भाई की गर्लफ्रेंड को पटा कर चोदा- 1

Xxx गर्लफ्रेंड Hot सेक्स स्टोरी में मेरे भी की गर्लफ्रेंड माल थी. मैं उससे मिल चुका था. एक दिन मैंने अपने घर में भाई और उसकी भी उसे चोदना चाहता था.

नमस्कार,
मेरे भाई की गर्लफ्रेंड निशा एक ऐसी लड़की है कि उसे देखते ही मेरे दिल में आग सी लग जाती थी.
निशा मेरे भाई रवि के साथ MBA कर रही थी और उस बैच की वह सबसे हॉट और मदमस्त लड़की थी.

उसकी गोरी चमकती त्वचा, मीडियम फिगर, भरे हुए गोल उभरे बूब्स, जिनमें शायद मेरे भाई का भी प्यार भरा योगदान था.
और उसके वे सुडौल नितंब, जो इतने रसीले थे कि देखने वाला बस ललचाई नजरों से थम सा जाए.

उसकी हर अदा में एक नशीला जादू था, जो किसी को भी बेकाबू कर दे.

ये Xxx GirlFriend Hot Sex Story मेरी और मेरे भाई की गर्लफ्रेंड के साथ की चुदाई की कहानी है.

जब रवि ने मुझे निशा से मिलवाया था, वह एक साधारण सी मुलाकात थी, बस थोड़ी देर की.
मगर उस छोटे से वक्त में भी मेरी नजरें उसके भरे हुए बूब्स और रसीले होंठों से हटने का नाम नहीं ले रही थीं.

एक मिनट तक मैं उसे ऐसे घूरता रहा जैसे मेरी आंखें उसकी खूबसूरती को पी जाना चाहती हों.
कोई भी लड़की इतने में समझ जाती है कि उसे देखने वाली नजर में क्या छुपा है.

निशा भी मेरी वह भूखी नजर शायद भांप गई थी.
वह बार-बार मेरी तरफ देखती, फिर रवि से बात करती.

तभी हवा का एक झोंका आया, उसके सिल्की बाल उड़े और जब उसने सिर झटक कर उन्हें ठीक किया, तो एक-दो बाल उसकी लिपस्टिक से चिपक गए.

उसने अपने नाजुक हाथों से बाल हटाने की कोशिश की, अपने धारदार नाखूनों से होंठों को छुआ और उसी पल मेरी नजर उसके गुलाबी होंठों पर टिक गई.
हमारी आंखें मिलीं, एक पल के लिए ऐसा लगा, जैसे वक्त थम गया, मगर उसने झट से नजर फेर ली और रवि से बात करने लगी.

इधर में अपने बारे में भी कुछ बता देता हूँ.
मेरा नाम राज है. मैं और रवि बैंगलोर में एक फ्लैट किराए पर लेकर रहते हैं. रवि MBA कर रहा है और मैं अपनी जिंदगी में कुछ तड़का ढूंढ रहा हूँ.

निशा से उस मुलाकात के बाद जब हम दोनों रात को घर लौटे, तो मैंने रवि से कहा- भाई, निशा तो कमाल की हॉट है यार. मेरे लिए भी कोई ऐसी माल पटा दे, तू तो कैसानोवा है!

रवि ने हंसते हुए कहा- कभी खुद भी कुछ कर लिया कर. अब तेरे लिए लड़की भी मैं ही पटा कर दूं?

मैंने मासूमियत से कहा- भाई, मेरे से कोई पटती ही नहीं. तू सिम्पल है, इसलिए लड़कियां तेरे पीछे पागल हैं. पटा दे न यार, बाद में सब मैं संभाल लूंगा.

रवि ने तंज कसा- तेरी नजर ही गंदी है कमीने. निशा को भी तूने स्कैन कर डाला. मैं सीधा जरूर हूँ, पर चूतिया नहीं.

मैंने उसे गले लगाया और कहा- सॉरी यार, इतनी हॉट लड़की होगी तो नजर कैसे हटेगी? देखने से तो कुछ बिगड़ता ही नहीं है न!

रवि ने ठहाका लगाया- कुत्ते, तू उनमें से है जो नजरों से ही किसी को प्रेग्नेंट कर दे!

इस बात पर हम दोनों हंसते-हंसते लोटपोट हो गए.

उसके बाद कभी-कभी ऐसा होता कि रवि वॉशरूम में होता और निशा का फोन आता.
मैं फोन उठाता, उससे हाय-हैलो करता और बताता कि रवि अभी बिजी है.

धीरे-धीरे निशा मुझसे खुलने लगी थी.
वह, ‘तुम कैसे हो? स्टडी कैसी चल रही है?’ जैसे सवाल पूछती.

मैं भी उससे नाप-तौल कर बात करता, मगर दिल ही दिल में उसके बारे में सोचते ही मेरा लंड तन जाता.

मैंने रवि के फोन से उसका नंबर चुरा लिया, उसकी व्हाट्सएप DP को घूरता रहता.

बाद में मैं उसकी हर सोशल मीडिया प्रोफाइल से जुड़ गया.
इंस्टाग्राम, फेसबुक, ट्विटर … सब पर उसकी हर अपडेट पर नजर रखता.

उसकी तस्वीरों को जूम करके उसके बूब्स और कर्व्स को ताड़ता, कभी-कभी तो स्क्रीन को ही चूम लेता.

निशा भी एक से बढ़कर एक बोल्ड तस्वीरें डालती.
वह ट्विटर पर पोर्न को रीट्वीट तो नहीं करती, मगर थ्रीसम और स्लटी पिक्स को लाइक जरूर करती.

उसकी हर हरकत पर मेरी नजर थी.

अब तक कई बार बात हो चुकी थी और मुझे अहसास हो गया था कि निशा अन्दर से बेहद स्लटी और हॉर्नी है, बस रवि के सामने थोड़ा संभल कर रहती है.

एक दिन मुझे कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए शहर से बाहर जाना था.
मैं बैग लेकर निकल पड़ा, मगर मेरा दोस्त बोला कि टिकट नहीं मिला, तो अगले दिन जाएंगे.

दोपहर को मैं घर लौटा.
उस वक्त रवि को कॉलेज में होना चाहिए था.

मेरे पास फ्लैट की दूसरी चाबी थी.
मैंने दरवाजा खोला, अन्दर कदम रखा और तभी निशा की आवाज कानों में पड़ी.

मैंने चुपचाप बैग रखा, जूते उतारे और सोचा कि चलो, इन दोनों की गर्मागर्म बातें सुनते हैं.
मैं बेडरूम के पास पहुंचा. दरवाजा खुला था. अन्दर का नजारा देख कर मेरे होश उड़ गए.

दोनों पूरी तरह नंगे थे और चुदाई अपने पूरे शवाब पर थी.

निशा इतने बिंदास अंदाज में रवि से चुदवा रही थी कि क्या बताऊं.
उसकी ‘आहह … उफ्फ … मम्मम.’ की कामुक सिसकारियां पूरे कमरे में गूंज रही थीं.

बेड पर निशा डॉगी स्टाइल में थी, रवि पीछे से जोरदार शॉट मार रहा था और उसके भरे हुए बूब्स को मसल रहा था.

निशा भी किसी स्लट की तरह उसका पूरा साथ दे रही थी, अपनी रसीली गांड को हिलाती हुई उसे और उकसा रही थी.

निशा अपनी मादक आवाज में बोल रही थी- जितने दिन राजेश यहाँ नहीं है, उतने दिन मुझे अपनी बीवी बना कर रखो और बस मुझे प्यार करो … दिन-रात सिर्फ सेक्स, सेक्स और सेक्स … आहह … मम्मम … और जोर से … मम्म …’

उसकी हर सिसकारी में एक न/शीली कशिश थी.
रवि ने हंसी के साथ जवाब दिया- बीवी बने बिना भी आ जाया कर मेरी जान, मगर रोज-रोज नहीं … पढ़ाई भी तो करनी है.

निशा ने बेकरारी से कहा- भाड़ में जाए पढ़ाई … इस पूरे दिन बस मुझे इतना चोदो, इतना चोदो कि साल भर की सारी कसर निकल जाए … आहह … मम्मम …’
उसकी आवाज में चुदाई का वह जुनून था जो किसी को भी पागल कर दे.

रवि ने उसके बालों को जकड़ते हुए कहा- साली बड़ी कड़क माल है तू … तुझे तो बस मेरा लंड चाहिए … आह ले मम्मम …!
और फिर उसने निशा के बाल पकड़ कर उसे और जोश के साथ चोदना शुरू कर दिया.

निशा ने सिसकारते हुए कहा- साले कमीने कुत्ते मैं तेरी रंडी हूँ आह मुझे अपनी रानी की तरह पटक पटक कर चोदो. आह रवि मुझे अपनी रंडी की तरह चोदो … आहह … श्श्श …!
उसकी हर बात में एक जंगलीपन था, जो सुनने वाले को बेकाबू कर दे.

दोनों अपनी इस मस्ती में डूबे थे और यहाँ मेरा लंड पत्थर की तरह सख्त हो गया था.
मेरे मन में बस एक ही ख्याल चल रहा था कि इस नंगी निशा को अभी पटक कर चोद दूं … उसके बाल खींच-खींच कर उसकी रसीली गांड पर थप्पड़ मारूं और उसे ऐसा चोदूं कि वह मेरी स्लट बन जाए.

रवि का लंड मेरे लंड से छोटा लग रहा था और जिस तरह वह उसे चोद रहा था, निशा की बातों से लग रहा था कि उसे और तगड़े मर्द की जरूरत है.
मैंने सोचा कि ऐसी रंडी माल को तो ऐसा चोदना चाहिए कि साली को मर्दों से डर लगने लगे … बहन की लौड़ी इस रंडी को मेरे लंड की जरूरत महसूस होने लगे!

यह सोच कर मैंने अपना लंड सहलाना शुरू कर दिया, मगर मुठ नहीं मारी, वरना इस लाइव तमाशे को मिस कर देता.

मैंने चुपके से फोन निकाला और वीडियो बनाना शुरू कर दिया.
दोनों का मुँह दूसरी तरफ था, तो मुझे वीडियो बनाने का पूरा मौका मिला.

निशा की उछलती गांड और रवि के धक्कों का नजारा इतना मस्त था कि मैं बस देखता ही रह गया.
कुछ तेज झटकों के बाद रवि का पानी निकल गया.

निशा ने नाराजगी भरे लहजे में कहा- इतनी जल्दी खत्म हो जाता है तुम्हारा पानी … मुझे और लंड चाहिए!
रवि बेशर्मी से अपना लंड पौंछ कर उसके बगल में लेट गया.

निशा कपड़े पहनने लगी. मैं फटाफट वहां से हटा, बैग उठाया और घर से बाहर निकल गया.

एक घंटे बाद मैंने रवि को फोन किया- भाई, मेरा जाना कैंसिल हो गया है. मैं घर आ रहा हूँ.

तब तक निशा जा चुकी थी.
रवि ने कहा- आ जा, मैं भी घर पर हूँ.

अब मैंने ठान लिया था कि निशा इतनी हॉट है और इतनी असन्तुष्ट भी है, इसे जल्द से जल्द चोद देना चाहिए वरना ये अपनी ठरक मिटाने किसी और के पास चली जाएगी.

मैंने अपना प्रोजेक्ट 6 महीने के लिए टाल दिया.
अब मैं निशा से ज्यादा बातें करने लगा.

उसे बहाने से कहता- मुझे एक लड़की पसंद है, तुम टिप्स दो कि उसे कैसे पटाऊं, कैसे प्रपोज करूं!

निशा मेरे इरादों से अनजान थी.
औरतों को ऐसी बातें सुनकर बड़ा मजा आता है.
वह एक्सपर्ट बनकर टिप्स देने लगी.

दोस्तो, ये आजमाया हुआ फार्मूला है, आप भी ट्राई करके देखना.

निशा भी मेरे जाल में फंस गई.
वह मुझे नई-नई टिप्स देती और मुझे उससे बात करने में मजा आने लगा.

दस दिन बाद तो वह खुद फोन करने लगी.
हम 20-30 मिनट तक बातें करते.

वह खुद से पूछती- मैंने जो टिप्स दी थी, आजमाई? क्या रिजल्ट आया?

मैं वही जवाब देता जो वह सुनना चाहती, जिससे उसे और मजा आता.
वह खुद को एक्सपर्ट समझ कर खुश हो जाती.

एक दिन मैंने निशा से पूछा- अब मुझे उस लड़की से सेक्स करना है. उसे कैसे प्रपोज करूं कि वह मना न करे और मुझे सब कुछ दे दे?

निशा ने बिंदास कहा- तेरा बर्थडे है न कल? उसे कहीं प्राइवेट जगह पर ले जा, किसी होटल या लॉज में. पहले उससे प्यार भरी बातें कर, फिर बर्थडे गिफ्ट में सेक्स मांग ले. कोई भी लड़की अपने बॉयफ्रेंड को बर्थडे पर कुछ भी दे सकती है. लव रिलेशन में बर्थडे, प्रपोज डे, वैलेंटाइन डे से बड़ा मौका नहीं होता. बेझिझक सेक्स के लिए प्रपोज कर. अगर उसने ना कहा, तो मेरा नाम बदल देना.

बस, मेरा प्लान सैट हो गया.

अगले दिन मेरा बर्थडे था. मैंने सारी तैयारी कर ली.

रवि से कहा- शाम को पार्टी करते हैं, निशा को भी बुला लेना.
जब रवि नहाने गया, मैंने उसके फोन से निशा को व्हाट्सएप किया- हाय निशा, आज राज का बर्थडे है. आज हम दोनों मस्ती करेंगे. राजेश आसपास है, तो कॉल या मैसेज मत करना. बस 12 बजे घर आ जाना, वह नहीं होगा. वेटिंग फॉर यू. लॉट्स ऑफ लव.

मैसेज डिलीवर होते ही ब्लू टिक आया और निशा का जवाब आया- ओके, लव यू टू.

मैंने फटाक से अपना मैसेज और उसका रिप्लाई डिलीट कर दिया.
अब खेल शुरू होने वाला था.

रवि अपने इंटर्नशिप ऑफिस के लिए तैयार होकर निकल गया और अब वह शाम 7 बजे से पहले लौटने वाला नहीं था.

मैं मौका देखते ही घर को सजाने में जुट गया.
रूम फ्रेशनर की मादक खुशबू से कमरे को महकाया, बेडशीट बदली … सिल्की और मुलायम, जो तन को लुभाए.

घर को चकाचक कर दिया, फिर खुद नहाया, फ्रेश हुआ और बॉडी पर मस्त डियो की खुशबू छिड़क कर निशा के आने का इंतजार करने लगा.

ठीक 12 बजे डोरबेल बजी.
मैंने दरवाजा खोला तो सामने निशा खड़ी थी.

उसकी खूबसूरती देख कर मेरे दिल की धड़कन तेज हो गई. मुझे देखते ही वह थोड़ी चौंकी, मगर एक्टिंग करती हुई बोली- हाय राजेश, गुड टू सी यू! हैप्पी बर्थडे यार … तो क्या प्लान है? रवि कहां है?
मैंने मुस्कुराते हुए कहा- थैंक्स निशा, पहले अन्दर तो आओ. रवि बाहर गया है, शाम को बर्थडे पार्टी करेंगे. अब तुम आ ही गई हो तो जाना मत, पार्टी के बाद चली जाना.

हम दोनों बात करते हुए अन्दर आए और मैंने चुपके से दरवाजा लॉक कर दिया.
घर की साफ-सफाई और सजावट देख निशा चौंकी.

‘वाह! आज तो तुम दोनों बैचलर्स का घर किसी महल जैसा लग रहा है. क्या बात है?’

मैं किचन से कोल्ड ड्रिंक लेकर आया, उसे ग्लास थमाते हुए बोला- ये सब तुम्हारी खातिर किया है. तुम ही तो हमारी खास मेहमान हो.

निशा हंस पड़ी और बोली- मैं रवि को कॉल कर लेती हूँ.

मैंने फटाक से मना किया- नहीं-नहीं, उसे कॉल मत करो. उसने बताया था कि वह आज पूरे दिन प्लानिंग मीटिंग में बिजी रहेगा.

निशा को शायद मन ही मन रवि पर गुस्सा आ रहा था कि वह उसे बुलाकर खुद गायब हो गया.

मैंने बात संभाली- आज उसका जाने का प्लान नहीं था. मेरे बर्थडे के लिए उसने छुट्टी ली थी, मगर अभी-अभी बॉस का फोन आया और उसे तुरंत जाना पड़ा.

फिर उसे छेड़ते हुए कहा- क्यों, आज तुम दोनों का कोई खास प्लान था क्या, होने वाली भाभी जी? बताओ-बताओ!
मैं हंस पड़ा.

निशा शांत हुई, मुस्कुराई और बोली- नहीं यार, कोई प्लान नहीं था. बस ऐसे ही बोर हो रही थी, तो चली आई.
मैं हंस दिया.

फिर उसने पूछा- तुम अपनी जीएफ से मिलने नहीं गए?
मैंने शरारत भरे लहजे में कहा- उसी को तो घर बुलाया है.

निशा ने ठहाका लगाया- ओहो! तो इसलिए इतनी सैटिंग की है, झूठे! और मुझसे कह रहे हो कि ये सब मेरे लिए है? बोलो, होने वाले देवर जी!
उसने प्यार से मेरा कान खींचा.

मैं हंसते हुए बोला- सच में ये सब तुम्हारे लिए ही किया है … क्योंकि …
निशा उत्सुकता से बोली- क्योंकि क्या? बोलो-बोलो!

मैंने कोल्ड ड्रिंक के खाली ग्लास उठाए और किचन की ओर जाते हुए कहा- दो मिनट रुकना, अभी बताता हूँ.
किचन में ग्लास रखकर लौटा.

‘पहले ये बताओ कि मुझे बर्थडे में क्या गिफ्ट देने वाली हो?’

निशा ने कहा- एक बुक है, तुम्हें बहुत पसंद आएगी. अब तुम बताओ इस तैयारी का राज!
मैंने कहा- पहले बुक दिखाओ.

वह बोली- पहले तुम अपनी बात बताओ!
‘ठीक है, सुनो …’

मैंने उसका नाजुक हाथ अपने हाथ में लिया, उसकी गहरी आंखों में आंखें डालते हुए कहा- ये सारी तैयारी तुम्हारे लिए ही की है. और जो मेरी जीएफ आने वाली थी, वह पहले से ही आ चुकी है. वह मेरे सामने बैठी है और वह तुम हो, निशा.

निशा ने हल्के से हाथ छुड़ाने की कोशिश की और कहा- ये क्या बोल रहे हो, राजेश?
मैंने उसकी आंखों में देखते हुए कहा- हां निशा, मैं सच कह रहा हूँ. तुम ही वह हो, जिसे मैं बेपनाह प्यार करता हूँ. रवि की वजह से कभी कुछ कह नहीं पाया.

निशा ने गंभीर लहजे में कहा- ये गलत है राज. मेरे बारे में तुम्हें ऐसा सोचना भी नहीं चाहिए.
वह हाथ छुड़ाने की कोशिश करने लगी.

दोस्तो, यह मेरे लिए आर या पार की जंग थी.
इससे आगे की सेक्स कहानी मैं अगले भाग में लिखूँगा कि किस तरह से मैंने अपने भाई की गर्ल फ्रेंड निशा को अपने लौड़े के नीचे लिया और क्या क्या हुआ!

Xxx गर्लफ्रेंड Hot सेक्स स्टोरी पर आपके कमेंट्स मुझे उत्साहित करेंगे.
[email protected]

Xxx गर्लफ्रेंड Hot सेक्स स्टोरी का अगला भाग: भाई की गर्लफ्रेंड को पटा कर चोदा- 2

Share this Post :