पार्टनर एक्सचेंज सेक्स कहानी में मैंने और मेरी गर्लफ्रेंड ने हमसे बड़ी उम्र के कपल के साथ साथी बदल कर सेक्स करने का खेल खेला.
हाय, मैं शुभम शर्मा जयपुर का रहने वाला हूँ.
जैसा कि पिछली सेक्स कहानी
गर्लफ्रेंड की चुदाई पांच लड़कों से करवाई
में मैंने बताया था कि कामुकताज डॉट कॉम पर मिले अनजान लोगों के साथ ग्रुप चुदाई की.
उसके बाद हमने एक कपल के साथ अदला-बदली का भी प्लान बनाया.
यह Partner Exchange Sex Kahani उसी की है.
हमने उन्हें जयपुर बुलाया.
यह कपल उम्र में हमसे थोड़ा बड़ा था और शादी-शुदा था.
उनका नाम वर्षा और मनोज था.
उनकी सेक्स लाइफ़ बोरिंग हो चुकी थी इसलिए वे कुछ नया करना चाहते थे.
कामुकताज डॉट कॉम पर हमारी अदला-बदली की कहानी पढ़ कर उन्हें ये विचार पसंद आया और उन्होंने हमें अदला-बदली करने का प्रस्ताव दिया.
हम दोनों को भी एक शादीशुदा अनुभवी जोड़े के साथ अदला-बदली करने में कुछ नया अनुभव दिखने लगा.
ये हमने पहले कभी नहीं किया था.
फिर हम दोनों ने हामी भर दी और उन्हें जयपुर आने के लिए कहा.
वे तय दिन जयपुर आ गए.
मैंने उन्हें पिक किया और अपने फ़्लैट पर ले आया.
शनाया ने उन दोनों का स्वागत किया और उन्हें चाय नाश्ता करवाया.
फिर हम चारों बैठ कर आपस में बात करने लगे और एक दूसरे के बार में थोड़ी जान पहचान करने लगे.
हमने उनसे उनकी सेक्स लाइफ़ के बारे में पूछा तो उन्होंने सब खुल कर बताया कि वे अब अपने से जवान लोगों के साथ सेक्स करना चाहते हैं.
मैंने वर्षा से उसकी इच्छा पूछी कि वह सेक्स में क्या ज्यादा पसंद करती है और उसे अभी तक क्या नहीं मिला है.
वह मुझे बताने लगी कि उसे थोड़ा तेज सेक्स पसंद है, मतलब जो देर तक चले.
उसी तरह मनोज ने भी शनाया से कहा कि उसे अपने से कम उम्र की लड़की को चोदना बहुत अच्छा लगता है.
जब मैंने मनोज को टोका कि क्या तुमने किसी कम उम्र की लड़की को चोदा है?
इस पर वह हंसने लगा और अपनी बीवी की तरफ देखने लगा.
उसकी बीवी भी हंसने लगी और कहने लगी कि अब क्या छिपाना … बताओ न कि तुमने किस किस को चोदा है?
मनोज ने भी चुटकी लेते हुए कहा- हां हां तुम भी बताओ कि तुम्हारी देर तक की सवारी किस किस ने की है.
ये मसला वैसे तो झगड़े का होता, मगर दोनों ही इस वक्त चुदाई के मूड में थे … तो हंसी के ठहाके गूंजने लगे.
मैंने भी बहुत कोशिश की कि ये दोनों खुल कर बताएं कि उन्होंने किस किस के साथ चुदाई की तो मनोज ने मुझे आंख दबा कर इशारा कर दिया कि वे इस मसले पर चुदाई के बाद बात करेंगे.
मैं भी चुप हो गया.
फिर मैंने एक दूसरे की दूसरी पसंद और इच्छाओं को जानने के बाद मनोज और उसकी बीवी से आराम करने को कहा.
शाम को सभी ने एक साथ रेस्टोरेंट में डिनर किया और रात को घर आ गए.
अब तक हम सभी आपस में एक दूसरे से काफी हिल-मिल गए थे और हमारी झिझक खत्म हो चुकी थी.
अब हम चारों ही सेक्स के लिए मन से तैयार थे.
हम सभी बेडरूम में आ गए.
मैं वर्षा के पास गया और उसे अपनी तरफ़ खींचा.
वर्षा पूरी तरह से तैयार थी.
उसने तुरंत मेरे होंठों पर अपने होंठ रखे और जोर जोर से चूमने लगी.
हमें चुंबन करता देख मनोज भी शनाया पर टूट पड़ा और शनाया को अपनी तरफ़ खींचकर उसके होंठों को चूसने लगा.
शनाया भी उसका पूरा साथ दे रही थी.
इतने में मैंने वर्षा के कपड़े उतारना शुरू कर दिए.
मैंने कुर्ता को ऊपर सर से निकालते हुए अलग कर दिया.
उसके बाद मैंने उसकी सलवार का नाड़ा ढीला किया और उसे भी खींचकर निकाल दिया.
वह मदहोशी से मेरी तरफ देख रही थी और ब्रा पैंटी में मेरे सामने अंगड़ाई लेने लगी थी.
उसी दौरान उसने अपने हाथ पीछे किए और ब्रा का हुक खोल दिया.
उसकी ब्रा उसके रसभरे मम्मों पर झूलने लगी तो अगले ही पल मैंने झपट्टा मार कर उसकी झूलती हुई ब्रा को निकाल फेंका.
अब मेरे सामने उसके मस्त रसीले दूध थे, मैं उन पर टूट पड़ा.
मैं उसके एक दूध को जोर जोर चूस रहा था और दूसरे को हाथ से मसल रहा था.
वह भी मेरे पैंट के ऊपर से मेरे लंड को सहला रही थी.
उधर शनाया को मनोज ने पूरी नंगी कर दिया था और उसके पूरे शरीर को चाटे जा रहा था.
वह मेरी शनाया के मम्मों की मां चोद रहा था और उन दोनों को अपनी हथेलियों में भर कर मसल रहा था.
जल्द ही उसने मेरी शनाया के मम्मों को लाल कर दिया था.
इधर मैंने वर्षा को लंड चूसने का इशारा किया.
तो वह घुटनों के बल बैठी और मेरी पैंट को नीचे सरका दिया.
मैंने उसके सर पर चुम्मी लेकर उसे उत्साहित किया.
तो उसने धीरे से मेरी चड्डी खींच दी.
चड्डी हटते ही फट से मेरा तना हुआ लंड उसके मुँह के सामने आ गया.
उसने तुरंत लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी.
मैंने उससे मेरे टट्टे चाटने को कहा.
उसने मेरे टट्टों पर अपनी जीभ फिरायी और एक को मुँह में लेकर चूसने लगी.
उधर शनाया भी हमें देख मनोज की पैंट नीचे करके उसका लंड चूसने लगी.
मैंने देखा कि शनाया को एक शादीशुदा मर्द का लंड चूसने में काफी मज़ा आ रहा था.
अब मनोज ने शनाया को बेड पर लेटाया और उसकी चड्डी को उतार दिया.
शनाया की साफ़ चूत मनोज के सामने थी.
मनोज में एक उंगली शनाया की चूत पर रखी और दाने को मसलने लगा.
शनाया को अपनी चूत को एक गैर मर्द से रगड़वाने में काफी अच्छा लग रहा था.
मनोज ने धीरे से शनाया की चूत पर अपनी जीभ लगाई और दाने को जीभ की नोक से टुनया कर अपने होंठ चूत से लगा कर एक हल्की सी चुम्मी कर दी.
यह क्रिया मनोज ने इतनी बेहतर तरीके से और जल्दी से की थी कि शनाया की मुट्ठियां भिंच गईं और वह एकदम से सिहर उठी.
उसके मुँह से आह की एक मधुर आवाज ने मुझे उसकी तरफ देख कर मुस्कुराने पर मजबूर कर दिया.
वह मेरी तरफ नहीं देख रही थी; उसका पूरा ध्यान अपने ऊपर चढ़े मनोज पर था.
शनाया भी खेली खाई लौंडिया थी, उसने चूत चटवाने के खेल को आगे बढ़ाया और अगले ही पल उसने अपनी गांड ऊंची कर दी.
वह मनोज को अपनी आंखों से देख रही थी और मनोज भी उसे मस्त मादक निगाहों से देख रहा था.
शनाया ने चूत चाटने का इशारा किया.
मनोज ने भी देर नहीं लगाई, उसने अपनी जुबान को शनाया की चूत चाटने में लगा दिया.
अब वह शनाया की पूरी चूत को ऊपर से नीचे तक चाटने लगा था.
शनाया भी अपनी दोनों टांगें घुटनों से उठाए हुए मनोज के सर को अपनी चूत पर दबा रही थी और वह बीच बीच में मनोज के सर को अपनी दोनों टांगों के घुटनों से दबाती हुई उसे अपनी चूत में भींच रही थी.
मनोज भी जीभ से चूत चाटने के साथ साथ अपनी दो उंगलियों को शनाया की चूत में डाल रहा था.
इस तरह से शनाया की चूत की अच्छी मालिश हो रही थी.
इधर मैंने भी वर्षा की चूत को चड्डी से आज़ाद कर दिया था और चाटने लगा था.
वर्षा की चूत काफ़ी खुली हुई थी, उसकी चूत की गहराई तक मेरी जीभ पहुंच रही थी.
फिर मैंने वर्षा की चूत में दो उंगलियां डालीं और तेज तेज अन्दर बाहर करने लगा.
वर्षा कहने लगी कि अब उंगली से काम नहीं चलेगा. मुझे तुम्हारा ये जवान लंड अपनी चूत में चाहिए.
मैंने तुरंत पोजीशन बनाई और अपने लंड को वर्षा की चूत पर सैट कर दिया.
उसकी मुंडी ने हां का इशारा किया तो मैंने एक ही शॉट में अपना लंड अन्दर पेल दिया.
वर्षा की चूत खुली हुई थी इसलिए उसे ज़्यादा दर्द नहीं हुआ.
बस उसकी एक हल्की सी आह निकली और उसने लौड़े को गड़प कर लिया.
लंड पेलने के तुरंत बाद मैंने लगातार तेज तेज धक्के पेलने शुरू कर दिए थे और वर्षा भी अपनी गांड उछाल उछाल कर मुझसे चुदवा रही थी.
उधर शनाया ने आसन जमा लिया था और वह मनोज के लंड पर बैठ गई थी.
शनाया अपनी चूत में एक शादीशुदा गैर मर्द का लंड लेकर उछल उछल कर लंड को अन्दर तक ले रही थी.
मनोज को भी शनाया की जवान चूत चोदने का बड़ा मज़ा आ रहा था.
कुछ समय बाद मैं वर्षा की चूत में झड़ गया.
वर्षा की चूत से मेरा पानी बह कर आ रहा था.
शनाया ने भी मनोज से अपनी चूत में रस झड़वाया.
सभी एक राउंड की चुदाई के बाद अलग हुए और अगले राउंड के लिए तैयार हो रहे थे.
वर्षा ने मेरा लंड चूस कर फिर खड़ा कर दिया.
शनाया ने भी मनोज का लंड चूस कर कड़क कर दिया था.
अब मनोज ने शनाया को लेटाया और उसकी चूत पर लंड सैट करके रगड़ने लगा.
फिर उसने एक झटके में शनाया की चूत में लंड ठूँस दिया और जोर जोर से पेलने लगा.
इधर वर्षा मेरे लंड पर आकर बैठ गई और उछलने लगी.
मैं भी गांड उछाल उछाल कर उसे चोदने लगा.
कुछ देर ऐसे ही चोदने के बाद हमने पोजीशन बदली और दोनों को घोड़ी बनाया.
फिर हम दोनों में एक साथ दोनों की गांड में लंड टिकाए और धक्का देने लगे.
धीरे धीरे हम दोनों के लंड उनकी गांड में घुस चुके थे और तेज धक्के शुरू हो गए.
दोनों लड़कियों की एक साथ गांड चुदाई का नजारा बहुत शानदार था.
आह आह करके बड़ी तेज सिसकारियों के साथ गांड चुदाई में वर्षा और शनाया को भी मज़ा आ रहा था.
लम्बी गांड चुदाई के बाद हम उनकी गांडों में ही झड़ गए.
थोड़ी देर आराम के बाद एक और राउंड शुरू हुआ.
शनाया ने मनोज का लंड चूस कर खड़ा किया और वर्षा ने मेरा चूसकर खड़ा किया.
मैंने वर्षा को लेटाया और एक टांग ऊंची करके अपना लौड़ा उसकी चूत पर सैट कर दिया और एक ही झटके में अपना लंड उसकी चूत में घुसेड़ दिया
लंड अन्दर पेलते ही मैंने उसे तेज गति से चोदना शुरू कर दिया.
उधर शनाया भी एक बार फिर से मनोज का लंड चूत में ले रही थी.
इस बार हम दोनों ने अपना वीर्य इन दोनों को पिलाने की सोची.
एक लम्बे राउंड की चुदाई के बाद हम झड़ने को थे.
उसी वक्त हम दोनों मर्दों की नजरें आपस में मिलीं और झटके से अपना अपना लंड बाहर निकाल लिया.
मैंने वर्षा के मुँह में लंड डाल दिया और शनाया के मुँह में मनोज ने अपना लंड डाल दिया.
उन दोनों ने भी बेझिझक जोर जोर से लंड चूसा और हमारा सारा वीर्य उनके मुँह में छूट गया.
इस तरह सारी रात अलग अलग तरीक़े से हम एक दूसरे को चोदते रहे.
उसी बीच मनोज ने बताया कि उसने अपनी बीवी के अलावा दो लड़कियों को चोदा था.
इस स्वीकारोक्ति के बाद उसकी बीवी ने भी बताया कि उसने भी एक लड़के का लंड अपनी चूत में लिया था और वह अभी भी उससे चुदवाती है.
मनोज के उस लड़के के बारे में पूछने पर उसने मना कर दिया कि नाम नहीं बता सकती हूँ.
तो मनीज ने भी कुछ नहीं कहा और अपनी बीवी को उस लड़के से चुदते रहने की छूट दे दी.
सारी रात लम्बी चुदाई के बाद सब थके हुए सोए पड़े थे.
सुबह सभी उठे और नहा धोकर फ़्रेश हो गए.
उसके बाद सबने एक दूसरे को किस किया और अच्छी चुदाई से खुश हुए.
फिर मनोज और वर्षा अपने घर निकल गए.
दोस्तो, आपको मेरी यह पार्टनर एक्सचेंज सेक्स कहानी कैसी लगी?
मुझे [email protected] पर मेल करके जरूर बताएं.