
उस टाइम रीति ने ही मुझे जगाया और बोली- हर्षू उठ जाओ, शाम हो गई है.
मैं उठा तो रीति के बड़े बड़े चूचे मेरे सामने थे.
मेरा मन कर रहा था कि अभी इसे यहीं पर पटक कर चोद दूँ.
पर मैंने अपने आप पर कंट्रोल किया और बेड से उठकर बाथरूम में जाकर अपनी आग शांत की.
जब मैं बाहर आया तो रीति मेरे बेड पर लेटी थी. उसका एक हाथ रसीली चूत पर और एक हाथ बूब्स पर था, उसकी आंखें बंद थीं.
मैं जैसे ही खांसा तो वह एकदम से उठी और भागकर अपने रूम में चली गई.
मैंने इसे गोल्डन चांस समझा और अपने लंड पर हाथ फेरकर रीति के रूम में आ गया.
वह मुझसे शर्मा रही थी और अपनी आंखें नीचे करके मुस्कुरा रही थी.
मैंने कहा- क्या हुआ?
वह शर्मा गई.
मैंने कहा- बड़ी शर्म आ रही है!
वह कुछ नहीं बोली.
मैंने कहा- क्या हुआ … कुछ हो रहा है क्या?
वह मेरी तरफ सवालिया नजरों से देखने जरूर लगी थी लेकिन उसके होंठों की मुस्कुराहट बता रही थी कि वह सब समझ रही थी.
मैंने भी कुछ नहीं कहा और उठ कर बोला कि चलो छत पर चलते हैं.
उसने कहा- हां चलो.
मैं उसके साथ जाने लगा और अपने होंठों में एक सिगरेट दबा ली.
वह जानती थी कि मैं सिगरेट पीता हूँ.
फिर हम दोनों छत पर घूमने चले गए.
उधर मैंने उससे कहा कि रीति हम दोनों जवान हैं और दोस्त भी हैं. सब कुछ समझते भी हैं कि हमारे शरीर की क्या जरूरतें होती हैं और उसके लिए हमें क्या करना चाहिए!
वह सिर्फ ‘हूँ हूँ’ कर रही थी.
फिर हम दोनों वहां इधर उधर की बातें करने लगे.
मैं लॉकडाउन से पहले रीति से ज्यादा बात नहीं करता था क्योंकि उस समय मेरे दोस्त और उसकी सहेलियां भी रहती थी, तो उससे ज्यादा बात नहीं हो पाती थी.
इस कारण मैं उससे ज्यादा बात करने में हिचकिचाता था.
लेकिन हम दोनों अकेले थे हमारे पास कोई नहीं था, अब मैं उससे आराम से बात कर सकता था.
जब मैंने उससे शरीर की जरूरत की बात कही, तब उस समय वह कुछ नहीं बोली थी. पर शायद उसे उसी बात को आगे बढ़ाने का मन था.
इसी लिए उसने कहा- वह क्या बात कर रहे थे तुम कि हमारी कुछ जरूरतें होती हैं!
मैंने उसकी तरफ देखा और संजीदा होते हुए कहा- क्या उस विषय को लेकर हम दोनों खुल कर बात कर सकते हैं?
उसने कहा- हां क्यों नहीं!
बस अब मैंने उससे सीधे सीधे पूछ लिया- तुम्हारी सील टूटी है या नहीं?
वह मेरे सवाल पर एक बार को अकबका सी गई और उसने मेरी तरफ देखा.
मैंने कहा- अरे यार, इसमें कौन सी शर्माने वाली बात है!
तो वो झट से बोल पड़ी कि हां मैं अब तक दो बार चुद चुकी हूं.
उसके मुँह से चुदना शब्द सुनकर मैं समझ गया कि अब यह गर्मी खाने लगी है.
अब मुझसे भी रहा नहीं गया और मैंने पूछा- किसने चोदा है तुम्हें?
तो उसने बताया कि गांव में मेरे घर के पास एक अंकल रहते हैं. उन्होंने!
ये सब सुनकर तो मैं दंग रह गया कि इतनी हॉट लड़की एक अंकल से चुद गई.
मैंने कहा- कुछ जबरदस्ती हुई थी क्या?
वह चुप रही मैंने समझ लिया कि यह अभी कुछ कहना नहीं चाहती है … शायद वह अंकल इसका कोई सगा हो सकता है. इसके बारे में जब इसे चोद लूँगा, तब पूछूँगा.
कुछ देर बाद हम दोनों नीचे आ गए.
रीति ने खाना बनाया और हम दोनों ने खाना खाया.
अब हम दोनों रीति के रूम में ही बैठकर मोबाइल चलाने लगे.
रात में वह कभी कभी निक्कर पहनती थी, जिसमें उसकी गांड बहुत ही स्पष्ट दिखती थी.
आज उसने फिर से निक्कर पहनी थी, जिससे मुझे समझ आ गया कि आज रीति चुदाई के मूड में है.
उसकी मरमरी जांघें देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया. उसने भी इस बात को नोटिस कर लिया था और वो बार बार मेरे लंड को ही देखे जा रही थी.
वह मुझे देखती हुई अपने हाथ को अपनी जांघ पर फिराने लगी.
अब मैं रीति से ब्वॉयफ्रेंड टाइप बातें करने लगा.
वह भी गर्म हो रही थी.
तभी मैंने उसकी जांघ पर हाथ रख दिया, तो उसने अपना हाथ हटा दिया और मुझे अपनी जांघ सहलवाने लगी.
तभी अचानक से उसने अपने टॉप में कोई कीड़ा घुस जाने जैसा दिखाया, तो मैंने झट से उसके मम्मों को दबाते हुए पूछा- क्या हुआ बेबी!
वह बोली- जल्दी से अन्दर हाथ डाल कर देखो जान, शायद कोई कीड़ा घुस गया है!
उसने मुझे जान कहा तो मैंने बिंदास उसके टॉप के अन्दर हाथ डाला और उसके दूध दबाने लगा और उससे पूछने लगा कि किस तरफ है कीड़ा!
वह मेरी आंखों में वासना से देखने लगी और बोली- अन्दर ही तो चल रहा है … तुम ठीक से दबा कर देखो न!
मैंने उसके दूध जोर जोर से दबाने चालू कर दिए.
वह मस्त होने लगी थी.
फिर मैंने अपना हाथ बाहर निकाल कर उससे कहा कि कपड़े हटा दो.
उसने कुछ नहीं कहा और न कपड़े उतारे.
अब इतना हो गया था कि मैं कभी उसके बूब्स पर हाथ रख देता था, तो कभी उसकी गांड सहला देता था.
वो कुछ भी नहीं कह रही थी.
मैं ऐसे ही उसके मजे ले रहा था.
लेकिन मैं उसे चोदना चाहता था और सही मौके का इंतजार कर रहा था कि रीति मुझसे खुद आकर बोले कि मुझे चोदो हर्षू, मुझे चोद दो.
उस दिन मैंने उसे तड़फा कर छोड़ दिया.
अपने कमरे में आकर मैंने लंड हिलाया और झड़ कर सो गया.
ऐसे ही दो दिन बीत गए.
फिर तीसरे दिन मैं सुबह जल्दी उठ गया और अपना लंड सहलाते हुए रीति के रूमें में आ गया.
उधर मैंने देखा कि रीति बिल्कुल नंगी अपने बेड पर आंखें बंद करके अपनी चूत में उंगली कर रही थी और बोले जा रही थी- हर्षू ओ हर्षू … तुम्हारा कितना बड़ा है, मेरी तो फट ही जाएगी.
ये सब सुनकर मेरा मन हो रहा था कि अभी इसके ऊपर चढ़ कर इसे चोद दूँ.
पर मैं चाह रहा था कि रीति खुद बोले- हर्षू अपना लंड डाल दो मेरी चूत में, फाड़ दो इसे!
तो मैं वहीं छुपकर उसे देख रहा था.
मैंने अपना लंड निकलकर मुट्ठ मारी और अपने रूम में आ गया.
उसे अभी तक मैंने एक किस भी नहीं किया था.
मैं आपको एक बात तो बताना ही भूल गया कि रीति चश्मा लगाती है, जिसमें वह एकदम मियां खलीफा लगती है.
आप सबको बताने की जरूरत नहीं है कि मियां खलीफा कैसी दिखती है.
बस वैसी ही रीति है.
अब मैं समझ गया था कि रीति के अन्दर बहुत तेज आग लगी है और उसे लंड की सख्त जरूरत है. देसी Xxx गर्ल सेक्स के लिए तड़प रही है.
उसने अभी तो उंगली से काम चला लिया था लेकिन कब तक चलाती अपनी उंगली से काम … जो मजा लंड में है वह उंगली में नहीं है.
वह यह समझ चुकी थी तो उसने मेरे लंड से अपनी प्यास बुझाने की सोची.
वह प्लानिंग करने लगी कि कैसे अपनी चुत में हर्षू का लंड लूं.
अपनी प्लानिंग के तहत उसने मुझे रिझाना चालू कर दिया.
जब वो मुझे चाय के बुलाने आई तो इस टाइम वह नहाकर तैयार हो चुकी थी.
उसने लोअर और एक लाल रंग की ब्रा पहनी थी, जो उसके बूब्स के साइज छोटी थी और जिसमें उसके 34 के बूब्स समा नहीं रहे थे. उसके सिर्फ निप्पल ही ढके हुए थे.
जब मैं उसके रूम में गया तो उसे देखकर तो मेरे होश ही उड़ गए.
फिर रीति ने आवाज लगाई- हर्षू, चाय पी लो!
जैसे ही रीति ने आवाज लगाई तो मैं एकदम से सकपका गया और होश में आकर बोला- रीति, तुम तो आज बहुत ही सेक्सी और सुंदर लग रही हो!
मेरे मुँह से सेक्सी वर्ड सुनकर रीति हंसने लगी.
तो मैं बोला- सच में आज तुम पहले से और ज्यादा सेक्सी लग रही हो.
रीति ने मुझे थैंक्स बोला तो मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसे एक किस कर दिया.
मैंने पहली बार उसे किस किया था.
जैसे ही मैंने रीति को किस किया तो वह भी मुझे किस करने लगी.
फिर मैं भी उसके होठों को काटते हुए उसे तेजी से किस करने लगा.
कुछ देर बाद सब्जी वाले की आवाज आई, तो हम दोनों अलग हुए और मैं सब्जी लेने गया.
उस टाइम वहां पर एक सब्जी वाला ही आता था और वो भी हफ्ते में दो दिन!
मैंने सब्जी ली और वापस आ गया.
फिर उस टाइम किस के आगे हमारा कुछ नहीं हुआ.
रीति खाना बनाने लगी और मैं भी उसकी हेल्प करने लगा.
हमने खाना खाया और मैं वहीं उसी के रूम में सो गया.
फिर वैसे ही शाम को हम लोग छत पर गए.
वहां पर भी हमारी एक छोटी सी किसिंग हुई और तब भी इसके आगे कुछ नहीं हुआ.
फिर उसी रात को खाना खाकर मैं अपना मोबाइल चला रहा था तो रीति दूध का गिलास लेकर आई और बोली- जल्दी दूध पी लो!
जैसे ही मैंने दूध पिया, तो उसके कुछ देर बाद मुझे बहुत तेज गर्मी लगने लगी.
मैं वहीं रीति के बेड पर लेट गया. मुझे ऐसा लग रहा था कि दूध में कोई गोली मिली थी.
मैंने उससे कहा- आज दूध में कुछ मिलाया है क्या?
वह हंसने लगी.
मैंने कहा- बता न क्या मिलाया है!
वह बोली- सेक्स की गोली.
मैंने कहा- अच्छा तो आज रात भर चटनी बनवानी है?
वह बोली- हां और आज तुम मुझे दबा कर चोद दो!
मैंने यह सुनते ही उसे अपने ऊपर खींच लिया और हमारा चुंबन शुरू हो गया.
अगला आधा घंटा तक मैं उसकी चूत में लंड पेल कर उसे हचक कर चोदता रहा और उसे गालियां देता रहा.
वह भी मस्ती से अपनी टांगें हवा में उठा कर मेरे लौड़े से चुद रही थी.
मेरे कड़क लंड को लेने में उसे बेहद दर्द भी हुआ था लेकिन वह बड़ी चुदासी थी तो उसने मेरे लंड की पूरी सेवा की.
उसके बाद तो पूरे लॉकडाउन में हम दोनों ने जबरदस्त चुदाई की.
उसने मुझसे अपनी गांड भी मरवाई.
वह सब आपको बाद में लिखूँगा, बस आप मुझे मेल जरूर करें और बताएं कि मेरी देसी Xxx गर्ल सेक्स कहानी आपको कैसी लगी?
[email protected]
Share this Post :