वाइफ एक्सचेंज सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि दो कपल्ज़ ने मिल कर आपस में पति अदल बदल के और ग्रुप सेक्स का मजा लिया. दोनों लड़कियों को दो लंड खाने का शौक लग गया.
कहानी के चौथे भाग
सेक्सी बीवी को दोस्त का लंड दिलाया
में आपने पढ़ा कि शीना अपने पति और उनके दोस्त राजीव से एकसाथ चुद चुकी थी. उसे दो लंड का चस्का लग गया था. वो पति के दोस्त के लंड को छोड़ना नहीं चाहती थी.
उधर राजीव के परिवार को उसकी शादी की भी जल्दी हो रही थी.
अब आगे वाइफ एक्सचेंज सेक्स स्टोरी:
राजीव के माँ बाप रोज उसे लड़कियों की फ़ोटोज़ भेजते और राजीव उन्हें नापसंद कर देता।
एक दिन शीना ने उसे पारुल की फोटो दिखाई और उसका प्रोफ़ाइल दिखाया।
राजीव को पारुल भा गयी।
पारुल अगले हफ्ते वापिस आ रही थी।
राजीव ने शीना से कहा कि पहले चखा दो, फिर तय करेंगे।
शीना ने मना कर दिया कि पारुल अनछुई है और नायाब हीरा है।
अगले हफ्ते पारुल के वापिस आने पर शीना ने पारुल और राजीव को मिलवाया।
चारों एक दिन डिनर पर मिले।
अगली रात को राजीव अकेले पारुल को डिनर पर इनवईट किया।
शीना ने पारुल को आगाह कर दिया था कि राजीव विदेश में रहने से ज्यादा ही उन्मुक्त है, तो अगर पारुल को वो पसंद भी हो तो राजीव को हद में ही रहने दे।
पर राजीव बहुत सभी तरीके से पारुल से मिला।
दोनों देर रात तक होटल में रहे। दोनों के शौक और मिजाज भी मिलते थे।
अब पारुल भी ड्रिंक्स लेने लगी थी।
दोनों बेहद पढेलिखे और अपनी अपनी फील्ड में मजबूत पोजीशन में थे। लिहाजा दोनों ने एक दूसरे को पसंद कर लिया।
राजीव ने पारुल को उसके होटल छोड़ते समय उसके हाथ पर प्यारा सा किस किया।
अगले हफ्ते दोनों के परिवार मिले और सगाई हो गयी। अगले पंद्रह दिनों में शादी भी हो गयी।
पारुल और राजीव तीन दिन के लिए गोवा चले गए।
चूंकि दोनों ही अपने अपने प्रोफेश्न में जिम्मेदार अधिकारी थे तो ज्यादा छुट्टी नहीं ले सकते थे।
मगर पारुल ने जितनी बार भी शीना से फोन पर बात की, हर बार ये ही शिकायत थी की राजीव को मम्मे निचोड़ने और गांड मारने का बहुत चस्का है। उसका बस चले तो पीछे से घुसकर हर समय मम्मे पकड़कर दबाता रहे।
जो भी हो राजीव और पारुल एक दूसरे से सेक्स में बहुत खुश थे।
उनके वापिस आने पर राजीव को एक रात के लिए चेन्नई जाना पड़ा तो शीना पारुल के साथ रुकी।
अब तो पारुल को भी बिना चुदे नींद न आने की बीमारी हो गयी थी।
तो दोनों ने अपनी पुरानी मस्ती खूब ज़ोरों से की।
तुषार ने बहुत कहा- मैं भी तुम लोगों के साथ रुक जाता हूँ.
पर शीना ने मना कर दिया।
रात को शीना ने पारुल की चूत चूसते चूसते उसे अपने तीनों के हुए सेक्स के बारे में बता दिया।
पारुल भी तो शीना और तुषार के साथ सेक्स कर चुकी थी तो अब अगर उसके पति ने शीना की ले ली तो क्या ऐतराज!
शीना बोली- तुषार बड़ा तड़प रहा है पारुल की चूत के लिए।
तो पारुल बोली- अभी नयी-नयी शादी है, कुछ दिन निकलने दे, उसके बाद खुद राजीव ही कहेगा कि चलो चारों सेक्स करते हैं।
शीना ने पारुल को बता दिया कि अभी भी राजीव और तुषार एक दूसरे की गांड मारते हैं और एक दूसरे को एन्जॉय करते हैं।
पारुल भी बोली- हाँ मुझे भी यही लगता है कि राजीव और तुषार के बीच कोई पर्दा भी नहीं है।
जो पारुल ने कहा था, वही हुआ।
एक दिन राजीव ने दिन में पारुल को फोन किया- परसों सेटरडे है, शीना और तुषार को डिनर पर बुला लेते हैं। ड्रिंक्स लेंगे फिर डिनर, रात को वो यहीं सो जाएँगे। तुम शीना के साथ मिलकर प्रोग्राम सेट कर लेना।
पारुल मुस्कुरा दी।
उसे समझ आ गया था कि परसों रात भर चारों को एक दूसरे से चुदना है।
उसने थोड़ी देर में शीना को फोन किया तो शीना फोन उठाते ही बोली- बकरे की माँ, कब तक खैर मनाएगी।
दोनों हंस पड़ीं।
ये तय हुआ कि तुषार और शीना शनिवार शाम को आ जाएँगे और रात को रुककर इतवार की सुबह जाएँगे।
शीना और पारुल दोनों ही अगले दिन अपने अपने हिसाब से ब्यूटी पार्लर गईं और अपने को जितना भी चिकना चुपड़ा करवा सकती थीं, करवा आयीं।
पारुल तो ऑफिस से ही सीधी गयी।
शीना ने उसे फोन करके कहा कि उसने उसके और अपने लिए बहुत झीना सी नाइट ड्रेस ली है।
पारुल बोली- क्या जरूरत है कुछ पहनने की … जब मालूम है कि उतारने तो हैं ही!
शनिवार की शाम को तरुण और शीना आ गए।
शीना ने एक शॉर्ट स्कर्ट और टॉप पहना था।
पारुल ने भी एक टाइट मिडी पहनी थी जो उसके घुटने से काफी ऊपर खत्म हो रही थी।
दोनों बार्बी डॉल जैसी लग रही थीं।
पारुल नयी ब्याहता थी तो उसकी कलाइयों में पूरी चूड़ियाँ थीं और हाथ और पैरों की उँगलियों पर रेड नेल पैंट।
शीना ने कॉफी ब्राउन कलर का नेल पेंट लगाया था।
उन चारों में सिर्फ राजीव को ये नहीं मालूम था कि तुषार भी पारुल को चोद चुका है।
और राजीव की जानकारी में पारुल को यह नहीं मालूम था कि वो शीना को चोद चुका है।
शीना और पारुल दोनों ने ही शायद पेडेड ब्रा पहनी थीं, तभी दोनों के उभार कुछ ज्यादा ही बाहर को नज़र आ रहे थे।
तुषार ने पारुल को आहिस्ता से हग किया पर राजीव ने शीना के मम्मे भींच ही दिये और उसके होंठों पर डीप किस दिया।
उन्हें देख तुषार भी पलटा और पारुल को डीप किस होंठों पर किया।
शीना ने तो राजीव से कह भी दिया- अब तो तुम्हें पारुल मिल गयी है चूमने चाटने को, फिर क्यों दूसरे के माल पर निगाहें रखते हो?
राजीव भी हंस कर बोला- आखिर साली हो तुम मेरी!
चारों सेटल हो गए।
क्यूट गर्ल रोड पर अपने बॉयफ्रेंड का लण्ड हिलाती हुई
शीना ने सबको सिगरेट जला कर दी।
ड्रिंक्स और स्नैक्स शुरू हो गए।
मज़ाक धीरे धीरे अश्लील होते गए।
शीना बोली- पारुल कुछ म्यूजिक लगा, डांस करेंगे।
पारुल ने वेस्टर्न म्यूजिक चला दिया।
चारों जोड़े बदल बदल कर डांस करने लगे।
म्यूजिक सेक्सी होता गया और लाइट धीमी होती गईं।
अब तुषार की बांहों में पारुल थिरक रही थी और राजीव की छाती से भिड़ी शीना डांस के साथ साथ उसे बार बार चूम रही थी।
राजीव और शीना के होंठ तो बहुत आहिस्ता से लगभग पूरे डांस मिले ही रहे।
तुषार भी पारुल के कानों में क्या खुसफुसा रहा था जो पारुल हँसती हुई उसके आगोश में समाती जा रही थी।
शीना का टॉप राजीव ने उतार दिया था; स्कर्ट शीना ने खुद उतार दी और साथ में राजीव की टीशर्ट भी।
वो राजीव के निप्पल्स चूसने लगी तो राजीव बेचैन हो उठा।
उसने शीना को बिल्कुल नंगी कर दिया और खुद भी नंगा हो गया और शीना ने नीचे बैठकर उसका लंड अपने मुंह में ले लिया।
उधर तुषार और पारुल तो कब के कपड़े उतार कर सोफ़े पर चिपटे पड़े थे।
दोनों 69 पोजीशन में एक दूसरे का चूस रहे थे।
शीना ने तभी पारुल को राजीव से खींचा और उसके होंठों से अपने होंठ मिला कर राजीव से बोली- तुम और तुषार एंजॉय करो।
पारुल और शीना दोनों 69 पोजीशन में आ गईं।
राजीव और तुषार अपने लिए ड्रिंक्स बना कर इन दोनों के लेस्बीयन सेक्स देखने का लुत्फ लेने लगे।
पारुल और शीना अपने में मस्त थीं।
दोनों को मालूम था कि राजीव और तुषार उन्हें ही देख रहे हैं, इसीलिए दोनों मस्त परफॉर्मेंस देना चाह रही थीं।
शीना ने अपने बेग से वाइब्रेटर निकाल पारुल की चूत में घुसा दिया और अपनी चूत उसके मुंह के ऊपर रख दी।
पारुल वाइब्रेटर से कसमसा उठी, उसकी आग भड़क गयी।
वो अब शीना की चूत की फाँकों को अपनी उँगलियों से चौड़ा कर जीभ को और गहराई तक पहुँचने की कोशिश कर रही थी।
शीना ने वाइब्रेटर को छोड़ा और अपने हाथों से अपने मम्मे दबाने लगी।
आग उसकी भी उसे बेहाल कर रही थी।
उधर सोफ़े पर बैठे दोनों अपने अपने लंड सहला रहे थे।
उनकी तैयारी बता रही थी कि उनके लंड को घुसने के लिए छेद चाहिए, वो चाहे उनकी चूत हों या एक दूसरे की गांड।
पारुल ने तुषार की बेचैनी भाँप कर शीना से कहा- चल अब हम लोग ड्रिंक्स लेते हैं और अब परफॉर्मेंस इन लड़कों की होगी।
शीना और पारुल खड़ी हुई, पारुल ने ड्रिंक्स बनाई और शीना ने सिगरेट जलाकर राजीव को एक चुम्मी दी- चलो अब तुम दोनों एंजॉय करो।
राजीव ने तुषार की गांड और अपने लंड पर वेसलीन लगाई और एक झटके में तुषार की गंड में अपना लंड पेल दिया।
पारुल के लिए पहला मौका था जब वो दो आदमियों की गांड मरायी देख रही हो।
उसकी तो आँखें चौड़ी हो रही थीं।
उसने शीना से पूछा- कहीं तुषार की फट तो नहीं जाएगी?
शीना बोली- जब इतने सालों में नहीं फटी तो अब क्या फटेगी।
आगे शीना बोली- और तू क्या सोचती है कि आज रात ये दोनों तेरी नहीं फाड़ेंगे। अगर सुबह तक हम लोग चलने फिरने लायक रह जाएँ तो बड़ी मेहरबानी होगी इनकी।
पारुल बोली- मैं नहीं करवाऊँगी पीछे दोनों से! मुझे तो ऑफिस जाना होता है और दो लोगों से मरवा कर तो मैं मर ही जाऊँगी।
शीना ने उसकी बात को आधा सुना और आगे खिसक कर राजीव के होंठों से होंठ भिड़ा दिये।
उसने पारुल को भी इशारा किया कि वो तुषार के नीचे आ जाये।
पारुल घोड़ा बने तुषार के लंड के नीचे लेट गयी तो तुषार ने अपना लंड उसकी चूत में कर दिया।
धक्के तो ऊपर से राजीव के लग रहे थे।
अब तुषार और पारुल दोनों की चुदाई हो रही थी।
राजीव ने अब अपना लंड तुषार की गांड से निकाला और शीना को पकड़ कर उसकी चूत में पेल दिया।
अब तुषार और पारुल भी कम्फर्टेबल हो गए थे तो पारुल ने नीच लेट कर अपनी टांगें चौड़ा कर ऊपर कर के तुषार का लंड पूरा अंदर ले लिया था।
कमरे में फ़चफ़च की आवाज़ों के साथ वासनमयी सीत्कारें गूंज रही थीं।
चुदाई अपने पूरे ज़ोरों पर थी।
अब इस पहले सेशन का एंड आ रहा था।
शीना और पारुल ने शाम को ही मन बना लिया था की चुदाई बिना कंडोम के कराएंगी और दवाई लेंगी।
तो राजीव और तुषार दोनों ने ही अपने माल से उनकी चूत भर दीं और वहीं सोफ़े पर थक कर पसर गए।
थोड़ी देर में पारुल खिसकी और वाशरूम जाकर फ्रेश होकर आई।
चारों ही थक गए थे तो तय हुआ कि फ्रेश होकर डिनर करते हैं फिर अगला सेशन।
एक साथ ही चारों वाशरूम में घुस गए। लिपटा लिपटी से शावर लिया।
लड़कियों ने तो शीना की लायी ड्रेस पहनी और लड़कों ने केवल शॉर्ट्स।
शीना की ड्रेस में छुप तो कुछ भी नहीं रहा था; ड्रेस बहुत सेक्सी थी।
डिनर के बाद चारों फिर सोफ़ों पर सेटल हुए।
रात के 11 बज चुके थे।
शीना राजीव की गोदी में बैठकर उसे चूमने लगी, राजीव तो उसकी ड्रेस में से झांकते निपल चूसने में मजा ले रहा था।
तुषार तो पारुल को गोदी में उठाकर बोला- हम लोग तो बेडरूम में जा रहे हैं।
अब चारों बेड पर पहुँच गए।
शीना और पारुल नीचे लेट गयी और राजीव और तुषार ने उनकी नाममात्र की ड्रेस उतार फेंकी और उनकी चूत और मम्मों पर हल्ला बोल दिया।
उनकी हड़बड़ाहट देख कर कोइ नहीं कह सकता था की ये लोग पिछले तीन घंटे से चुदाई ही तो कर रहे थे।
तुषार तो पारुल की चूत में अपनी नाक तक घुसाना चाहता था।
पारुल ने हंस के कहा- वापिस मेरे पेट में आने का मन है क्या तुम्हारा, इतना ज़ोर क्यों लगा रहे हो।
राजीव ने तो शीना को पलटा और उसके मना करने के बावजूद भी उसकी गांड में अपना लंड पेल दिया।
शीना ने हाथ बढ़ाकर पारुल के मम्मे पकड़ लिए और बोली- राजीव, तुम अपनी बीवी की गांड मारो मुझे मेरे आदमी के लिए छोड़ दो।
राजीव बोला- तेरा आदमी मेरी बीवी की चूत चौड़ी कर रहा है तो क्या मैं तेरी गांड नहीं चौड़ी नहीं सकता।
शीना अब दो लंड एक साथ लेना चाहती थी।
उसने तुषार से कहा- तुम पारुल को छोड़ो और नीचे लेटो।
तुषार को नीचे लिटा कर शीना ने आहिस्ता से उसका लंड अपनी गांड में किया और अपनी टांगें चौड़ी कर दी।
अब उसकी चूत की फाँकें पूरी खुल गईं।
उसने राजीव से कहा- अब तुम आगे आ जाओ।
पारुल बोली- कमीनी मैं क्या पड़ोसी के पास चुदवाने जाऊं?
तो शीना बोली- रुक … मर मत, तेरी खुजली भी मिटवाती हूँ अभी।
अब राजीव ने अपना लंड शीना की चूत में पेल दिया।
शीना सिहर गयी।
अब उसके दोनों छेदों में लंड थे और चुदाई मस्त हो रही थी।
पारुल शीना के मुंह पर बैठ गयी। शीना ने अपनी जीभ उसकी चूत में कर दी। पारुल के मम्मे राजीव ने मसलने शुरू किए।
चारों ही अश्लील आवाज़ें निकालने लगे थे।
शीना की एक पुरानी सेक्स फेंटसी पूरी हो रही थी।
उसे देख पारुल का मन भी कर रहा था दो दो लंड लेने का!
पर उसे डर था कि कहीं उसकी गांड या चूत फट गयी तो उसे ऑफिस जाने में दिक्क्त हो जाएगी।
इस तरह रात के दो बजे तक उन चारों का अदल बदल कर वाइफ एक्सचेंज सेक्स चला, इस वादे के साथ कि अब हर शनिवार को ऐसी ही सेक्स पार्टी हुआ करेगी।
दोस्तो, कैसी लगी आपको ये वाइफ एक्सचेंज सेक्स स्टोरी?
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