हॉट गर्ल इमेजिन सेक्स कहानी में मेरे बॉयफ्रेंड के दोस्त ने एक रात मेरे जिस्म को सहला दिया. मुझे मजा आया. अब मैं उससे चुदना चाहती थी लेकिन अपने बॉयफ्रेंड को धोखा नहीं देना चाहती थी.
फ्रेंड्स, मैं आपकी दोस्त कृति आप सबके लिए एक छोटी सी सेक्स कहानी लेकर आई हूं जो मेरी लाइफ की एक सच्ची घटना पर आधारित है.
आज मैं विवाहित महिला हूं और अपने पति अमित के साथ एक मस्ती भरी जिंदगी जी रही हूं.
मैं एक सेक्सी औरत हूं. मेरे बूब्स 34 इंच के एकदम कड़क और तने हुए हैं, पिछवाड़ा भी एकदम हाई क्लास है.
साधारण युवक तो मेरी मटकाती गांड और उछलते मम्मों से ही घायल हो जाता है.
यह Hot Girl Imagine Sex Kahani मेरे कॉलेज के दिनों की है, उस समय विशाल नाम का एक लड़का मेरा ब्वॉयफ्रेंड था.
विशाल एकदम जेंटलमैन और हैंडसम युवा था, जिसे मैं बहुत प्यार करती थी.
हमारी रिलेशन बहुत अच्छी थी रोमांस से भरी हुई.
हम दोनों काफी वक्त साथ में ही व्यतीत करते थे.
विशाल का एक बेस्ट फ्रेंड था, जिसका नाम अभिनव था.
अभिनव लंबे चौड़े शरीर वाला युवक था और बहुत हैंडसम था.
निधि अभिनव की गर्लफ्रेंड थी.
वह एकदम हीरोइन के जैसी अच्छी हाइट वाली, दूध सी गोरी और बहुत ही सेक्सी लड़की थी.
वे दोनों जब एक साथ होते थे तो सच में बहुत ही प्यारे लगते थे.
उनका स्कूल के समय से रोमांस चल रहा था.
अब वे दोनों लिव-इन में रहते थे.
अगर कभी विशाल कहीं बिज़ी होता और मुझे कहीं जाना होता, तो मैं अभिनव को बुला लेती थी और वह मुझे अपनी मोटरसाइकिल पर ले जाता था.
इस बात से मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं थी और न ही मेरे ब्वॉयफ्रेंड विशाल को.
हम तीनों की दोस्ती बहुत अच्छी थी और तीनों की दोस्ती की वजह से निधि भी हमारे ग्रुप में शामिल हो गई थी.
हम चारों अच्छा वक्त गुजारते थे और अक्सर एक दूसरे के घर मस्ती करते हुए इतने लेट हो जाते थे कि एक ही जगह रात भर के लिए रुक भी जाते थे.
ऐसी ही एक अच्छी शाम हम चारों ने मेरे फ्लैट में बिताई और लेट नाइट तक ड्रिंक्स और मस्ती मजाक चलता रहा.
हम सब एक ही उम्र और एक ही क्लास के थे; इसके चलते हमारे बीच काफ़ी हद तक एडल्ट जोक्स और सेक्स के जुड़े हंसी मजाक भी होते रहते थे.
उस शाम भी यही सब हुआ ढेर सारी बातें, ड्रिंक्स और नशे में कुछ अश्लील बातें भी हुईं.
फिर सब सोने के लिए लेट गए.
सबसे किनारे मेरे ब्वॉयफ्रेंड विशाल फिर मैं, मेरे बगल में अभिनव लेट गया था और उसके बगल में दीवार से सट कर निधि लेटी थी.
इसमें कुछ भी अजीब नहीं था.
ऐसा अक्सर होता रहता था.
हम सब नशे में थे और बेफिक्र होकर सो गए.
शायद आधी रात रही होगी.
किसी वजह से मेरी आंख खुली तो मैंने पाया किसी का हाथ मेरे बूब्स पर था.
हालांकि मेरे ब्वॉयफ्रेंड की ये सामान्य सी आदत थी कि वह मुझे प्यार से सहलाते हुए सो जाता था और हम दोनों इसके आदी भी हो गए थे.
लेकिन आज हम दोनों अकेले नहीं थे. मेरे लवर को ये अहसास हमेशा रहता था और हम सामान्य रहते थे.
आज उसका हाथ मेरे स्तन पर होना, मुझे थोड़ा अजीब सा लग रहा था.
अभी मैं यह सोच ही रही थी कि अचानक थोड़ी सी हलचल से मुझे ये साफ पता चल गया कि यह हाथ मेरे ब्वॉयफ्रेंड विशाल का नहीं बल्कि अभिनव का है … और वह शायद मुझे निधि समझ रहा था.
मैं अभी सोच ही रही थी कि अचानक मुझे उसके हाथ में कुछ हरकत महसूस हुई और मैं सहम सी गई.
अब मैं नोटिस करने लगी कि हो क्या रहा है.
फिर जल्दी ही मुझे अहसास हुआ कि मेरा ब्वॉयफ्रेंड विशाल और निधि गहरी नींद में हैं.
जबकि अभिनव चुपचाप लेटे हुए मेरे पूरे मम्मों को सहला कर व दोनों निप्पलों को बारी बारी से स्पर्श कर रहा था.
मैं सन्न रह गई.
मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था क्योंकि मैंने ये कभी सोचा नहीं था कि ऐसा भी कुछ हो सकता है.
लेकिन हूं तो मैं एक औरत ही … मुझे किसी पराए मर्द के टच का जब अहसास हुआ था तो मुझे भी कहीं न कहीं अच्छा लग रहा था.
बहुत अजीब सा लग रहा था लेकिन यह भी सही है कि बहुत सुखद भी लग रहा था.
मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूँ.
एक साथ इतने सारे मीठे अहसास हो रहे थे कि मैं कुछ भी नहीं सोच पा रही थी, बस चुपचाप पड़ी रह गई.
अभिनव का हाथ मेरी ब्रा के अन्दर से मेरे दूध और निप्पलों को बिंदास सहला रहा था.
शायद उसे यह अहसास भी हो गया था कि मैं जाग गई हूं.
वह एक पल के लिए ठिठक सा गया.
फिर धीरे से उसने वापस से हाथ फेरा और सब कुछ वही करने लगा.
मैं समझ नहीं पा रही थी कि क्या करूं?
शायद कहीं मुझे ये अहसास मेरी चूत को गीला भी कर रहा था.
मैंने कुछ भी विरोध नहीं किया, बस चुपचाप लेटी रही.
अब अभिनव को यह पूरी तरह से पता चल गया था कि मैं जाग रही हूं.
मेरी तरफ से कोई विरोध नहीं होता देख उसकी हिम्मत भी बढ़ती जा रही थी.
उसने मेरी ब्रा को थोड़ा नीचे करते हुए मेरे एक दूध को निप्पल तक ब्रा से बाहर कर दिया, फिर दूसरे को भी निकाल लिया.
अब वह मेरे दोनों बूब्स और निपल्स को मसलने लगा था … और मैं पागल सी हो रही थी.
मेरी चूत पानी पानी हो रही थी.
अचानक मुझे यह अहसास हुआ कि ये गलत है, सरासर गलत है.
मैंने अभिनव का हाथ अपने हाथ से पकड़ कर अपनी ब्रा और टी-शर्ट से बाहर निकाल दिया और विशाल की तरफ करवट लेकर उसके चिपक कर लेट गई.
मेरा दिल जोर जोर से धड़क रहा था.
मेरी चूत गीली थी और मैं सच कहूं तो शायद अभिनव के प्यार की प्यासी भी.
यह सब भूल कर अचानक मैं विशाल में समाती हुई लेट गई.
शायद अभिनव भी यह समझ गया था कि वह जो कर रहा था, सही नहीं था.
शायद शराब, जवानी और नए जिस्म के अहसास की वजह से हो गया था.
इसलिए वह भी निधि की ओर मुँह करके लेट गया और कब मेरी आंख लगी, पता भी नहीं चला.
सुबह मेरी आंखों में एक लाज थी और अभिनव की आंखों में झिझक.
वे दोनों तैयार होकर चले गए.
फिर कुछ भी मेरे मन में सामान्य नहीं रहा था.
अब जब भी विशाल मुझे हाथ लगाता, तो मुझे अभिनव का स्पर्श याद आ जाता और मैं उसके ख्यालों में खो जाती.
मैं सोचने लगती कि अभिनव भी कहीं न कहीं निधि के साथ सेक्स करते हुए मेरी फैंटेसी करता हो.
हमारे बीच कुछ भी अब पहले जैसा सामान्य नहीं था.
मेरे और विशाल के बीच सेक्स संबंध थे.
एक दिन विशाल मेरे ऊपर चढ़ा हुआ था और उसने मेरी चुत में अपना लंड पेला हुआ था.
धकाधक चुदाई चल रही थी.
उस वक्त भी मेरे मन में वही चल रहा था कि अभिनव मेरे ऊपर चढ़ा हुआ है और वही मुझे चोद रहा है.
अपने साथी से सेक्स करते हुए मन में दूसरे साथी की कल्पना करके दूसरे के साथ सेक्स करने को मैंने इमेजिन सेक्स का नाम दिया है.
तभी विशाल ने न जाने कैसे निधि और अभिनव की चुदाई का किस्सा छेड़ दिया- जान तुम्हें एक बात बताऊं?
मैंने कहा- हां बताओ!
विशाल- अभिनव का लंड बहुत बड़ा है!
जैसे ही उसने यह कहा, मेरी खोपड़ी घूम गई और अगले ही पल मैंने कहा- हां तो?
वह बोला- यह बात उसने निधि की चुदाई करते हुए मुझे फोन पर बताई थी. उसने फोन स्पीकर पर किया हुआ था और वे दोनों हँसते हुए अपनी चुदाई के साथ साथ मुझसे बात कर रहे थे.
मैंने आश्चर्य जताते हुए कहा- वे ऐसा क्यों कर रहे थे?
उसने कहा- वही तो मुझे समझ नहीं आ रहा था.
मैंने कहा- तुमने उनसे पूछा कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं!
विशाल- हां मैंने कहा कि अरे यार मुझसे बाद में बात कर लेना अभी इन्जॉय कर ले. वह बोला कि अबे मुझे कुछ नहीं है. तू इससे बात कर ले … ले निधि कर बात, क्या करनी है!
मैंने कहा- फिर? फिर निधि ने मुझसे बात की कि क्या कर रहे हो. मैंने कहा कि कुछ नहीं बस नेटफ़िलिक्स पर एक वेब सीरीज देख रहा था. अभिनव का फोन आ गया तो बात होने लगी.
विशाल चुप हुआ तो मैंने उससे पूछा- फिर क्या हुआ … निधि ने क्या कहा?
वह हिचकिचाते हुए बोला- निधि सेक्स करती हुई कह रही थी. ‘आह आह अभि धीरे पेलो न तुम्हारा बहुत अन्दर तक जा रहा है.’
मैंने विशाल के लंड को अपनी चूत से धकेला और कहा- हां फिर?
वह बोला- फिर क्या उन दोनों का फोन चालू रहा और स्पीकर ऑन था, तो सारी बातें सुनाई दे रही थीं.
मैं कुछ और सुनने के मूड में आ गई थी और मेरे दिमाग में अभिनव का लंड चलने लगा था. मैं सीधे सीधे नहीं तो कल्पना में इमेजिन सेक्स का मजा ले सकती हूँ.
मैंने विशाल को चूमते हुए कहा- और बताओ न अभिनव क्या कह रहा था?
विशाल बोला- क्या तू इस वक्त अभिनव से बात करना चाहेगी. हम लोग भी वैसे ही बातें करेंगे, जैसे अभिनव ने उस दिन मेरे साथ की थी!
मैंने बिना सोचे समझे हां कह दी.
मेरी चूत में अभिनव के लंड के नाम का पानी रिसने लगा था.
विशाल ने तुरंत अभिनव को फोन लगाया और फोन को स्पीकर पर करता हुआ बोला- हाय अभिनव … क्या कर रहा है तू!
अभिनव बोला- बस अभी निधि को अपने नीचे लेने वाला हूँ. तू भी बुला ले अपनी कृति को!
उसने जैसे ही कृति नाम लिया, मेरी चूत फड़क उठी और मैंने भी कह दिया- हाय अभि … मैं विशाल के साथ ही हूँ.
विशाल मुझसे बोला- मेरे साथ नहीं है तू … मेरे नीचे दबी है और मुझसे चुदवा रही है, यह बोल न!
यह बात अभिनव ने सुन ली और उसने कहा- अरे वाह कृति … कैसा लग रहा है चुदने में!
मैं सकपका गई.
तभी विशाल ने मेरी चूत में धक्का मारा और कहा- बता दे यार कृति कि तुझे चुदने में कैसा लग रहा है?
मुझे अचानक से शर्म आ गई कि मैं एक गैर मर्द को यह कैसे बताऊं कि मुझे चुदने में कैसा लग रहा है? और उस मर्द के सामने जिसने मेरी चूचियों को सहला कर मेरी चूत से पानी निकाल दिया था.
तभी विशाल ने जोर जोर से मुझे चोदना चालू कर दिया और मेरे मुँह से कराह निकलने लगी.
मैं उन्ह उन्ह कर ही रही थी कि तभी अभिनव ने कहा- हां, कृति की आवाज आ तो रही है. बहुत बढ़िया कृति खूब मजे ले लेकर चुदो यार … अपने आशिक से ही तो चुद रही हो … कौन सा मैं तुम्हारे ऊपर चढ़ा हूँ.
अभिनव ने जैसे ही यह कहा कि कौन सा मैं तुम्हारे ऊपर चढ़ा हूँ, मेरी चूत झटका लेने लगी और मैंने विशाल को जोर से जकड़ कर आह भरी ‘आह विशु मैं आह आह मैं गई … आह.’
मैं इमेजिन सेक्स का मजा लेती हुई झड़ गई और उधर से अभिनव का ठहाका मेरे कानों में शहद सा घुलता चला गया.
तब मैं एकदम से शिथिल हो गई थी और विशाल के नीचे दबी हुई उसके झटकों को झेल रही थी.
कुछ ही समय में विशाल ने कंडोम में रस टपका दिया और वह मेरे ऊपर से हट कर मेरे बाजू में लेट कर अपनी सांसें व्यवस्थित करने लगा.
मैं एक अनजाने सुख से मस्त हो गई थी.
मुझे मेरे आशिक ने चोदा था लेकिन मेरी चूत में आशिक के दोस्त का लंड चलता सा महसूस हुआ था.
आपको मेरी यह हॉट गर्ल इमेजिन सेक्स कहानी कैसी लगी. प्लीज बताएं.
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