मैंने दोस्त की गांड मारी पर उससे पहले मेरे दोस्त ने मेरी गांड मारी. हम दोनों दोस्तों का यह पहला सेक्स था. हम कोई गांडू नहीं थे बस ऐसे ही गे विडियो देखकर वैसा ही करने की सोची.
मेरा नाम रमेश (काल्पनिक नाम) है, मैं कामुकताज डॉट कॉम की सारी कहानियां पढ़ता हूं.
और ये सेक्स कहानियां पढ़ना मुझे अच्छा लगता है तो मैंने सोचा कि चलो अपनी कहानी भी लोगों से शेयर करूं!
यह Dost Ki Gand Mari कहानी आज से 4 साल पहले की है.
मैं अपने बारे में बताना भूल गया, मेरी उम्र 28 साल है, मेरी हाईट 5’4″ है और राजस्थान में रहता हूं.
मेरे घर में मम्मी पापा और हम 2 भाई हैं. भाई मुझसे छोटा है.
यह कहानी मेरी और मेरे दोस्त की है. हम दोनों लगभग एक ही उम्र के हैं. बस उसकी लंबाई मुझ से थोड़ी ज्यादा है.
मै और मेरा दोस्त राकेश (बदला हुआ नाम) साथ में ही पढ़ते हैं और हमारा घर भी सिर्फ 1 किलोमीटर की दूरी पर ही है.
तो पढ़ाई के डिस्कशन के लिए मिलना जुलना होता रहता है.
उस समय हमारे फाइनल ईयर के एग्जाम चल रहे थे तो हमारा इरादा साथ में पढ़ने को ही था.
परीक्षाओं के दौरान ही अचानक मेरे मम्मी के ननिहाल में किसी की शादी आ गयी थी, वहां सबको जाना जरूरी था
पर मैं अपनी परीक्षा के कारण चाह कर भी जा नहीं पा रहा था.
तो पापा के कहे अनुसार मुझे छोड़ कर सबका जाना तय हुआ.
उसके 2 दिन बाद ही मेरा एग्जाम था.
हालांकि घर पर मैं अकेला रुक ही जाता हूं, इसलिए घर वालों को भी कोई समस्या नहीं थी.
उनके जाने के बाद मैंने अपने दोस्त को कॉल किया और कहा- भाई, हो सके तो 2 दिन यही मेरे घर आ जा, आराम से पढ़ाई करेंगे. मैं घर में अकेला ही हूं.
चढ़ती जवानी में छोटे मोटे नशे के कारण वह भी खुश था कि चलो 2-4 दिन आराम से सिगरेट पिएंगे, कोई रोकने टोकने वाला है नहीं!
तो वह भी आ गया.
जब वह आया तो शाम का टाइम था.
तो मैंने कहा- भाई सिगरेट के 2 पैकेट ले आना और 2 बॉटल ले आना. मजे करेंगे.
1 घंटे बाद वो घर आया और साथ में 2 बीयर और सिगरेट लाया.
खाना हमने बाहर से मंगवा लिया था.
उसके बाद हम घंटे भर पढ़ने बैठ गए.
फिर हमने अपनी बीयर खत्म की और खाना खाने लगे.
फिर हमने सोचा कि चलो मोबाइल पर कुछ पोर्न देख लेते हैं.
हम मोबाइल पर पोर्न मूवी देखने लगे.
तभी एक गे मूवी खुल गई.
उस समय हम इतना समझते नहीं थे, तो देखने लगे कि 2 लड़के आपस में क्या और कैसे करते हैं.
उसमें वे दोनों बेड पर एक दूसरे का लिंग चूस रहे थे और फिर दोनों एक दूसरे को गांड मारने लगे.
यह देख कर हम भी थोड़ा गर्म हो गए और दोनों अपने हाथों से अपने लिंग सहलाने लगे.
फिर अचानक से मैंने अपना हाथ राकेश की जांघ पर रख दिया और धीरे धीरे सहलाने लगा.
धीरे धीरे से मैं अपना हाथ उसके लन्ड पर ले गया और जोर जोर से उस पर हाथ फेरने लगा.
ऐसे करने से राकेश को भी मजा आने लगा. वह भी मेरी कमर पर हाथ फेरने लगा.
फिर मैंने उसके पेट को खोला तो वह कुछ नहीं बोला.
तब मैंने उसकी पैंट उतार दी और उसकी नंगी जांघों और उसके अंडरवीयर पर हाथ फेरने लगा.
फिर मैंने उसे कहा- भाई एक बार ट्राई करें क्या? बोल क्या कहता है?
मेरी बात पर वह हल्का सा मुस्कुराया.
तो मैं समझ गया कि राकेश मेरे सुझाव पर राजी है.
फिर हम बेड पर आ गए और एक दूसरे को लिप किस करने लगे.
हम दोनों एक दूसरे का लंड कपड़ों के बाहर से ही सहला रहे थे और एक दूसरे के शरीर पर हाथ फेर रहे थे.
यह हमारा पहला सेक्स ही था तो दोनों को बहुत ज्यादा मजा आने लगा.
किस करते करते उसने मेरा टी शर्ट उतार दिया और मेरी छाती पर हाथ फेरने लगा और फिर किस करने लगा, जीभ से चाटने लगा.
यह सब करने का मेरा पहला अनुभव था तो बहुत ही मजा आ रहा था.
फिर मैंने भी उसका शर्ट और बनियान उतार दिए.
और मैं उसकी छाती, कमर और पेट पर हाथ फेरने लगा.
मैं जीभ से चाटते हुए उसके शरीर पर किस करने लगा.
यह सब करके से हम दोनों फुल मूड में आ गए.
फिर मैंने उसे खड़ा किया और उसका अंडरवियर उतार दिया और झटके से उसका 6″ लंबा लंड सामने आ गया.
मैं उस पर हाथ फिराने लगा तो राकेश सिसकारी लेने लगा.
फिर मैंने उसके लन्ड पर किस किया और जीभ फेरने लगा.
और वह मेरे सर पर हाथ फेरने लगा.
फिर मैंने उसका लन्ड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगा.
उसके मुख से आह … उह … उम्म … आह्ह उम्म्ह की आवाज़ आने लगी और वह मेरे सिर को पकड़ कर अपने लन्ड पर दबाने लगा.
लगभग 5 मिनट तक मैंने उसका लन्ड चूसा और फिर मैं खड़ा हो गया.
सच बताऊं मुझे बहुत मजा आया लंड चूसने में!
फिर राकेश ने मुझे खड़ा किया और मेरा पजामा उतार दिया और फिर मेरा अंडरवीयर एक ही झटके में उतार दिया.
मेरा लन्ड उसके लन्ड से थोड़ा सा छोटा है.
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फिर वह मेरा लिंग अपने मुंह में लेकर चूसने लगा.
क्या बताऊं दोस्तो, इतना मजा आया मुझे लिंग चुसावते हुए, जैसे मैं जन्नत की सैर करने लगा.
4-5 मिनट मेरा लन्ड चूसने के बाद राकेश बोला- चलो शुरू करें क्या?
मैंने बोला- हाँ, ठीक है!
फिर मैं बिस्तर पर घोड़ी बन कर खड़ा हो गया. वह पीछे से मेरी गांड को चाटने लगा और मेरे गांड के होल पर जीभ फेरने लगा.
मुझे बहुत मजा आने लगा.
फिर वह एक तेल की शीशी लाया और मेरी गान्ड पर तेल लगाया और अपने लन्ड पर भी उसने तेल लगाया.
मेरे गांड की छेद पर वह अपने लन्ड का सुपारा फिराने लगा.
इससे मुझे एक अलग सा आनंद आने लगा.
मेरे गांड का छेद ज्यादा तेल लगाने से थोड़ा नर्म पड़ गया था.
उसने बिना देर किए अपना लिंग मेरी गान्ड में दबाया जिससे उसका सुपारा एक ही बार में मेरी गांड के अंदर चला गया.
और मुझे बहुत तेज दर्द हुआ, ऐसा लगा जैसे किसी ने ब्लेड चला दिया है मेरी गांड में!
मैं एकदम से चीख पड़ा तो उसने मुझे चिल्लाने का मना किया और वो रुका रहा.
वह मेरे दर्द को समझते हुए मेरी कमर पर हाथ फेरने लगा और गांड पर किस करने लगा.
मुझे जब थोड़ा आराम मिला तो मैं अपनी गांड हिलाने लगा.
तो वह समझ गया और धीरे धीरे अपना लन्ड अन्दर डालने लगा.
मुझे भी मजा आने लगा.
धीरे धीरे उसका पूरा लन्ड मेरी गान्ड में था.
और फिर वह अपनी कमर आगे पीछे करने लगा और झटके मारने लगा.
साथ में वह मेरी गान्ड पर थप्पड़ भी मारने लगा.
वो आनन्द के पल मैं ज़ुबान से बयान नहीं कर सकता.
सच में दोस्तो, मुझे बहुत मजा आ रहा था.
थोड़ी देर की गांड चुदाई के बाद उसने मुझे सीधा लिटाया और मेरी टांगें पकड़ कर अपने कंधों पर रख दी और फिर मेरे गांड के छेद को देखकर बोला- भाई रमेश, तू तो खिल गया!
और हम हंसने लगे.
फिर उसने अपना लन्ड एक ही झटके में मेरी गान्ड में डाल दिया.
इस बार मुझे थोड़ा कम दर्द हुआ और मजा ज्यादा आ रहा था.
फिर 8-10 मिनट बाद उसके झटके तेज हो गए तो मैं समझ गया कि वह झड़ने वला है तो मैंने उसे अपना लन्ड बाहर निकालने को बोला और फिर उसको बोला कि अपना पानी मेरी छाती पर निकाल दे.
उसने भी ऐसा ही किया; उसने सिसकारियां भरते हुए मेरी छाती पर पिचकारी मारी जो मेरे चेहरे पर भी गिरी.
उसने कपड़े से पहले मेरे चेहरे को साफ़ किया, फिर मेरी छाती को भी पौंछा.
उसके बाद मैंने भी उस दोस्त की गांड मारी इसी तरह से!
तब के बाद से जब भी हमें मौका मिलता है, हम दोनों एक दूसरे की सेक्स की प्यास गे सेक्स से बुझाते हैं.
दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है, शायद मैं सही ढंग से अपना अनुभव साझा नहीं कर सका.
तो माफी चाहता हूं.
जो भी है, आप मेरी दोस्त की गांड मारी कहानी पर अपनी प्रतिक्रिया दीजिए ताकि मैं आगे और भी कहानियां भेज सकूं.
मेरी कहानी को पढ़ने के लिए आप सभी का शुक्रिया.
आप मुझे मेल करके भी अपने विचार मुझ तक पहुंचा सकते हैं.
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