पड़ोस वाली हॉट विडो भाभी को चोदा- 2

जवान पड़ोसन भाभी Xxx कहानी मेरे पड़ोस में नई आई भाभी की सेटिंग के बाद पहली चुदाई की है. हम पहले लॉन्ग ड्राइव पर गए फिर भाभी ने मुझे अपने कमरे में बुला लिया.

हैलो फ्रेंड्स, मैं आपका जय … आपको अपनी सेक्स कहानी में पड़ोसन भाभी की चुदाई की कहानी सुना रहा था.
कहानी के पहले भाग
पड़ोस में आई नई भाभी से सेटिंग
में अब तक आपने जाना था कि मैं भाभी को साथ लेकर एक बढ़िया से रेस्टोरेंट में ले गया जिसे देख कर भाभी खुश हो गईं और मेरी पसंद की तारीफ करने लगीं.

अब आगे Jawan Padosan Bhabhi Xxx Kahani:

हम दोनों ने एक टेबल पर बैठ कर खाना ऑर्डर किया और इधर उधर की बातें करने लगे.

बीच बीच में मैं भाभी के मम्मे ताड़ने लगा जो कि उन्होंने झट से भांप लिया था लेकिन वे कुछ बोली नहीं, बस हंस दी!

जैसे ही हमने खाना खत्म किया और मैं बिल पे कर रहा था तो उन्होंने मुझे कसम दी और पे नहीं करने दिया.
उन्होंने खुद ही बिल पे किया और हम वहां से चल दिए.

हम लोग थोड़ा लॉंग ड्राइव करके एक बहुत ही रोमांटिक जगह पर आ गए.

यह अहमदाबाद में बहुत ही रोमांटिक जगह मानी जाती है, वहां पर ज़्यादातर कपल्स ही थे.

मैंने बाइक एक अच्छी सी जगह खड़ी की और हम दोनों बाइक के सहारे टिक कर बात करने लगे.

भाभी ने पूछा- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या?
मैंने मना कर दिया.

उन्होंने पूछा- क्यों?
तो मैंने उनको बताया कि कोई मिली ही नहीं अभी तक, पर अभी मिल गयी है ऐसा लग रहा है!
इस पर उन्होंने एक कातिल मुस्कान दी.

इतने में मैंने उनका हाथ पकड़ कर बोल दिया- आई लाइक यू!
तो उन्होंने करीब आकर धीरे से बोल दिया- सेम हियर, आई ऑल्सो लाइक योर कंपनी!

मैंने झट से उन्हें गाल पर किस कर दिया.
वे शर्मा गईं और कुछ बोली नहीं!

इतने में मेरा रूममेट, जो मेरा खास दोस्त है … उसका कॉल आया- आते टाइम डोलो लेते आना, मुझे बुखार और कोल्ड फील हो रहा है.
मैंने ओके कह कर फोन रखकर बोला- अब चलना चाहिए!

भाभी ने भी कहा- ठीक है, लेट’स गो … काफ़ी टाइम हो गया है!
हम दोनों वहां से निकल आए.

मैंने उनको शॉर्टकट से जाने के लिए पूछा और उन्होंने बोला- ठीक है!

मैंने शॉर्टकट से बाइक भगाई और उनको लेकर घर के पास वाले मेडिकल स्टोर पर बाइक रोक दी.

मुझे डोलो लेना थी पर मैंने शरारती टोन में उनसे पूछा- कुछ लाना है?
इतने में भाभी नॉटी स्माइल देकर बोलीं- तुम काफ़ी समझदार हो, जो ज़रूरी लगे … वह ले आना!

मैं उनका इशारा समझ गया और भागता हुआ मेडिकल स्टोर पर जाकर एक डोलो का पत्ता और एक स्ट्राबेरी फ्लेवर का कंडोम का पैक लेकर वापस आ गया.

कंडोम का पैकेट जेब में मोबाइल की तरह लग रहा था इसलिए भाभी समझ गईं.
वे मुझे ज़्यादा उत्तेजित करने के लिए मुझसे और ज्यादा चिपक कर बैठ गईं.

हम लोग बिल्डिंग के पास पहुंचने ही वाले थे कि उन्होंने मेरे कान में बोला- जय, तुम एक घंटा बाद मेरे घर पर आ जाना!
मेरी खुशी का तो कुछ ठिकाना ही नहीं रहा.

मैंने बाइक पार्क की और वह जल्दी से घर की तरफ बढ़ गईं.

मैं 5 मिनट खड़ा रहने के बाद निकला क्योंकि कोई देख ना ले.

मैं घर पहुंचा और अपने दोस्त को डोलो देकर उसका हाल जाना.

फिर फ्रेश होकर ना धोकर वाइल्ड स्टोन का पर्फ्यूम लगाकर तैयार हो गया.

मैंने भाभी को मैसेज किया- शुड आई कम हनी?
तो उन्होंने रिप्लाई दिया- प्लीज़ गिव मी सम मोर मिनट्स लव, आईंम अरेंजिंग सम सर्प्राइज़ फॉर यू!

दस मिनट के बाद जैसे ही भाभी का मैसेज आया- कम हरी, माय लव!
मैं भागता हुआ सीढ़ी तक गया और दबे पांव सीढ़ी उतरने लगा.

फिर जैसे ही मैंने भाभी से गेट खोलने के लिए कहा, उसी पल भाभी ने गेट खोल दिया.
ऐसा लगा मानो भाभी दरवाजे पर ही खड़ी थीं.

मैं भाभी के घर में अन्दर गया.
उन्होंने झट से गेट बंद कर दिया लेकिन कमरे में लाइट बंद थी.
तो मैं एक जगह खड़ा होकर घूमा और उतने में भाभी ने लाइट चालू कर दी.

जैसे ही लाइट चालू हुई, मैं भाभी को देखकर फ्रीज़ हो गया और कब उनके पास पहुंचा, कुछ पता ही नहीं चला.
भाभी एकदम हॉट माल लग रही थीं.

उन्होंने लाल रंग का वन पीस नाइट ड्रेस पहना था जो सिर्फ़ उनकी गांड तक आता था.

मैं हसीन भाभी को देख कर पागल हो गया और उनसे लिपट गया.
लिपटते ही उन्होंने मुझे जकड़ते हुए मेरे कान में बोला- लेट’स गो इन बेडरूम डार्लिंग!

मैंने उनकी मुलायम गांड के ऊपर हाथ रखकर उन्हें उठा लिया और गर्दन चाटते हुए मैं उन्हें बेडरूम में ले गया.

बेडरूम में भी अंधेरा था लेकिन भाभी के रूम से मस्त खुशबू आ रही थी.
उनके बदन से भी मादक महक पाकर मैं मदमस्त हो गया था.

उन्होंने कमरे की भी लाइट चालू की तो मैंने देखा कि पूरा रूम सजाया हुआ है. कमरे में लाल और सफेद गुब्बारे भरे पड़े थे और साथ में बेड पर गुलाब की पंखुड़ियां बिछाई हुई थीं.

यह सब देख कर मैं पागल हो गया और उन्हें ताबड़तोड़ किस करने लगा.

मैं भाभी को किस करते करते कपड़े निकालने लगा और जल्द ही हम दोनों पूरे नंगे हो गए.

मेरा लंड देख कर भाभी की आंखों में चमक आ गई और वे बहुत खुश हो गईं.

जैसे ही हम दोनों जरा अलग हुए, भाभी ने अपने हाथ से लंड को पकड़ कर सहलाया और धक्का देकर बेड पर गिरा दिया.
वे खुद भी मेरे ऊपर आकर बैठ गईं.

भाभी मुझ पर भूखी शेरनी की तरह टूट पड़ीं, कभी वे किस करतीं, तो कभी पूरे बदन को चाटतीं, कभी निप्पल को काट देतीं.

सच में भाभी बहुत वाइल्ड हो चुकी थीं.
उनको वाइल्ड होते हुए देख कर मैंने भी उनको पलटा दिया और बेतहाशा चूमने चाटने लगा.

करीब बीस मिनट के चूमने चाटने के बाद हम दोनों बिना बोले 69 की पोजीशन में आ गए और वे मेरे लंड को चूसने लगीं.

भाभी लॉलीपॉप की तरह लंड चूसने में लगी थीं और मैं फ्रूट क्रीम समझ कर उनकी चूत को चाटता जा रहा था.

करीब दस मिनट बाद हम दोनों आपस में कंट्रोल खो बैठे और एक साथ झड़ गए.

झड़ने के तुरंत बाद भाभी ने मुझे अपने ऊपर ले लिया और मेरी पीठ पर नाख़ून गाड़ कर मुझे जकड़ लिया.

कुछ मिनट बाद वापस से दोनों गर्म होने लगे.
मैं वापस से उनकी चूत को चूसने लगा और चुदाई का माहौल बनाने लगा.

भाभी ने मुझे पकड़ कर धक्का दिया और वापस मेरे ऊपर बैठ कर मेरे लंड को हाथ में पकड़ कर सहलाने लगीं.

फिर उन्होंने लौड़े पर कंडोम चढ़ाया और अपनी चूत में लेने का प्रयास करने लगीं.
लेकिन दो साल से सूखी चूत एकदम से टाइट हो गई थी.

मैंने उन्हें नीचे किया और उनके ऊपर आकर उनकी चूत पर लंड रगड़ने लगा.
भाभी सीत्कार करने लगीं.

मैं बारी बारी से उनके दोनों बूब्स को चूसते हुए उनकी चूत पर लंड को घिसने लगा.
भाभी की टांगों ने मेरी कमर को जकड़ लिया और उसी वक्त मैंने लंड चूत में घुसेड़ दिया.

मेरा आधा लंड चूत में घुसता चला गया.
लंड अन्दर लेते ही भाभी दर्द के मारे कराहने लगीं.

इतने में वापस से मैंने ज़ोर का झटका मारा और पूरा लंड उनकी चूत में समा गया.

वे चिल्लातीं कि उससे पहले ही मैंने उनके होंठ अपने होंठों से बंद कर दिए थे.

अब मैं कुछ पल तक यूं ही भाभी के ऊपर पड़ा रहा.
फिर जैसे ही भाभी सामान्य हुईं, वे मेरे कान में बोलीं- जान, अब धीरे धीरे मुझे चोदना चालू करो!
मैंने भी धीरे धीरे अपनी कमर को आगे पीछे करते हुए धक्के लगाने चालू किए.

उनकी मीठे दर्द से भरी हुई कामुक सिसकारियां निकलने लगीं- ऊँह आंह जान स्लो आह दर्द हो रहा है … आह!

मैं उनकी मदभरी आवाजों को सुनता रहा और करीब 10 मिनट लगातार धीरे धीरे चोदता रहा.
इसके बाद भाभी मस्त हो गईं और अब वे मजा लेती हुई चिल्लाने लगी थीं ‘आहह उन्न्ह आहह फक मी हार्ड डार्लिंग … फक मी हार्ड आई एम युवर रंडी … प्लीज़ मुझे चोद चोद के तृप्त कर दो!’

इधर मैंने अपनी रफ़्तार बढ़ा दी और भाभी को टॉप स्पीड में चोदने लगा.

भाभी भी अपनी दोनों टांगें हवा में उठा कर ‘आहह आहह उईईए आहह उन्न्ह … मैं गई … आह.’ करती हुई झड़ गईं और बेसुध होकर पड़ी रहीं.

लेकिन मैं अभी भी सख्त था और भाभी की चूत में रस की चिकनाहट बढ़ जाने के चलते अपनी तेज रफ़्तार से उन्हें चोदने लगा.

मेरे लगातार शॉट लगने से कुछ मिनट बाद भाभी वापस से फॉर्म में आ गईं और मुझे जकड़ कर बोलीं- फक मी हार्ड बेबी … आहह आहह उईई अहह!
मैं धकापेल चुदाई में लगा रहा और करीब 15 मिनट उसी पोजीशन में चोदने के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए.

उस दिन मेरे लंड से इतना ज्यादा पानी निकला कि लगा अभी बिस्तर पर मेरी पेशाब बह गई हो.
सारी चादर का गीलापन मेरे हाथों को महसूस हो रहा था और मैं भाभी के ऊपर पड़ा रहा.

जैसे ही मैं भाभी के बाजू में लेटा, भाभी ने अपना मुँह मेरे सीने में छुपा लिया और रोने लगीं.
वे रोती हुई बोलीं- आज तुमने मुझे जो सुख दिया है, वह मैं मरते दम तक नहीं भूल पाऊंगी, प्लीज़ मुझे आज से तुम रोजाना चोदना … और प्लीज मुझे छोड़कर मत जाना!

ऐसे कह कर रोती हुई भाभी मुझे किस करने लगीं.

कुछ ही देर में हम दोनों वापस दूसरे दौर के लिए गर्म हो गए.

मैंने भाभी से रिक्वेस्ट की- प्लीज़ एक बार लंड चूस दो!
भाभी खड़ी हुईं और वॉशरूम में चली गईं.

वे वॉश रूम से आते टाइम किचन से चॉकलेट पेस्ट्री लेकर आईं और मेरे लंड पर लगाने के बाद उसे चूसने लगीं.

हम दोनों वापस से 69 की पोजीशन में आकर एक दूसरे के अंग में पेस्ट्री लगाकर चूसने चाटने लगे.
कुछ देर बाद हम दोनों ने फिर से चुदाई चालू की.

इस बार भाभी 20 मिनट में दो बार झड़ चुकी थीं और मैं अभी भी लगा हुआ था.

मैंने उसी समय भाभी की एक चूची को चूसते हुए कहा- यार मुझे आपकी गांड मारनी है!
भाभी बोलीं- मैं पूरी की पूरी तुम्हारी हूँ … तुमको जो ठीक लगे, वह करो!

मैंने बाजू में से क्रीम लेकर ढेर सारी क्रीम उंगली में लेकर उनकी गांड में लगाना शुरू कर दिया.

कुछ देर बाद मैंने अपना लंड भाभी की गांड में घुसेड़ दिया.
जवान पड़ोसन भाभी को काफ़ी दर्द हुआ, लेकिन वे कुछ नहीं बोलीं.

थोड़ी देर बाद वे भी भी मज़े से गांड मरवाने लगीं और करीब 15 मिनट के बाद मैं उनकी गांड में ही झड़ गया.

अब हम दोनों आराम करने लगे और जब उठे तो पहले बाथरूम गए.
उधर एक दूसरे को रगड़ कर साफ किया और नंगे ही कमरे में आकर सो गए.

सुबह करीब 7 बजे भाभी उठ गईं और वे मेरा लंड चूसने लगीं.

उस वजह से मैं भी उठ गया और हम दोनों ने वापस एक बार चुदाई की.

लंबी चुदाई के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए और पड़े रहे.
फिर हम दोनों कपड़े पहन कर बाहर लिविंग रूम में आए.

भाभी एक बार फिर से मुझसे लिपट कर रोने लगीं और बोलीं- आई लव यू सो मच … आज रात हम दोनों फिर से मिलेंगे, मुझे छोड़कर कहीं मत जाना!

तब भाभी को एक लंबा सा किस करके मैं अपने फ्लैट पर आ गया.
उस रात मैंने तीन बार भाभी की चूत चुदाई की और एक बार गांड मारी.

फिर हमने अगली रात को भी काफ़ी एंजाय किया.
अब हमारा यह नियम बन गया था कि हफ्ते में तीन रातें हम दोनों एक साथ रहते हैं और सेक्स का मजा लेते हुए काफ़ी इन्जॉय करते हैं.

अभी भाभी अपनी ट्रैनिंग के लिए 15 दिनों के लिए बंगलोर गई हैं.
अब तो उनके आने के बाद ही कुछ होगा.

तो फ्रेंड्स, आपको मेरी यह जवान पड़ोसन भाभी Xxx कहानी कैसी लगी?
प्लीज़ मुझे मेल करें!
[email protected]

Share this Post :